Correct Answer: (b) अंग्रेजी सरकार के साथ नरमपंथियों की वार्ता करने की क्षमता के बारे में चरमपंथियों में विश्वास का अभाव
Solution:वर्ष 1907 में सूरत में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के विभाजन का मुख्य कारण था, अंग्रेजी सरकार के साथ नरमपंथियों की वार्ता करने की क्षमता के बारे में चरमपंथियों में विश्वास का अभाव। सूरत अधिवेशन में चरमपंथी लाला लाजपत राय को अध्यक्ष बनाना चाहते थे, जबकि उदारवादी रास बिहारी घोष को अध्यक्ष बनाने के पक्षधर थे। अंततः रास बिहारी घोष अध्यक्ष बनने में सफल हुए।