कांग्रेस : बनारस, कलकत्ता एवं सूरत अधिवेशन (UPPCS)

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21. बीसवीं सदी के प्रारंभिक वर्षों में कांग्रेस में विभाजन की प्रक्रिया शुरू हुई- [56th to 59th B.P.S.C. (Pre) 2015]

Correct Answer: (d) उपर्युक्त सभी
Solution:बीसवीं सदी के प्रारंभिक वर्षों में कांग्रेस के विभाजन का एक प्रमुख कारण नरमपंथियों का अपने रणनीतियों, उद्देश्यों और आम जनता को अपने साथ रख पाने में असफल होना था। नरमपंथियों ने आम जनता के बीच काम नहीं किया। नरमपंथी राजनीति घटनाक्रमों के अनुरूप अपनी रणनीति में फेरबदल नहीं कर पाते थे। वे यह महसूस न कर सके कि उनकी उपलब्धियों ने ही उनकी राजनीति को अव्यवहारिक बना दिया। नरमपंथी और गरमपंथी के सोच और अनुमान पारस्परिक मतभेद के दृष्टिकोण और राष्ट्रवादी दृष्टिकोण दोनों से ही गलत थे। नरमपंथी यह समझ नहीं पाए कि सरकार गरमपंथियों के भय के कारण ही उनसे बातचीत कर रही है और गरमपंथी यह नहीं समझ पाए कि उनके संघर्ष में नरमपंथी उनके लिए कवच का काम कर सकते हैं। फलस्वरूप वर्ष 1907 के सूरत अधिवेशन में कांग्रेस का विभाजन हो गया।

22. निम्न कथनों को पढ़कर सही विकल्प चुनें- [Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2021]

कथन-1 : 1907 में कांग्रेस वार्षिक अधिवेशन की अध्यक्षता रास बिहारी घोष ने की थी।

कथन-II: इस अधिवेशन में कांग्रेस दो गुटों (चरम पंथी एवं नरम पंथी) में विभाजित हो गई।

कथन-III: 1916 में वार्षिक अधिवेशन में कांग्रेस के दो गुट, चरम पंथी और नरम पंथी का विलय हो गया। इस अधिवेशन की अध्यक्षता एस.पी. सिन्हा ने की।

 

Correct Answer: (c) कथन- I, II सही हैं, किंतु कथन- III गलत है।
Solution:वर्ष 1907 में कांग्रेस के वार्षिक अधिवेशन की अध्यक्षता रास बिहारी घोष ने की थी। वर्ष 1907 के कांग्रेस के सूरत अधिवेशन में कांग्रेस चरमपंथी एवं नरमपंथी गुट में विभाजित हुई। वर्ष 1916 के कांग्रेस के वार्षिक अधिवेशन (लखनऊ अधिवेशन) में नरमपंथी एवं चरमपंथी एक हो गए। इस अधिवेशन की अध्यक्षता अंबिका चरण मजूमदार ने की।

23. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में ' सूरत की फूट' हुई थी- [Uttarakhand U.D.A./L.D.A. (Pre) 2003]

Correct Answer: (c) 1907 में
Solution:भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की सूरत फूट वर्ष 1907 में कांग्रेस के सूरत अधिवेशन में हुई थी, जिसमें कांग्रेस नरमपंथी और गरमपंथी दो अलग-अलग गुटों में विभक्त हो गई। सूरत अधिवेशन ताप्ती नदी के किनारे हुआ था। सूरत के विभाजन में गरम दल का नेतृत्व बाल गंगाधर तिलक ने किया था।

24. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का प्रथम विभाजन कब हुआ ? [U.P.P.C.S. (Pre) 1991]

Correct Answer: (a) 1907
Solution:भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की सूरत फूट वर्ष 1907 में कांग्रेस के सूरत अधिवेशन में हुई थी, जिसमें कांग्रेस नरमपंथी और गरमपंथी दो अलग-अलग गुटों में विभक्त हो गई। सूरत अधिवेशन ताप्ती नदी के किनारे हुआ था। सूरत के विभाजन में गरम दल का नेतृत्व बाल गंगाधर तिलक ने किया था।

25. सूरत विभाजन का नेतृत्व किया था- [Uttarakhand P.C.S. (Mains) 2002]

Correct Answer: (c) तिलक ने
Solution:भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की सूरत फूट वर्ष 1907 में कांग्रेस के सूरत अधिवेशन में हुई थी, जिसमें कांग्रेस नरमपंथी और गरमपंथी दो अलग-अलग गुटों में विभक्त हो गई। सूरत अधिवेशन ताप्ती नदी के किनारे हुआ था। सूरत के विभाजन में गरम दल का नेतृत्व बाल गंगाधर तिलक ने किया था।

26. वर्ष 1907 में सूरत में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के विभाजन का मुख्य कारण क्या था? [I.A.S. (Pre) 2016]

Correct Answer: (b) अंग्रेजी सरकार के साथ नरमपंथियों की वार्ता करने की क्षमता के बारे में चरमपंथियों में विश्वास का अभाव
Solution:वर्ष 1907 में सूरत में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के विभाजन का मुख्य कारण था, अंग्रेजी सरकार के साथ नरमपंथियों की वार्ता करने की क्षमता के बारे में चरमपंथियों में विश्वास का अभाव। सूरत अधिवेशन में चरमपंथी लाला लाजपत राय को अध्यक्ष बनाना चाहते थे, जबकि उदारवादी रास बिहारी घोष को अध्यक्ष बनाने के पक्षधर थे। अंततः रास बिहारी घोष अध्यक्ष बनने में सफल हुए।