कांग्रेस का लखनऊ अधिवेशन (UPPCS)

Total Questions: 10

1. दिसंबर, 1916 में इंडियन नेशनल कांग्रेस तथा इंडियन मुस्लिम लीग ने एक ही समय अपने अधिवेशन आयोजित किए थे- [U.P P.C.S. (Spl.) (Pre) 2004]

Correct Answer: (c) लखनऊ में
Solution:दिसंबर, 1916 में इंडियन नेशनल कांग्रेस तथा आल इंडिया मुस्लिम लीग ने लखनऊ में एक ही समय अपने अधिवेशन आयोजित किए थे। अंबिका चरण मजूमदार ने लखनऊ के इस कांग्रेस अधिवेशन की अध्यक्षता की थी।

2. वर्ष 1916 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के लखनऊ अधिवेशन की अध्यक्षता की थी- [U.P.P.C.S. (Mains) 2006 U.P. P.C.S. (Pre) 2009 U.P.P.C.S. (Mains) 2010 U.P.P.C.S. (Mains) 2013]

Correct Answer: (d) ए.सी. मजूमदार ने
Solution:दिसंबर, 1916 में इंडियन नेशनल कांग्रेस तथा आल इंडिया मुस्लिम लीग ने लखनऊ में एक ही समय अपने अधिवेशन आयोजित किए थे। अंबिका चरण मजूमदार ने लखनऊ के इस कांग्रेस अधिवेशन की अध्यक्षता की थी।

3. कांग्रेस और मुस्लिम लीग के बीच प्रसिद्ध लखनऊ समझौते पर हस्ताक्षर हुआ था- [U.P. P.C.S. (Mains) 2006 U.P.P.C.S. (Mains) 2010]

Correct Answer: (d) 1916 में
Solution:वर्ष 1916 में कांग्रेस और मुस्लिम लीग में समझौता हो गया, ताकि संवैधानिक सुधारों की एक ही योजना अपनाई जा सके। इसके फलस्वरूप जारी '19 स्मरण-पत्र' में दोनों दलों के समकालीन राजनैतिक विचारों को साकार रूप दिया गया।

4. अतिवादियों एवं उदारवादियों के पुनर्मिलन की प्रक्रिया में प्रमुख शिल्पी निम्न में से कौन था? [U.P P.C.S. (Pre) 2004]

Correct Answer: (a) एनी बेसेंट
Solution:वर्ष 1916 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का लखनऊ अधिवेशन, जिसकी अध्यक्षता अंबिका चरण मजूमदार ने की थी, दो दृष्टियों से स्मरणीय था। प्रथम-उग्रवादियों, जिन्हें नौ वर्ष पूर्व (1907) कांग्रेस से निष्कासित किया गया था, का कांग्रेस में पुनर्प्रवेश हुआ था। द्वितीय-कांग्रेस और मुस्लिम लीग के मध्य समझौता हुआ था। अतिवादियों एवं उदारवादियों के पुनर्मिलन की प्रक्रिया में एनी बेसेंट एवं तिलक ने महती भूमिका निभाई, जबकि मुहम्मद अली जिन्ना और तिलक कांग्रेस-लीग समझौते के मुख्य शिल्पी थे।

5. वर्ष 1916 में मुस्लिम लीग और कांग्रेस के मध्य किसने समझौता कराया था? [U.P. Lower Sub. (Pre) 2004]

Correct Answer: (a) बी.जी. तिलक ने
Solution:वर्ष 1916 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का लखनऊ अधिवेशन, जिसकी अध्यक्षता अंबिका चरण मजूमदार ने की थी, दो दृष्टियों से स्मरणीय था। प्रथम-उग्रवादियों, जिन्हें नौ वर्ष पूर्व (1907) कांग्रेस से निष्कासित किया गया था, का कांग्रेस में पुनर्प्रवेश हुआ था। द्वितीय-कांग्रेस और मुस्लिम लीग के मध्य समझौता हुआ था। अतिवादियों एवं उदारवादियों के पुनर्मिलन की प्रक्रिया में एनी बेसेंट एवं तिलक ने महती भूमिका निभाई, जबकि मुहम्मद अली जिन्ना और तिलक कांग्रेस-लीग समझौते के मुख्य शिल्पी थे।

6. कांग्रेस के वर्ष 1916 के लखनऊ अधिवेशन में कौन-सा मुख्य दूरगामी परिणाम वाला निर्णय लिया गया था? [M.P P.C.S. (Pre)1994]

Correct Answer: (a) मुस्लिम लीग की पृथक निर्वाचन क्षेत्र की मांग स्वीकार की
Solution:लखनऊ समझौते (1916) के तहत कांग्रेस ने मुसलमानों के लिए प्रथम बार पृथक निर्वाचक मंडल की मांग को स्वीकार कर लिया, जो मुस्लिम लीग के लिए एक सकारात्मक उपलब्धि थी; क्योंकि कांग्रेस अब तक इसका विरोध करती आ रही थी। डॉ. रमेश चंद्र मजूमदार ने लखनऊ समझौते की कटु आलोचना करते हुए लिखा है कि "परवर्ती घटनाओं की पृष्ठभूमि में निःसंदेह रूप से यह कहा जा सकता है कि वर्ष 1916 में कांग्रेस द्वारा लखनऊ समझौता करने के निर्णय ने वस्तुतः वह नींव डाली, जिसके ऊपर तीस वर्षों बाद पाकिस्तान का निर्माण किया गया। लखनऊ समझौते ने भावी राजनीति में सांप्रदायिकता के उदय का भी मार्ग प्रशस्त किया।"

7. कांग्रेस ने प्रथम बार मुस्लिम समुदाय के लिए पृथक निर्वाचन प्रणाली स्वीकार की, वह वर्ष था- [R.A.S./R.T.S. (Pre) 1999]

Correct Answer: (b) 1916
Solution:लखनऊ समझौते (1916) के तहत कांग्रेस ने मुसलमानों के लिए प्रथम बार पृथक निर्वाचक मंडल की मांग को स्वीकार कर लिया, जो मुस्लिम लीग के लिए एक सकारात्मक उपलब्धि थी; क्योंकि कांग्रेस अब तक इसका विरोध करती आ रही थी। डॉ. रमेश चंद्र मजूमदार ने लखनऊ समझौते की कटु आलोचना करते हुए लिखा है कि "परवर्ती घटनाओं की पृष्ठभूमि में निःसंदेह रूप से यह कहा जा सकता है कि वर्ष 1916 में कांग्रेस द्वारा लखनऊ समझौता करने के निर्णय ने वस्तुतः वह नींव डाली, जिसके ऊपर तीस वर्षों बाद पाकिस्तान का निर्माण किया गया। लखनऊ समझौते ने भावी राजनीति में सांप्रदायिकता के उदय का भी मार्ग प्रशस्त किया।"

8. इंडियन नेशनल कांग्रेस और मुस्लिम लीग के बीच मतैक्य का काल निम्न में से कौन प्रदर्शित करता है? [U.P. P.C.S. (Pre) 1992]

Correct Answer: (b) 1916-1922
Solution:वर्ष 1916 से 1922 तक का काल इंडियन नेशनल कांग्रेस और मुस्लिम लीग के बीच मतैक्य का काल था। लखनऊ समझौता केवल एक अस्थायी समझौता था। मुस्लिम लीग ने इस समझौते के बावजूद पृथक अस्तित्व बनाए रखा तथा वह मुसलमानों के लिए पृथक राजनीतिक अधिकारों की वकालत करती रही। वर्ष 1922 तक दोनों इस समझौते के अनुरूप मिलकर कार्य करते रहे, किंतु असहयोग आंदोलन के समापन साथ ही यह समझौता भंग हो गया और लीग ने पुनः अपना पुराना रास्ता पकड़ लिया।

9. निम्नलिखित में से कौन 1916 के लखनऊ के कांग्रेस अधिवेशन के विषय में असत्य है? [U.P. P.S.C. (GIC) 2010]

Correct Answer: (a) अंबिका चरण मजूमदार ने इसकी अध्यक्षता नहीं की थी।
Solution:वर्ष 1916 के लखनऊ के कांग्रेस अधिवेशन में तिलक को पुनः कांग्रेस में शामिल कर लिया गया। अध्यक्ष अंबिका चरण मजूमदार ने कहा "10 वर्षों के दुःखद अलगाव तथा गलतफहमी के कारण बेवजह के विवादों में भटकने के बाद भारतीय राष्ट्रीय दल के दोनों खेमों (उदारवादियों एवं उग्रवादियों) ने अब यह महसूस किया है कि अलगाव उनकी पराजय है और एकता उनकी जीत। अब भाई-भाई फिर मिल गए हैं।" कांग्रेस के लखनऊ अधिवेशन में ही महात्मा गांधी से राजकुमार शुक्ल की मुलाकात हुई थी, जिन्होंने उन्हें चंपारण के किसानों की समस्याओं से अवगत कराया। अतः विकल्प (a) का कथन असत्य है, जबकि (b) और (c) के कथन सही हैं।

10. निम्नलिखित भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के किस अधिवेशन में महात्मा गांधी को चंपारण के किसानों की समस्याओं से अवगत कराया गया था ? [U.P.R.O./A.R.O. (Mains) 2013]

Correct Answer: (d) लखनऊ अधिवेशन, 1916
Solution:वर्ष 1916 के लखनऊ के कांग्रेस अधिवेशन में तिलक को पुनः कांग्रेस में शामिल कर लिया गया। अध्यक्ष अंबिका चरण मजूमदार ने कहा "10 वर्षों के दुःखद अलगाव तथा गलतफहमी के कारण बेवजह के विवादों में भटकने के बाद भारतीय राष्ट्रीय दल के दोनों खेमों (उदारवादियों एवं उग्रवादियों) ने अब यह महसूस किया है कि अलगाव उनकी पराजय है और एकता उनकी जीत। अब भाई-भाई फिर मिल गए हैं।" कांग्रेस के लखनऊ अधिवेशन में ही महात्मा गांधी से राजकुमार शुक्ल की मुलाकात हुई थी, जिन्होंने उन्हें चंपारण के किसानों की समस्याओं से अवगत कराया।