Correct Answer: (c) श्रम की सीमांत उत्पादकता शून्य है
Solution:ऐसे श्रमिक, जो ऊपर से देखने में तो रोजगार में लगे रहते हैं, पर वास्तव में रोजगार में नहीं होते हैं, क्योंकि उनसे प्राप्त होने वाला सीमांत उत्पादन शून्य है अर्थात यदि उन्हें कार्य से बाहर कर दिया जाए, तब भी कुल उत्पादन में कोई कमी नहीं होगी। अतः ऐसी बेरोजगारी को जो वास्तव में होती तो है परंतु दिखती नहीं, को प्रच्छन्न बेरोजगारी कहते हैं। भारतीय कृषि क्षेत्र में पाई जाने वाली यह बेरोजगारी एक गंभीर समस्या है।