Solution:वर्तमान में भारतीय निर्यात को मोटे तौर पर चार वर्गों में बांट सकते हैं-1. कृषि और संबंधित उत्पाद जिसमें कॉफी, चाय, खली, गरम मसाले, सूखे मेवे, फल, सब्जियां आदि।
2. अयस्कों और खनिजों में मैगनीज अयस्क, अभ्रक, कच्चा लोहा आदि।
3. इंजीनियरिंग वस्तुएं, निर्मित वस्तुओं में सूती वस्त्र, सिले- सिलाए वस्त्र, पटसन की वस्तुएं, चमड़े के सामान आदि।
4. खनिज, ईंधन और लुब्रिकेन्ट्स आदि।
भारत ने धीरे-धीरे स्वतंत्रता पूर्व परंपरागत उत्पाद निर्यात करने वाले देशों से वर्तमान में गैर-परंपरागत उत्पादित वस्तुओं के निर्यातक के रूप में स्वयं को परिवर्तित कर लिया है। फिर भी परंपरागत वस्तुओं का अभी भी निर्यात हो रहा है, लेकिन गैर-परंपरागत वस्तुओं की तुलना में कम।