खिलाफत आंदोलन (UPPCS)

Total Questions: 17

1. निम्नलिखित में से किसने खिलाफत आंदोलन का प्रारंभ किया था? नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए- [U.P. Lower Sub. (Pre) 2008]

1. शौकत अली                 2. मुहम्मद अली

3. शरीयतुल्ला                 4. अबुल कलाम आजाद

कूट :

Correct Answer: (b) 1, 2 और 4
Solution:खिलाफत आंदोलन भारत में मुख्यतः मुसलमानों द्वारा चलाया गया राजनीतिक-धार्मिक आंदोलन था। इस आंदोलन का उद्देश्य तुर्की में खलीफा के पद की पुनः स्थापना कराने के लिए अंग्रेजों पर दबाव बनाना था। खिलाफत आंदोलन प्रारंभ करने के लिए गठित खिलाफत कमेटी में शौकत अली, मुहम्मद अली, अबुल कलाम आजाद, हकीम अजमल खान, हसरत मोहानी तथा डॉ. अंसारी शामिल थे। तथापि खिलाफत आंदोलन प्रारंभ करने का श्रेय मुख्यतः अली बंधुओं-शौकत अली एवं मुहम्मद अली को दिया जाता है। हाजी शरीयतुल्ला 19 वीं शती के फरायजी आंदोलन के संस्थापक थे।

2. 'खिलाफत आंदोलन' के प्रमुख नेता निम्नलिखित में से कौन थे? [U.P.P.C.S (Pre) 2016]

Correct Answer: (a) मौलाना मोहम्मद अली और शौकत अली
Solution:खिलाफत आंदोलन भारत में मुख्यतः मुसलमानों द्वारा चलाया गया राजनीतिक-धार्मिक आंदोलन था। इस आंदोलन का उद्देश्य तुर्की में खलीफा के पद की पुनः स्थापना कराने के लिए अंग्रेजों पर दबाव बनाना था। खिलाफत आंदोलन प्रारंभ करने के लिए गठित खिलाफत कमेटी में शौकत अली, मुहम्मद अली, अबुल कलाम आजाद, हकीम अजमल खान, हसरत मोहानी तथा डॉ. अंसारी शामिल थे। तथापि खिलाफत आंदोलन प्रारंभ करने का श्रेय मुख्यतः अली बंधुओं-शौकत अली एवं मुहम्मद अली को दिया जाता है। हाजी शरीयतुल्ला 19 वीं शती के फरायजी आंदोलन के संस्थापक थे।

3. खिलाफत आंदोलन के मुख्य उद्देश्य निम्नलिखित में से कौन-कौन से थे? [I.A.S. (Pre) 1993]

1. भारत के मुसलमानों में ब्रिटिश विरोधी भावना उत्पन्न करना

2. मुस्लिम समाज का सुधार

3. पृथक निर्वाचक मंडल की मांग और खिलाफत का रक्षण

4. ऑटोमन साम्राज्य की रक्षा और खिलाफत का रक्षण

नीचे दिए हुए कूटों में से सही उत्तर का चयन कीजिए-

Correct Answer: (d) 1 और 4
Solution:भारत के मुसलमान तुर्की के सुल्तान को इस्लामी साम्राज्य का खलीफा मानते थे। प्रथम विश्व युद्ध में तुर्की मित्र देशों के विरुद्ध लड़ रहा था। युद्ध के समय ब्रिटिश राजनीतिज्ञों ने भारतीय मुसलमानों को वचन दिया था कि वे तुर्की साम्राज्य को किसी प्रकार समाप्त नहीं होने देंगे, लेकिन युद्ध समाप्त होने के बाद ब्रिटिश सरकार ने तुर्की साम्राज्य का विघटन कर दिया। भारतीय मुसलमान ब्रिटिश साम्राज्य से नफरत करने लगे और उन्होंने तुर्की के ऑटोमन साम्राज्य की रक्षा और खलीफा को बनाए रखने के लिए आंदोलन प्रारंभ किया। तुर्की साम्राज्य के विभाजन के विरुद्ध शुरू हुए खिलाफत आंदोलन ने उस समय अधिक जोर पकड़ लिया, जब इसमें गांधीजी सम्मिलित हुए।

4. वर्ष 1919 में अखिल भारतीय खिलाफत सम्मेलन का अध्यक्ष किसे चुना गया ? [U.P. P.C.S. (Pre) 1993]

Correct Answer: (a) महात्मा गांधी
Solution:अंग्रेजों द्वारा तुर्की साम्राज्य का विभाजन करने के विरुद्ध खिलाफत आंदोलन प्रारंभ हुआ। दिल्ली में 23-24 नवंबर, 1919 को होने वाले खिलाफत कमेटी के सम्मेलन में 24 नवंबर को अध्यक्षता महात्मा गांधी को प्रदान की गई। दिसंबर, 1919 में हुए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अमृतसर अधिवेशन से खिलाफत आंदोलन को और अधिक बढ़ावा मिला। गांधीजी ने इसे हिंदू-मुस्लिम एकता के एक ऐसे स्वर्णिम अवसर के रूप में देखा, जो आगे सौ वर्षों में भी नहीं प्राप्त हो सकता। तदनुसार उन्होंने अंग्रेजों के विरुद्ध आंदोलन में भारतीय मुसलमानों का सहयोग प्राप्त करने के लिए खिलाफत आंदोलन का समर्थन किया।

5. महात्मा गांधी ने खिलाफत आंदोलन का समर्थन क्यों किया ? [48th to 52nd B.P.S.C. (Pre) 2008]

Correct Answer: (b) गांधीजी ने अंग्रेजों के खिलाफ अपने आंदोलन में भारतीय मुसलमानों का सहयोग प्राप्त करना चाहा था
Solution:अंग्रेजों द्वारा तुर्की साम्राज्य का विभाजन करने के विरुद्ध खिलाफत आंदोलन प्रारंभ हुआ। दिल्ली में 23-24 नवंबर, 1919 को होने वाले खिलाफत कमेटी के सम्मेलन में 24 नवंबर को अध्यक्षता महात्मा गांधी को प्रदान की गई। दिसंबर, 1919 में हुए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अमृतसर अधिवेशन से खिलाफत आंदोलन को और अधिक बढ़ावा मिला। गांधीजी ने इसे हिंदू-मुस्लिम एकता के एक ऐसे स्वर्णिम अवसर के रूप में देखा, जो आगे सौ वर्षों में भी नहीं प्राप्त हो सकता। तदनुसार उन्होंने अंग्रेजों के विरुद्ध आंदोलन में भारतीय मुसलमानों का सहयोग प्राप्त करने के लिए खिलाफत आंदोलन का समर्थन किया।

6. खिलाफत आंदोलन को समर्थन दिया था- [Uttarakhand P.C.S. (Mains) 2002]

Correct Answer: (d) गांधीजी ने
Solution:अंग्रेजों द्वारा तुर्की साम्राज्य का विभाजन करने के विरुद्ध खिलाफत आंदोलन प्रारंभ हुआ। दिल्ली में 23-24 नवंबर, 1919 को होने वाले खिलाफत कमेटी के सम्मेलन में 24 नवंबर को अध्यक्षता महात्मा गांधी को प्रदान की गई। दिसंबर, 1919 में हुए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अमृतसर अधिवेशन से खिलाफत आंदोलन को और अधिक बढ़ावा मिला। गांधीजी ने इसे हिंदू-मुस्लिम एकता के एक ऐसे स्वर्णिम अवसर के रूप में देखा, जो आगे सौ वर्षों में भी नहीं प्राप्त हो सकता। तदनुसार उन्होंने अंग्रेजों के विरुद्ध आंदोलन में भारतीय मुसलमानों का सहयोग प्राप्त करने के लिए खिलाफत आंदोलन का समर्थन किया।

7. किसने खिलाफत आंदोलन को 'हिंदुओं और मुसलमानों की एकता के एक ऐसे अवसर' के रूप में देखा जो सौ वर्षों में भी पुनः प्रस्तुत नहीं होगा ? [40th B.P.S.C. (Pre) 1995]

Correct Answer: (c) महात्मा गांधी
Solution:अंग्रेजों द्वारा तुर्की साम्राज्य का विभाजन करने के विरुद्ध खिलाफत आंदोलन प्रारंभ हुआ। दिल्ली में 23-24 नवंबर, 1919 को होने वाले खिलाफत कमेटी के सम्मेलन में 24 नवंबर को अध्यक्षता महात्मा गांधी को प्रदान की गई। दिसंबर, 1919 में हुए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अमृतसर अधिवेशन से खिलाफत आंदोलन को और अधिक बढ़ावा मिला। गांधीजी ने इसे हिंदू-मुस्लिम एकता के एक ऐसे स्वर्णिम अवसर के रूप में देखा, जो आगे सौ वर्षों में भी नहीं प्राप्त हो सकता। तदनुसार उन्होंने अंग्रेजों के विरुद्ध आंदोलन में भारतीय मुसलमानों का सहयोग प्राप्त करने के लिए खिलाफत आंदोलन का समर्थन किया।

8. निम्नलिखित में से किस एक ने खिलाफत आंदोलन के दौरान हाज़िक्-उल-मुल्क की पदवी त्याग दी थी? [U.P.P.C.S. (Mains) 2014]

Correct Answer: (d) हकीम अजमल खां
Solution:हकीम अजमल खां ने खिलाफत आंदोलन के दौरान अप्रैल, 1920 में 'हाज़िक्-उल-मुल्क' (Haziq-ul-Mulk) की पदवी त्याग दी थी। यह पदवी ब्रिटिश सरकार द्वारा वर्ष 1908 में उन्हें प्रदान की गई थी।

9. गांधीजी को किसने सावधान किया था कि मुस्लिम धार्मिक नेताओं और उनके अनुयायियों के कट्टरपन को प्रोत्साहित न करें? [U.P. P.C.S. (Pre) 2002 U.P. P.S.C. (GIC) 2010]

Correct Answer: (d) मुहम्मद अली जिन्ना
Solution:मुहम्मद अली जिन्ना (जब वे राष्ट्रवादी थे) खिलाफत आंदोलन को देश की स्वतंत्रता के आंदोलन से जोड़ने के विरोधी थे। उन्होंने गांधीजी को राजनीति में धर्म को न लाने की सलाह दी थी। उन्होंने खिलाफत आंदोलन में गांधीजी की भागीदारी के विरुद्ध गांधीजी को सावधान किया था कि वे मुस्लिम धार्मिक नेताओं एवं उनके अनुयायियों के कट्टरपन को प्रोत्साहित न करें।

10. निम्नलिखित में से किसने महात्मा गांधी की खिलाफत आंदोलन में भागीदारी की भर्त्सना की थी? [U.P.P.C.S. (Mains) 2011]

Correct Answer: (d) एम.ए. जिन्ना
Solution:मुहम्मद अली जिन्ना ने महात्मा गांधी की धार्मिक नेताओं द्वारा प्रारंभ खिलाफत आंदोलन में भागीदारी की भर्त्सना की थी, जबकि मौलाना मुहम्मद अली, शौकत अली, अबुल कलाम आजाद, हकीम अजमल खां और हसरत मोहानी खिलाफत आंदोलन में गांधीजी के प्रमुख सहयोगी थे।