गवर्नर/गवर्नर जनरल/वायसराय (UPPCS)

Total Questions: 50

1. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए- [I.A.S. (Pre) 2007]

1. रॉबर्ट क्लाइव बंगाल के प्रथम गवर्नर जनरल थे।

2. विलियम बेंटिक भारत के प्रथम गवर्नर जनरल थे।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

Correct Answer: (b) केवल 2
Solution:वॉरेन हेस्टिंग्स को 1774 ई. में बंगाल का प्रथम गवर्नर जनरल नियुक्त किया गया। 1834 ई. में लॉर्ड विलियम बेंटिक को भारत का प्रथम गवर्नर जनरल बनाया गया। रॉबर्ट क्लाइव बंगाल का पहला गवर्नर नियुक्त किया गया था, जो इस पद पर 1758-60 ई. एवं 1765-67 ई. की अवधि में रहा।

2. भारत के प्रथम गवर्नर जनरल थे? [R.A.S./R.T.S. (Pre) 1997]

Correct Answer: (b) वॉरेन हेस्टिंग्स
Solution:वॉरेन हेस्टिंग्स को 1774 ई. में बंगाल का प्रथम गवर्नर जनरल नियुक्त किया गया। 1834 ई. में लॉर्ड विलियम बेंटिक को भारत का प्रथम गवर्नर जनरल बनाया गया। रॉबर्ट क्लाइव बंगाल का पहला गवर्नर नियुक्त किया गया था, जो इस पद पर 1758-60 ई. एवं 1765-67 ई. की अवधि में रहा।

3. भारत का प्रथम गवर्नर जनरल कौन था? [66th B.P.S.C. (Pre) (Re-Exam) 2020]

Correct Answer: (e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/उपर्युक्त में से एक से अधिक
Solution:वॉरेन हेस्टिंग्स को 1774 ई. में बंगाल का प्रथम गवर्नर जनरल नियुक्त किया गया। 1834 ई. में लॉर्ड विलियम बेंटिक को भारत का प्रथम गवर्नर जनरल बनाया गया। रॉबर्ट क्लाइव बंगाल का पहला गवर्नर नियुक्त किया गया था, जो इस पद पर 1758-60 ई. एवं 1765-67 ई. की अवधि में रहा।

4. निम्नलिखित घटनाओं पर विचार कीजिए- [U.P. R.O./A.R.O. (Re-Exam) (Pre) 2016]

1. क्लाइव का पुनः भारत आगमन

2. इलाहाबाद की संधि

3. बक्सर का युद्ध

4. वॉरेन हेस्टिंग्स का भारत का गवर्नर बनना।

उपर्युक्त घटनाओं के घटित होने के कालक्रमानुसार को निम्नलिखित कूट में से सही क्रम का चयन कीजिए।

Correct Answer: (b) 3, 1, 2, 4
Solution:विकल्पगत घटनाओं का कालक्रम इस प्रकार है-

बक्सर का युद्ध                               -    22/23 अक्टूबर, 1764

क्लाइव का पुनः भारत आगमन      -    3 मई, 1765

इलाहाबाद की संधि                        -   अगस्त, 1765

वॉरेन हेस्टिंग्स का बंगाल का गवर्नर बनना - 1772 ई.

इस प्रश्न में त्रुटि है। वॉरेन हेस्टिंग्स को भारत का गवर्नर बताया गया है जो कि गलत है। वह कलकत्ता प्रेसीडेंसी या बंगाल का गवर्नर 1772 ई. में बना तथा 1774 ई. में बंगाल का गवर्नर जनरल बना। निकटतम सही उत्तर विकल्प (b) होगा।

5. निम्न कथनों में से कौन-सा सही नहीं है? [U.P. P.S.C. (GIC) 2010]

Correct Answer: (c) लॉर्ड विलियम बेंटिक सबसे बड़े ब्रिटिश शासकों में से एक था; क्योंकि उसने भारत में ब्रिटिश साम्राज्य को संगृहीत किया।
Solution:क्लाइव के समय में असैनिक तथा सैनिक दोनों सुधार हुए। असैनिक सुधारों के अंतर्गत क्लाइव ने उपहार लेना तथा निजी व्यापार बंद करा दिया। उसने आंतरिक कर देना अनिवार्य बना दिया। सैनिक सुधारों के अंतर्गत क्लाइव ने आज्ञा दी कि दोहरा भत्ता बंद कर दिया जाए तथा जनवरी, 1766 से यह भत्ता केवल उन सैनिकों को ही मिलता था, जो बंगाल तथा बिहार की सीमा से बाहर कार्य करते थे। जन प्रशासन की नींव वॉरेन हेस्टिंग्स द्वारा मजबूती से रखी गई थी, जिस पर ऊपरी संरचना कॉर्नवालिस ने तैयार की। कॉर्नवालिस के समय में न्यायिक सुधारों, फौजदारी कानून में सुधारों, पुलिस सुधार, कर संबंधी सुधारों तथा व्यापारिक सुधारों से जन प्रशासन की नींव पड़ी। विलियम बेंटिक (1828-35 ई.) के शासन के 7 वर्षों में पुरानी निरंतर युद्धों तथा संयोजन की नीति को तिलांजलि दे दी गई। भारत के इतिहास में बेंटिक का नाम सामाजिक तथा प्रशासनिक सुधारों के कारण स्मरण किया जाएगा। लॉर्ड डलहौजी (1848-56 ई.) ने व्यपगत के सिद्धांत के अंतर्गत 1848 ई. में सतारा, 1849 ई. में जैतपुर तथा संभलपुर, 1850 ई. में बघाट, 1852 ई. में उदयपुर, 1854 ई. में झांसी तथा 1854 ई. में नागपुर का विलय कर लिया। 1856 ई. में डलहौजी ने अवध का विलय कुप्रशासन के बहाने से किया था।

6. भारत में ब्रिटिश साम्राज्य का संस्थापक कौन था? [66th B.P.S.C. (Pre) (Re-Exam) 2020]

Correct Answer: (c) लॉर्ड क्लाइव
Solution:भारत में ब्रिटिश साम्राज्य का संस्थापक लॉर्ड क्लाइव को माना जाता है। 23 जून, 1757 को हुई प्लासी की लड़ाई में विजेता अंग्रेजी सेना का नेतृत्वकर्ता लॉर्ड क्लाइव था। इसी युद्ध के उपरांत बंगाल में ब्रिटिश साम्राज्य की नींव पड़ी।

7. अंग्रेजों के विरुद्ध 'बनारस विद्रोह' का नेतृत्व किसने किया था? [U.P.R.O./A.R.O. (Pre) 2021]

Correct Answer: (c) राजा चेत सिंह
Solution:'बनारस विद्रोह' राजा चेत सिंह द्वारा 1781 ई. में किया गया था। इस विद्रोह में तत्कालीन गवर्नर जनरल वॉरेन हेस्टिंग्स ने अपने सैनिकों के साथ भागकर चुनार के किले में शरण लिया।

8. कलकत्ता में एशियाटिक सोसायटी की स्थापना के समय बंगाल का गवर्नर जनरल कौन था? [U.P.P.S.C. (R.I.) 2014]

Correct Answer: (b) लॉर्ड वॉरेन हेस्टिंग्स
Solution:15 जनवरी, 1784 को एशियाटिक सोसायटी की स्थापना के समय बंगाल का गवर्नर जनरल लॉर्ड वॉरेन हेस्टिंग्स (1774-1785 ई.) था।

9. सुरक्षा प्रकोष्ठ' की नीति संबंधित है- [U.P.P.C.S. (Pre) 2006]

Correct Answer: (a) वॉरेन हेस्टिंग्स से
Solution:'सुरक्षा प्रकोष्ठ' या घेरे की नीति से वॉरेन हेस्टिंग्स तथा वेलेजली संबंधित थे। वॉरेन हेस्टिंग्स ने मैसूर और मराठों के साथ युद्ध, अन्य भारतीय रियासतों के साथ बराबरी की पदवी प्राप्त करने की भावना से किया। इस समय कंपनी ने अपने राज्य के चारों ओर मध्य राज्य (Buffer State) बनाने का प्रयत्न किया। कंपनी का उद्देश्य केवल अपने राज्य की रक्षा करना था अथवा हम यह भी कह सकते हैं कि अपने पड़ोसी राज्यों की सीमाओं की रक्षा करो ताकि अपनी सीमाएं सुरक्षित रहें। उस समय भय मुख्यतः अफगानों और मराठों से था; इसलिए कंपनी ने अवध की रक्षा व्यवस्था के कार्य को इस शर्त पर संभाला कि अवध का नवाब उस व्यय का बोझ उठाए और इस प्रकार अवध की रक्षा ही बंगाल की रक्षा थी। वेलेजली के आने से कंपनी के भारतीय रियासतों के साथ संबंधों में परिवर्तन आया। वेलेजली का उद्देश्य भारतीय रियासतों को अपनी रक्षार्थ कंपनी पर निर्भर करने पर बाध्य करना था। उसने भारतीय रियासतों को अंग्रेजी राजनीतिक शक्ति के और सैनिक रक्षा के घेरे में लाने का प्रयत्न किया।

10. 'रिंग फेंस' नीति का संबंध इनमें से किससे है? [Jharkhand P.C.S. (Pre) 2013]

Correct Answer: (c) वॉरेन हेस्टिंग्स
Solution:'सुरक्षा प्रकोष्ठ' या घेरे की नीति से वॉरेन हेस्टिंग्स तथा वेलेजली संबंधित थे। वॉरेन हेस्टिंग्स ने मैसूर और मराठों के साथ युद्ध, अन्य भारतीय रियासतों के साथ बराबरी की पदवी प्राप्त करने की भावना से किया। इस समय कंपनी ने अपने राज्य के चारों ओर मध्य राज्य (Buffer State) बनाने का प्रयत्न किया। कंपनी का उद्देश्य केवल अपने राज्य की रक्षा करना था अथवा हम यह भी कह सकते हैं कि अपने पड़ोसी राज्यों की सीमाओं की रक्षा करो ताकि अपनी सीमाएं सुरक्षित रहें। उस समय भय मुख्यतः अफगानों और मराठों से था; इसलिए कंपनी ने अवध की रक्षा व्यवस्था के कार्य को इस शर्त पर संभाला कि अवध का नवाब उस व्यय का बोझ उठाए और इस प्रकार अवध की रक्षा ही बंगाल की रक्षा थी। वेलेजली के आने से कंपनी के भारतीय रियासतों के साथ संबंधों में परिवर्तन आया। वेलेजली का उद्देश्य भारतीय रियासतों को अपनी रक्षार्थ कंपनी पर निर्भर करने पर बाध्य करना था। उसने भारतीय रियासतों को अंग्रेजी राजनीतिक शक्ति के और सैनिक रक्षा के घेरे में लाने का प्रयत्न किया।