कंप्यूटर एवं सूचना प्रौद्योगिकी भाग-5

Total Questions: 51

41. पहचान प्लेटफॉर्म 'आधार' खुला (ओपेन) "एप्लीकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस" (ए.पी. आई.) उपलब्ध कराता है। इसका क्या अभिप्राय है? [I.A.S. (Pre) 2018]

1. इसे किसी भी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण के साथ एकीकृत किया जा सकता है।

2. परितारिका (आईरिस) का प्रयोग कर ऑनलाइन प्रमाणीकरण संभव है।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

 

Correct Answer: (c) 1 और 2 दोनों
Solution:UIDAI का उद्देश्य भारत में प्रत्येक निवासी के लिए एक आधार नंबर जारी करना है, ताकि निवासी पोर्टेबल पहचान सक्षम हो, जिसे कभी भी कहीं भी प्रमाणित किया जा सकता है। आधार मंच सेवा प्रदाताओं को सुरक्षित और त्वरित इलेक्ट्रॉनिक तरीके से निवासियों की पहचान प्रमाणित करने और अधिक लागत प्रभावी तथा कुशल तरीके से सेवा प्रदान कराने में मदद करता है। यू.आई.डी.ए.आई (UIDAI) ने अपनी वेबसाइट पर आधार प्रमाणीकरण आवेदन प्रोग्रामिंग इंटरफेस (APIs) विनिर्देश प्रकाशित किया है, जिसमें एपीआई डाटा प्रारूप, प्रोटोकॉल और सुरक्षा विनिर्देशों सहित विवरण शामिल हैं। C एप्लीकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस (APIs) कमांड, फंक्शन, प्रोटोकॉल तथा ऑब्जेक्ट्स का एक सेट होता है, जिसका उपयोग किसी भी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण के साथ एकीकृत करने में किया जा सकता है। इसके माध्यम से परितारिका (Iris) का प्रयोग कर ऑनलाइन प्रमाणीकरण भी संभव है।

42. "ब्लॉकचेन तकनीकी" के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए - [I.A.S. (Pre) 2020]

1. यह एक सार्वजनिक खाता है जिसका हर कोई निरीक्षण कर सकता है, परंतु जिसे कोई भी एक उपभोक्ता नियंत्रित नहीं करता।

2. ब्लॉकचेन की संरचना और अभिकल्प (design) ऐसा है कि इसका समूचा डेटा केवल क्रिप्टोकरेंसी के विषय में है।

3. ब्लॉकचेन के आधारभूत वैशिष्ट्‌यों पर आधारित अनुप्रयोगों को बिना किसी व्यक्ति की अनुमति के विकसित किया जा सकता है।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/है?

 

Correct Answer: (d) केवल । और 3
Solution:ब्लॉकचेन एक ऐसी तकनीक है जिससे बिटकॉइन तथा अन्य क्रिप्टोकरेंसियों का संचालन होता है। यदि सरल शब्दों में कहा जाए तो वह एक डिजिटल 'सार्वजनिक बही खाता' है, जिसमें प्रत्येक लेन-देन का रिकॉर्ड दर्ज किया जाता है। यह तकनीक तीन अलग-अलग तकनीकों का समायोजन है, जिसमें पर्सनल 'की' (निजी कुंजी) की क्रिप्टोग्राफी अर्थात जानकारी को गुप्त रखना और प्रोटोकाल पर नियंत्रण रखना शामिल है। ब्लॉकचेन के आधारभूत वैशिष्ट्‌यों पर आधारित अनुप्रयोगों हो बिना किसी व्यक्ति की अनुमति के विकसित किया जा सकता है। लॉकचेन तकनीक में स्वामित्व को सत्यापित एवं हस्तांतरित करने के लिए किसी मध्यवर्ती जैसे बैंक या सरकार की आवश्यकता नहीं होती। स्पष्ट है. कथन (2) असत्य है।

43. वेब 3.0 के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए- [I.A.S. (Pre) 2022]

1. वेब 3.0 प्रौद्योगिकी से व्यक्ति अपने स्वयं के आंकड़ों पर नियंत्रण कर सकते हैं।

2. वेब 3.0 संसार में, ब्लॉकचेन आधारित सामाजिक नेटवर्क हो सकते हैं।

3. वेब 3.0 किसी निगम द्वारा परिचालित होने की बजाय प्रयोक्ताओं द्वारा सामूहिक रूप से परिचालित किया जाता है।

उपर्युक्त कथनों में कौन-से सही हैं?

 

Correct Answer: (d) 1, 2 और 3
Solution:वेब 3.0 (Web 3.0) वेब प्रौद्योगिकियों के विकास की तीसरी पीढ़ी है। उल्लेखनीय है कि वेब को 'वर्ल्ड वाइड वेब' (World Wide Web) के नाम से भी जाना जाता है। वेब के प्रथम संस्करण (वेब 1.0) को प्रायः स्टैटिक देब' (Static Web) के नाम से भी जाना जाता है। वेब 1.0 का निर्माण रीड-ओनली (Read-only) वेब पेजों से किया गया था और इसमें संवादात्मक विशेषताओं (Interactive features) की कमी थी। जबकि वेब 20 को डाइनेमिक वेब (Dynamic Web) के रूप में जाना जाता है। वेब 1.0 एवं वेब 2.0 के मध्य एक महत्वपूर्ण अंतर सूचना * दो-तरफा प्रवाह (Two-way flow of information) का शामिल होना है। वेब 2.0 में प्रयोक्ताओं ने वेबसाइटों के साथ संवाद करना शारम कर दिया, साथ ही वे सूचनाओं को साझा करने एवं स्वयं की विषय-वस्तु (own content) को सृजित करने में सक्षम हो गए। जबकि देव 30 में विकेंद्रीकृत अनुप्रयोगों (Decentralized applications) तथा ब्लॉकचेन आधारित प्रौद्योगिकियों के व्यापक प्रयोग पर जोर दिया गया है। वेब 3.0 के अंतर्गत केंद्रीकृत कंपनियों के बगैर एक विश्व की परिकल्पना की गई है, जहां लोगों के डाटा का नियंत्रण स्वयं उनके हाथों में होगा। वेब 3.0 के संदर्भ में विकेंद्रीकरण का अर्थ है कि वेब पर कुछ भी प्रकाशित करने के लिए किसी केंद्रीय प्राधिकरण से किसी अनुमति की आवश्यकता नहीं होगी तथा इसका परिचालन सामूहिक से प्रयोक्ताओं द्वारा संभव होगा।

44. निम्नलिखित युग्मों पर विचार कीजिए- [I.A.S. (Pre) 2018]

कभी-कभी समाचारों               संदर्भ/विषय

में आने वाले शब्द

1. बेल II प्रयोग                  -    कृत्रिम बुद्धि

2. ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी     -    डिजिटल/क्रिप्टो मुद्रा

3. CRISPR-Cas9           -     कण भौतिकी

उपर्युक्त युग्मों में से कौन-सा/से सही सुमेलित है/हैं?

 

 

 

 

Correct Answer: (b) केवल 2
Solution:बेल II प्रयोग कण भौतिकी का एक प्रयोग है, जिसे B मेसान के गुणों के अध्ययन हेतु डिजाइन किया गया है। यह प्रयोग वर्तमान में जापान में संचालित किया जा रहा है। अतः युग्म। सुमेलित नहीं है। ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी क्रिप्टो करेंसी से संबंधित है। अतः युग्म (2) सुमेलित है। CRISPR-Cas9 जीनोम एडिटिंग तकनीक है, जो ऐसी पूर्व तकनीकों की तुलना में तीव्र, सस्ती तथा सटीक है। स्पष्ट है कि युग्म (3) सुमेलित नहीं है।

45. ब्लोफिश एक प्रकार का है- [M.P.P.C.S. (Pre) 2020]

Correct Answer: (a) सममित एंक्रिप्शन एल्गोरिथम
Solution:बनोफिश (Blowfish) एक सममित एंक्रिप्शन एल्गोरिथम (Symmetric Encryption Algorithm) है, जिसे वर्ष 1993 में दूस स्नीयर (Bruce Schneir) ने सृजित किया था। सममित एक्रिप्शन में डाटा को एंक्रिप्ट (Encrypt) एवं डिक्रिष्ट (Decrypt) करने के लिए एकल एंक्रिप्शन कुकुंजी (Single encryption key) का प्रयोग होता है।

46. कंप्यूटर निम्न में से कौन-सा कार्य नहीं करता? [M.P.P.C.S. (Pre) 2015]

Correct Answer: (c) अंडरस्टैंडिंग
Solution:कंप्यूटर उपयोगकर्ता द्वारा दिए गए कार्य को उपलब्ध तथ्यों के आधार पर निर्देशानुसार विश्लेषण कर अपेक्षित जानकारी उपलब्ध कराता है।

यह पूरी प्रक्रिया एक चरणबद्ध तरीके से संपन्न होती है-

(1) इनपुटिंग

(2) प्रोसेसिंग

(3) कंप्यूटिंग

(4) आउटपुटिंग

स्पष्ट है कि कंप्यूटर के कार्यों में अंडरस्टैंडिंग शामिल नहीं है।

47. निम्न में से कौन एक कंप्यूटर आंकड़ों की त्रुटियां प्रदर्शित करता है? [U.P.P.S.C. (GIC) 2010]

Correct Answer: (c) बग
Solution:'सॉफ्टवेयर बग', किसी कंप्यूटर प्रोग्राम या प्रणाली की ऐसी त्रुटि, दोष, गलती या खोट को वर्णित करने के लिए प्रयोग किया जाने वाला एक आम शब्द है, जो गलत और अप्रत्याशित परिणाम देती है। ज्यादातर बग लोगों द्वारा किसी प्रोग्राम के स्रोत कोड या इसकी डिजाइन में की गई गलतियों और त्रुटियों की वजह से उत्पन्न होते हैं।

48. इनमें से कौन-सा उद्योग चुंबकीय स्याही गुण पहचान (MICR) का प्राथमिक प्रयोगकर्ता है? [Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2010]

Correct Answer: (a) बैंक
Solution:चुंबकीय स्याही गुण पहचान (MICR Magnetic Ink Character Recognition) तकनीकी का प्रयोग बैंकिंग उद्योग में चेकों की कंप्यूटर के माध्यम से प्रोसेसिंग हेतु किया जाता है।

49. ओ.एम.आर. का तात्पर्य है- [Uttarakhand P.C.S.(Mains) 2006]

Correct Answer: (a) ऑप्टिकल मार्क रीडर
Solution:ओ.एम. आर. (OMR: Optical Mark Recognition or Optical Mark Reading) प्रणाली के अंतर्गत ओएमआर डिवाइस की सहायता से किसी कागज पर पेन्सिल या पेन के चिह्न की उपस्थिति या अनुपस्थिति को जांचा जाता है

50. इनमें से कौन-सा वस्तुनिष्ठ प्रकार की परीक्षा में उत्तर-पत्रक को जांचने के लिए प्रयुक्त किया जाता है ? [M.P.P.C.S. (Pre) 2013]

Correct Answer: (b) ओ एम आर
Solution:ओ.एम. आर. (OMR: Optical Mark Recognition or Optical Mark Reading) प्रणाली के अंतर्गत ओएमआर डिवाइस की सहायता से किसी कागज पर पेन्सिल या पेन के चिह्न की उपस्थिति या अनुपस्थिति को जांचा जाता है।