कृषि एवं संबद्ध क्षेत्र (आर्थिक विकास)

Total Questions: 50

21. सूची-I को सूची-II में सुमेलित कीजिए और सूचियों के नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए- [I.A.S. (Pre) 2000]

सूची-Iसूची-II
(A) बड़े सामंतों को आवंटित भूमि1. जागीरदारी प्रणाली
(B) मालगुजारों के इजारेदारों अथवा तहसीलदारों को आवंटित भूमि2. रैयतवाड़ी प्रणाली
(C) उप-किराएदारी पर देने, गिरवी रखने, हस्तांतरण करने, उपहार देने या विक्रय करने के अधिकार सहित प्रत्येक किसान को आवंटित भूमि3. महलवाड़ी प्रणाली
(D) ग्राम्य स्तर पर की गई भू-राजस्व बंदोबस्त4. जमींदारी प्रणाली
Correct Answer: (b) A-1, B-4, C-2, D-3
Solution:व्यक्तिगत रूप से किसान को आवंटित भूमि रैय्यतवाड़ी प्रणाली, बड़े सामंतों को आवंटित भूमि जागीरदारी प्रणाली, मालगुजारी के इजारेदारों अथवा तहसीलदारों को आवंटित भूमि जमींदारी प्रणाली तथा ग्राम्य स्तर पर की गई भू-राजस्व व्यवस्था महलवाड़ी प्रणाली कहलाती है।

22. कृषि उत्पादन में काष्ठ के हलों के स्थान पर इस्पात के हलों का उपयोग निम्नलिखित में किसका उदाहरण है? [I.A. S. (Pre) 2015]

Correct Answer: (b) पूंजी बढ़ाने वाली प्रौद्योगिकीय प्रगति
Solution:प्रौद्योगिकीय प्रगति दो प्रकार की होती है- (i) श्रम बढ़ाने वाली प्रौद्योगिकीय प्रगति तथा (ii) पूंजी बढ़ाने वाली प्रौद्योगिकीय प्रगति। कृषि उत्पादन में काष्ठ के हलों के स्थान पर इस्पात के हलों का उपयोग पूंजी बढ़ाने वाली प्रौद्योगिकीय प्रगति (Capital Augmentation) को इंगित करता है। उन्नत पूंजी संवर्धन प्रगति मौजूदा पूंजीगत वस्तुओं के अधिक उत्पादक उपयोग पर बल देता है।

23. भारत के सकल घरेलू उत्पाद में कृषि एवं उससे संबंधित प्रक्षेत्र का अंश है- [48th to 52nd B.P. S.C. (Pre) 2008]

Correct Answer: (e) 15 प्रतिशत
Solution:प्रश्न में किसी भी वित्त वर्ष का उल्लेख नहीं है और ना ही इसका उल्लेख है कि योगदान स्थिर कीमतों पर या चालू कीमतों पर। हालांकि प्रश्नकाल के दौरान (वर्ष 2008-09) देश के सकल घरेलू उत्पाद में कृषि एवं उससे संबंधित क्षेत्र का अंश लगभग 15 प्रतिशत था। 29 फरवरी, 2024 को जारी राष्ट्रीय आय के द्वितीय अग्रिम अनुमान 2023-24 के अनुसार, स्थिर (2011-12) कीमतों पर वर्ष 2023- 24 (2nd A.E.) तथा वर्ष 2022-23 (1" R.E.) में जीवीए (GVA) में कृषि एवं संबद्ध क्षेत्र का योगदान क्रमशः 14.45 प्रतिशत एवं 15.35 प्रतिशत है। चालू कीमतों पर वर्ष 2023-24 (2nd A.E.) में कृषि एवं संबद्ध क्षेत्र का योगदान 17.6 प्रतिशत है, जबकि वर्ष 2022-23 (1 R.E.) में यह 18.2 प्रतिशत अनुमानित है।

24. भारत की राष्ट्रीय आय में कृषि का योगदान है लगभग- [U.P. R.O./A.R.O. (Mains) 2013]

Correct Answer: (e) 15.10 प्रतिशत
Solution:प्रश्न में यह इंगित नहीं किया गया है कि किस वित्त वर्ष की राष्ट्रीय आय में कृषि के योगदान प्रतिशत को बताना है और न यह कि, योगदान प्रचलित मूल्यों पर या फिर स्थायी मूल्यों पर बताना है। वर्ष 2012-13 में चालू मूल्यों पर सकल घरेलू उत्पाद में कृषि क्षेत्र का योगदान 15.10 प्रतिशत जबकि स्थिर (2011-12) कीमतों पर यह योगदान 11.85 प्रतिशत रहा। 29 फरवरी, 2024 को जारी राष्ट्रीय आय के द्वितीय अग्रिम अनुमान 2023-24 के अनुसार, स्थिर (2011-12) कीमतों पर वर्ष 2023-24 (2nd A.E.) तथा वर्ष 2022-23 (1ª R.E.) में जीवीए (GVA) में कृषि एवं संबद्ध क्षेत्र का योगदान क्रमशः 14.45 प्रतिशत एवं 15.35 प्रतिशत है। चालू कीमतों पर वर्ष 2023-24 (2nd A.E.) में कृषि एवं संबद्ध क्षेत्र का योगदान 17.6 प्रतिशत है, जबकि वर्ष 2022-23 (1ª R.E.) में यह 18.2 प्रतिशत अनुमानित है।

25. कृषि का योगदान इस समय राष्ट्रीय जीडीपी में लगभग है- [U.P.P.C.S. (Mains) 2012]

Correct Answer: (e) 14.1%,
Solution:आर्थिक सर्वेक्षण, 2012-13 के अनुसार वर्ष 2011-12 में कृषि एवं संबंधित क्षेत्रों का राष्ट्रीय जीडीपी में योगदान 14.1 प्रतिशत था। 29 फरवरी, 2024 को जारी राष्ट्रीय आय के द्वितीय अग्रिम अनुमान 2023-24 के अनुसार, स्थिर (2011-12) कीमतों पर वर्ष 2023-24 (2nd A.E.) तथा वर्ष 2022-23 (1ª R.E.) में जीवीए (GVA) में कृषि एवं संबद्ध क्षेत्र का योगदान क्रमशः 14.45 प्रतिशत एवं 15.35 प्रतिशत है। चालू कीमतों पर वर्ष 2023-24 (2nd A.E.) में कृषि एवं संबद्ध क्षेत्र का योगदान 17.6 प्रतिशत है, जबकि वर्ष 2022-23 (2nd A.E.) में यह 18.2 प्रतिशत अनुमानित है।

26. इस समय भारत की राष्ट्रीय आय में कृषि का योगदान है- [U.P.P.C.S. (Pre) 1998* U.P.P.C.S. (Pre) 1996]

Correct Answer: (e) 24.47%,
Solution:वित्तीय वर्ष 1996-97 में कृषि एवं संबद्ध क्षेत्र का जीडीपी में योगदान 26.19 प्रतिशत तथा वर्ष 1997-98 में 24.47 प्रतिशत था। 29 फरवरी, 2024 को जारी राष्ट्रीय आय के द्वितीय अग्रिम अनुमान 2023-24 के अनुसार, स्थिर (2011-12) कीमतों पर वर्ष 2023-24 (2nd A.E.) तथा वर्ष 2022-23 (1ª R.E.) में जीवीए (GVA) में कृषि एवं संबद्ध क्षेत्र का योगदान क्रमशः 14.45 प्रतिशत एवं 15.35 प्रतिशत है। चालू कीमतों पर वर्ष 2023-24 (2nd A.E.) में कृषि एवं संबद्ध क्षेत्र का योगदान 17.6 प्रतिशत है, जबकि वर्ष 2022-23 (2nd A.E.) में चालू मूल्यों पर जीवीए में कृषि एवं संबद्ध क्षेत्र का हिस्सा 18.2 प्रतिशत अनुमानित है।

27. भारत के सकल घरेलू उत्पाद में 2010-11 में कृषि और संबंधित क्षेत्रों का योगदान कितना रहा है? [U.P. U.D.A./L.D.A. (Spl.) (Pre) 2010]

Correct Answer: (b) लगभग 15 प्रतिशत
Solution:भारत के सकल घरेलू उत्पाद में वर्ष 2010-11 में कृषि और संबद्ध क्षेत्र का योगदान 14.5 प्रतिशत (लगभग 15%) था। 29 फरवरी, 2024 को जारी राष्ट्रीय आय के द्वितीय अग्रिम अनुमान 2023-24 के अनुसार, स्थिर (2011-12) कीमतों पर वर्ष 2023-24 (2nd A.E.) तथा वर्ष 2022-23 (1ª R.E.) में जीवीए (GVA) में कृषि एवं संबद्ध क्षेत्र का योगदान क्रमशः 14.45 प्रतिशत एवं 15.35 प्रतिशत है। चालू कीमतों पर वर्ष 2023-24 (2nd A.E.) में कृषि एवं संबद्ध क्षेत्र का योगदान 17.6 प्रतिशत है, जबकि वर्ष 2022-23 (2nd A.E.) में चालू मूल्यों पर जीवीए में कृषि एवं संबद्ध क्षेत्र का हिस्सा 18.2 प्रतिशत अनुमानित है।

28. भारतीय अर्थव्यवस्था में कृषि का योगदान- [U.P. P.C.S. (mains) 2017]

Correct Answer: (b) घट रहा है।
Solution:भारत जैसे विकासशील देश में कृषि क्षेत्र और ग्रामीण अर्थव्यवस्था आजीविका के अवसर उपलब्ध कराने, खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने और उद्योग एवं सेवा क्षेत्रों के विकास को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। हालांकि विकास की प्रक्रिया में अन्य बातों के साथ-साथ सकल मूल्य वर्धन (GVA) में कृषि का योगदान घटता जाता है, जिसे वर्तमान भारतीय परिप्रेक्ष्य में भी देखा जा सकता है।

वर्ष 1950 में भारत के कृषि क्षेत्र का देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में लगभग 52.0 प्रतिशत का योगदान था तथा देश की लगर्भ 70 प्रतिशत आबादी को इसमें रोजगार प्राप्त था। वर्ष 2019 तक इस क्षेत्र में लगभग 42 प्रतिशत जनसंख्या को ही रोजगार मिल पाया तथा जीडीपी में भी इस क्षेत्र का योगदान घटकर मात्र 16 प्रतिश्ता ही रह गया। 29 फरवरी, 2024 को जारी राष्ट्रीय आय के द्वितीय अग्रिम अनुमान 2023-24 के अनुसार, स्थिर (2011-12) कीमतों पर वर्ष 2023-24 (2nd A.E.) तथा वर्ष 2022-23 (1ª R.E.) में जीवीए (GVA) में कृषि एवं संबद्ध क्षेत्र का योगदान क्रमशः 14.45 प्रतिशत एवं 15.35 प्रतिशत है। चालू कीमतों पर वर्ष 2023-24 (2nd A.E.) में कृषि एवं संबद्ध क्षेत्र का योगदान 17.6 प्रतिशत है, जबकि वर्ष 2022- 23 (20d A.E.) में चालू मूल्यों पर जीवीए में कृषि एवं संबद्ध क्षेत्र का हिस्सा 18.2 प्रतिशत अनुमानित है। इस प्रकार स्पष्ट है कि भारतीय अर्थव्यस्था में कृषि क्षेत्र का योगदान घट रहा है।

29. आर्थिक नियोजन के युग के आरंभ से भारत की सकल राष्ट्रीय आय में कृषि का हिस्सा- [U.P.P.C.S. (Pre) 1999 U.P. Lower Sub. (Pre) 2004]

Correct Answer: (a) निरंतर कम होता रहा
Solution:नियोजन के प्रारंभ में अर्थात वर्ष 1950-51 में भारत के सकल राष्ट्रीय उत्पाद (जीडीपी) में कृषि का हिस्सा लगभग 52 प्रतिशत था, जो समय के साथ-साथ क्रमशः कम होते हुए में वर्ष 2019 तक लगभग 16 प्रतिशत रह गया। 29 फरवरी, 2024 को जारी राष्ट्रीय आय के द्वितीय अग्रिम अनुमान 2023-24 के अनुसार, स्थिर (2011-12) कीमतों पर वर्ष 2023-24 (2nd A.E.) तथा वर्ष 2022-23 (1ª R.E.) में जीवीए (GVA) में कृषि एवं संबद्ध क्षेत्र का योगदान क्रमशः 14.45 प्रतिशत एवं 15.35 प्रतिशत है। चालू कीमतों पर वर्ष 2023-24 (2nd A.E.) में कृषि एवं संबद्ध क्षेत्र का योगदान 17.6 प्रतिशत है, जबकि वर्ष 2022-23 (2 A.E.) में यह 18.2 प्रतिशत अनुमानित है। इस प्रकार स्पष्ट है कि भारतीय अर्थव्यस्था में कृषि क्षेत्र का योगदान घट रहा है।

30. कृषि जनगणना (2015-16) के संदर्भ में कौन-सा/कौन-से सही है। हैं? [Chhatisgarh P.C.S. (Pre) 2021]

(i) लघु और सीमांत किसान कुल किसानों का 86.2 प्रतिशत हैं, जबकि वे केवल 47.3 प्रतिशत फसल क्षेत्रों (कुल फसल क्षेत्र का) के मालिक हैं।

(ii) राज्यवार कृषकों की कुल संख्या के आधार पर महाराष्ट्र तीसरे स्थान पर है।

(iii) राज्यवार कुल जोती गई भूमि क्षेत्रफल के आधार पर राजस्थान प्रथम स्थान पर है।

Correct Answer: (a) (i), (ii) और (iii)
Solution:कृषि जनगणना (2015-16) के अनुसार, देश में लघु और सीमांत जोतों के एक साथ लेने पर अर्थात 2.0 हेक्टेयर से कम क्षेत्रफल वाली जोतों की कुल क्रियाशील जोतों में प्रतिशत हिस्सा वर्ष 1015- 16 में 86.08 प्रतिशत है, जबकि कि वर्ष 2010-11 में यह 85.01 प्रतिशत था। ऐसी जोतों का परिचालन क्षेत्र में हिस्सा, वर्ष 2015-16 में 46.94 प्रतिशत है, जबकि वर्ष 2010-11 में यह 44.58 प्रतिशत था। वर्ष 2015-16 में देश की कुल 146.45 मिलियन क्रियाशील जोतों में सर्वाधिक क्रियाशील जोत धारकों की संख्या वाले राज्य क्रमशः उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र तथा मध्य प्रदेश हैं। वर्ष 2015-16 में ही देश में कुल 157.82 मिलियन हेक्टेयर परिचालित क्षेत्र में सार्वधिक योगदान राजस्थान का हैं उसके पश्चात महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश तथा मध्य प्रदेश का स्थान है। अतः कथन (i) गलत तथा कथन (ii) और (iii) सही हैं। कृषि संगणना, 2015-16 के अनंतिम आंकड़ों के संदर्भ में कथन (i) भी सही है।