गरीबी

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1. निम्नलिखित में से कौन-सा/से निर्धनता का/के प्रकार है/हैं? [U.P.P.C.S. (Pre) 2023]

(1) पूर्ण (परम) निर्धनता   (2) सापेक्ष निर्धनता

(3) व्यक्तिपरक निर्धनता   (4) प्रकार्यात्मक निर्धनता

नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर को चुनिए -

Correct Answer: (b) केवल (1), (2) एवं (3)
Solution:गरीबी का तात्पर्य आधारभूत आवश्यकताओं तक पहुंच की असमर्थता से है; अर्थात जब व्यक्ति अपनी मौलिक जरूरतों को भी न पूरा कर पाए, तो वह गरीब कहलाता है।

गरीबी के मुख्य दो रूप हैं -

(1) पूर्ण (परम) या निरपेक्ष गरीबी (Absolute Poverty)

(2) सापेक्ष गरीबी (Relative Poverty)

इसी के साथ समाज में अन्य तरह की भी गरीबी पाई जाती है, जिनमें से एक व्यक्तिपरक गरीबी (Subjective Poverty) है।

2. निम्नलिखित में से किस वर्ष में संयुक्त राष्ट्र संघ ने 'परम गरीबी' की परिभाषा अंगीकृत की थी? [U.P.P.C.S. (Pre) 2017]

Correct Answer: (b) 1995
Solution:वर्ष 1995 में कोपेनहेगन (डेनमार्क) में आयोजित 'सामाजिक विकास के लिए विश्व शिखर सम्मेलन' में संयुक्त राष्ट्र ने गरीबी को परम गरीबी (Absolute poverty) एवं समग्र गरीबी (Overall poverty) के दो रूपों में परिभाषित किया। मूलभूत मानवीय आवश्यकताओं जैसे- भोजन, सुरक्षित पेयजल, स्वच्छता सुविधाएं, स्वास्थ्य, आवास, शिक्षा तथा सूचना तक पहुंच से गंभीर रूप से वंचित रहने की स्थिति को 'परम गरीबी' (Absolute Poverty) के रूप में परिभाषित किया गया है। इसके अतिरिक्त कुपोषण, अस्थायी एवं अपर्याप्त आजीविका, बीमारी की स्थिति, दूषित वातावरण में निवास आदि जैसी स्थितियों में होने, जिनसे निर्णयन क्षमता तथा सम्मानजनक नागरिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक जीवन पर दुष्प्रभाव पड़ता है, को समग्र गरीबी के रूप में परिभाषित किया गया है।

3. भारत में गरीबी के अनुमान हेतु निम्नलिखित में से कौन-सा/से विधियों का प्रयोग किया जा रहा है/हैं? [U.P.P.C.S. (Pre) 2020]

1. सिर गणना विधि

2. कैलोरी ग्रहण

3. पारिवारिक उपभोग व्यय

4. प्रति व्यक्ति आय

नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए।

Correct Answer: (b) 1, 2 और 3
Solution:भारत में गरीबी रेखा का निर्धारण पारिवारिक उपभोग व्यय के आधार पर किया जाता है। साथ ही इसमें सिर गणना विधि तथा कैलोरी ग्रहण विधि का भी प्रयोग होता है।

4. भारत में गरीबी अनुमानों का आधार है- [U.P. R.O./A.R.O. (Pre) 2013]

Correct Answer: (c) परिवार का उपभोग व्यय
Solution:तत्कालीन योजना आयोग द्वारा गरीबी रेखा से नीचे अधिवासित जनसं- ख्या की गणना हेतु एक विशेषज्ञ दल का गठन किया गया था, जिसने 'राष्ट्रीय प्रतिदर्श सर्वेक्षण कार्यालय' (NSSO) द्वारा एकत्रित, परिवार उपभोग व्यय के आंकड़ों का उपयोग गरीबी अनुमान हेतु किया। अतः भारत में गरीबी अनुमानों का आधार परिवार का उपभोग व्यय है।

5. गरीबी रेखा को निर्धारित करने के लिए कौन-सा संगठन, सर्वेक्षण करता है? [68th B.P.S.C. (Pre) 2022]

Correct Answer: (b) एन.एस.एस.ओ.
Solution:तत्कालीन योजना आयोग द्वारा गरीबी रेखा से नीचे अधिवासित जनसं- ख्या की गणना हेतु एक विशेषज्ञ दल का गठन किया गया था, जिसने 'राष्ट्रीय प्रतिदर्श सर्वेक्षण कार्यालय' (NSSO) द्वारा एकत्रित, परिवार उपभोग व्यय के आंकड़ों का उपयोग गरीबी अनुमान हेतु किया। अतः भारत में गरीबी अनुमानों का आधार परिवार का उपभोग व्यय है।

6. भारत में बेरोजगारी और गरीबी के अनुमान आधारित हैं- [R.A.S./R.T.S. (Pre) 2016]

Correct Answer: (c) NSSO के परिवारों के उपभोग व्यय के सर्वे पर।
Solution:तत्कालीन योजना आयोग द्वारा गरीबी रेखा से नीचे अधिवासित जनसं- ख्या की गणना हेतु एक विशेषज्ञ दल का गठन किया गया था, जिसने 'राष्ट्रीय प्रतिदर्श सर्वेक्षण कार्यालय' (NSSO) द्वारा एकत्रित, परिवार उपभोग व्यय के आंकड़ों का उपयोग गरीबी अनुमान हेतु किया। अतः भारत में गरीबी अनुमानों का आधार परिवार का उपभोग व्यय है।

7. भारत में गरीबी रेखा के निर्धारण का आधार है- [U.P. U.D.A./L.D.A. (Spl.) (Mains) 2010]

Correct Answer: (c) उपभोग आंकड़ा
Solution:तत्कालीन योजना आयोग द्वारा गरीबी रेखा से नीचे अधिवासित जनसं- ख्या की गणना हेतु एक विशेषज्ञ दल का गठन किया गया था, जिसने 'राष्ट्रीय प्रतिदर्श सर्वेक्षण कार्यालय' (NSSO) द्वारा एकत्रित, परिवार उपभोग व्यय के आंकड़ों का उपयोग गरीबी अनुमान हेतु किया। अतः भारत में गरीबी अनुमानों का आधार परिवार का उपभोग व्यय है।

8. भारत में निर्धनता के स्तर का आकलन किया जाता है- [U.P.P.C.S. (Pre) 2009 U.P. Lower Sub. (Pre) 2013 U.P.R.O./A.R.O. (Mains) 2013]

Correct Answer: (c) परिवार के उपभोग-व्यय के आधार पर
Solution:तत्कालीन योजना आयोग द्वारा गरीबी रेखा से नीचे अधिवासित जनसं- ख्या की गणना हेतु एक विशेषज्ञ दल का गठन किया गया था, जिसने 'राष्ट्रीय प्रतिदर्श सर्वेक्षण कार्यालय' (NSSO) द्वारा एकत्रित, परिवार उपभोग व्यय के आंकड़ों का उपयोग गरीबी अनुमान हेतु किया। अतः भारत में गरीबी अनुमानों का आधार परिवार का उपभोग व्यय है।

9. शहरी क्षेत्रों में गरीबी के आकलन का आधार किस सूचकांक को माना जाता है? [Jharkhand P.C.S. (Pre) 2023]

Correct Answer: (d) औद्योगिक श्रमिकों का उपभोक्ता मूल्य सूचकांक
Solution:शहरी क्षेत्रों में गरीबी के आकलन हेतु औद्योगिक श्रमिकों के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI-IW) को आधार बनाया जाता है, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि श्रमिकों के गरीबी आकलन हेतु 'कृषि श्रमिकों के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक' (CPI-AL/RL) को आधार बनाया जाता है। थोक मूल्य सूचकांक सामान्य कीमत स्तर में परिवर्तन का संकेत देता है। 'शेयर सूचकांक' या 'शेयर बाजार सूचकांक' शेयर बाजार के एक अनुभाग का माप है। इसकी गणना चयनित शेयरों की कीमतों से की जाती है।

10. 2004-05 के 61वें एन.एस.एस.ओ. डाटा में निर्धनता आकलन करने के लिए विधि अपनाई गई है- [Jharkhand P.C.S. (Pre) 2016]

Correct Answer: (c) यू.आर.एम. और एम.आर.एम. दोनों
Solution:NSSO द्वारा वर्ष 2004-05 के लिए किए गए 61वें दौर के आंकड़ों में निर्धनता आकलन के लिए यू. आर. पी. (यूनिफॉर्म रिकॉल पीरियड) तथा एम. आर. पी. (मिक्स्ड रिकॉल पीरियड) विधि का प्रयोग किया गया। यू. आर. पी. विधि में 30 दिन की रिकॉल अवधि में सभी उपभोग मदों के लिए उपभोक्ता व्यय संबंधी आंकड़े एकत्रित किए जाते हैं। जबकि एम. आर. पी. में 5 गैर-खाद्य मदों, जैसे- वस्त्र, जूते, चप्पल, टिकाऊ वस्तुएं, शिक्षा तथा संस्थागत मेडिकल व्यय 365 दिन की रिकॉ ल अवधि के लिए तथा शेष मदों के लिए उपभोग व्यय 30 दिवसीय रिकॉल अवधि से एकत्रित किए जाते हैं, का प्रयोग किया गया।