Correct Answer: (d) हाशिम समिति
Solution:शहरी क्षेत्रों में रहने वाले गरीबों के पहचान हेतु वर्ष 2010 में एक विशेषज्ञ समिति का गठन प्रो. एस.आर. हाशिम की अध्यक्षता में किया गया था, जिसने अपनी रिपोर्ट दिसंबर, 2012 में प्रस्तुत की। समिति के अनुसार, शहरी गरीबों की पहचान तीन प्रकार की कमजोरियों (Vulnerabilities) के आधार पर की जा सकती है, जो निम्न हैं- (1) आवासीय कमजोरी, (2) सामाजिक कमजोरी तथा (3) पेशाजनक कमजोरी।