1. स्थायी कृषि एकधान्य कृषि पद्धति को हतोत्साहित करता है, किंतु पारंपरिक रासायनिक कृषि में एकधान्य कृषि पद्धति की प्रधानता है।
2. पारंपरिक रासायनिक कृषि के कारण मृदा की लवणता में वृद्धि हो सकती है, किंतु इस तरह की परिघटना स्थायी कृषि में दृष्टिगोचर नहीं होती है।
3. पारंपरिक रासायनिक कृषि अर्धशुष्क क्षेत्रों में आसानी से संमव है, किंतु ऐसे क्षेत्रों में स्थायी कृषि इतनी आसानी से संभव नहीं है।
4. मल्च बनाने (मल्चिंग) की प्रथा स्थायी कृषि से काफी महत्वपूर्ण है, किंतु पारंपरिक रासायनिक कृषि में ऐसी प्रथा आवश्यक नहीं है।
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए।
Correct Answer: (b) 1, 2 और 4
Solution:प्रकृति के साधनों का बिना दुरुपयोग या प्रदूषित किए अधिकतम उपयोग करने वाली कृषि की विधि को स्थायी कृषि कहा जा सकता है। इसमें मृदा जल और प्राकृतिक रूप से निर्मित खाद और उसके संरक्षण के लिए क्राप रोटेशन, मल्चिंग विधि के तहत मिट्टी को ढकना आदि अपनाकर कृषि की जाती है, अतः कथन 1, 2, 4 सत्य हैं। यह विधि शुष्क, अर्धशुष्क क्षेत्रों में भी प्रभावकारी है, अतः कथन 3 असत्य है।