Correct Answer: (b) आयनीकारक विकिरण
Solution:आयनीकारक विकिरण जल के रेडियोलिसिस के माध्यम से प्रत्यक्ष DNA क्षति और अप्रत्यक्ष क्षति उत्पन्न करता है। बेंजीन वाष्प- हवा से भारी और निचले इलाकों में डूब सकता है। यह श्वसन तंत्र, त्वचा और आंखों में जलन उत्पन्न कर सकता है, एनीमिया और ल्यूकेमिया का कारण बन सकता है। क्लोरीनयुक्त जल परजीवियों, जीवाणु और विषाणु को मारने के लिए उपयोग किया जाता है। क्लोरोफॉर्म (CHCI) एक रंगहीन द्रव जो तेजी से वाष्पित होकर गैस बन जाता है और आंखों, त्वचा, यकृत, किडनी और तंत्रिका तंत्र को नुकसान पहुंचा सकता है।