Solution:मॉर्ले-मिंटो सुधार- वर्ष 1905 में वायसराय लॉर्ड कर्जन के स्थान पर लॉर्ड मिंटो को भारत का वायसराय तथा जॉन मार्ले को भारत का राज्य सचिव नियुक्त किया गया। इनके द्वारा किए गए सुधारों को मार्ले-मिंटो सुधार (औपचारिक नाम-भारत परिषद अधिनियम, 1909) के नाम जाना जाता है जो वर्ष 1909 में पारित हुआ था।जलियांवाला बाग त्रासदी - 13 अप्रैल 1919 को बैशाखी के दिन अमृतसर के जलियांवाला बाग में एक सार्वजनिक सभा के दौरान ब्रिटिश ब्रिगेडियर-जनरल रेगिनैल्ड एडवर्ड हैरी डायर (R.E.H. Dyer) ने निहत्थी शांतिपूर्ण भीड़ पर गोलियां चलवाकर 1000 लोगों (हंटर कमीशन के अनुसार 379) की हत्या कराई। इसे ही जलियांवाला बाग त्रासदी के नाम से जाना जाता है।
गांधी इर्विन समझौता- तेजबहादुर सप्रू और एम. आर. जयकर के प्रयत्नों से महात्मा गांधी और वायसराय इर्विन के मध्य फरवरी, 1931 में वार्ता आरंभ हुई। इस वार्ता के उपरांत 5 मार्च, 1931 को दोनों के मध्य समझौता हुआ, जिसे गांधी-इर्विन समझौते के नाम से जाना जाता है।
अगस्त प्रस्ताव- द्वितीय विश्व युद्ध में भारतीयों का सहयोग प्राप्त करने के उद्देश्य से 8 अगस्त, 1940 को वायसराय लॉर्ड लिनलिथगो ने एक घोषणा की जिसे अगस्त प्रस्ताव के नाम से जाना जाता है। इस प्रस्ताव के मुख्य प्रावधान थे- भारत को डोमिनियन स्टेट्स का दर्जा प्रदान करना, एक युद्ध सलाहकार परिषद का गठन, वायसराय की कार्यकारणी का विस्तार तथा युद्ध समाप्ति के पश्चात संविधान सभा का गठन आदि।