1. यदि कोई मैलवेयर कंप्यूटर तक उसकी पहुंच बाधित कर देता है, तो कंप्यूटर प्रणाली को पुनः प्रचालित करने में लगने वाली लागत
2. यदि यह प्रमाणित हो जाता है कि किसी शरारती तत्व द्वारा जान-बूझकर कंप्यूटर को नुकसान पहुंचाया गया है, तो नए कंप्यूटर की लागत
3. यदि साइबर बलात्-ग्रहण (Cyber extortion) होता है, तो इस हानि को न्यूनतम करने के लिए विशेषज्ञ परामर्शदाता की सेवाएं लेने पर लगने वाली लागत
4. यदि कोई तीसरा पक्ष मुकदमा दायर करता है, तो न्यायालय में बचाव करने में लगने वाली लागत
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए
Correct Answer: (b) केवल 1,3 और 4
Note: साइबर इंश्योरेंस के तहत व्यक्तियों एवं व्यापारिक प्रणाली को इंटरनेट आधारित जोखिमों से सुरक्षा प्राप्त होती है। भारत में व्यक्तियों हेतु साइबर इंश्योरेंस के तहत, किसी भौतिक सम्पत्ति (Tangible Property) को हुए नुकसान को शामिल नहीं किया जाता। भारत में, किसी व्यक्ति के साइबर बीमा कराने पर निधि की हानि की भरपाई एवं अन्य लाभों के अतिरिक्त यदि कोई मैलवेयर कंप्यूटर तक उसकी पहुंच बाधित कर देता है, तो कंप्यूटर प्रणाली को पुनः प्रचालित करने में लगने वाली लागत, यदि साइबर बलात् ग्रहण होता है, तो इस हानि को न्यूनतम करने के लिए विशेषज्ञ परामर्शदाता की सेवाएं लेने पर लगने वाली लागत और यदि कोई पक्ष मुकदमा करता है, तो न्यायालय में बचाव करने में लगने वाली लागत भी प्राप्त होती है। इसमें यदि किसी शरारती तत्व द्वारा जान-बूझकर कंप्यूटर को नुकसान पहुंचाया गया है तो नए कंप्यूटर की लागत नहीं प्राप्त होती है।