गवर्नर/गवर्नर जनरल/वायसराय (UPPCS) (भाग – 2)

Total Questions: 50

41. किस वायसराय की हत्या अंडमान निकोबार द्वीपसमूह में (जब वे भ्रमण पर थे) एक दंडित अपराधी द्वारा की गई थी? [U.P.P.C.S. (Pre) 2004 & U.P.R.O./A.R.O. (Mains) 2013]

Correct Answer: (c) लॉर्ड मेयो
Solution:लॉर्ड मेयो (1869-72 ई.) की हत्या अंडमान निकोबार द्वीपसमूह के भ्रमण के दौरान एक कैदी द्वारा की गई थी। मेयो प्रथम गवर्नर जनरल था, जिसकी हत्या उसके कार्यकाल में की गई।

42. किस वायसराय की हत्या उसके कार्यकाल में की गई? [Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2010]

Correct Answer: (b) लॉर्ड मेयो
Solution:लॉर्ड मेयो (1869-72 ई.) की हत्या अंडमान निकोबार द्वीपसमूह के भ्रमण के दौरान एक कैदी द्वारा की गई थी। मेयो प्रथम गवर्नर जनरल था, जिसकी हत्या उसके कार्यकाल में की गई।

43. लॉर्ड मेयो के 1870 के संकल्प के बारे में, निम्नलिखित में से कौन-से कथन सही हैं? [69th B.P.S.C. (Pre) 2023]

1. केंद्रीय और प्रांतीय वित्त को विभाजित करने वाला यह पहला कदम था।

2. प्रांतीय सरकारों को कुछ सेवाएं प्रशासित करने का अधिकार दिया गया।

3. इसने मौजूदा असमानता को सुधारने का प्रयास किया।

4. इसने प्रांतों की वास्तविक आवश्यकताओं पर ध्यान केंद्रित किया।

नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए।

Correct Answer: (d) 1, 2, 3 और 4
Solution:वायसराय लॉर्ड मेयो का शासनकाल (1869-72 ई.) उसके शैक्षणिक और प्रशासनिक सुधारों के लिए स्मरण किया जाता है। उसने प्रशासन में सुधार के लिए प्रत्येक अलग-अलग प्रशासन से पत्राचार के उपरांत 14 दिसंबर, 1870 को एक संकल्प जारी किया, जिसे मेयो रिजोल्यूशन या प्रांतीय सरकारों का चार्टर भी कहा जाता है। जिसमें केंद्रीय और प्रांतीय वित्त को विभाजित करने की दिशा में पहला कदम उठाया गया साथ ही प्रांतीय सरकारों को कुछ स्वायत्तता देते हुए उन्हें जेल, शिक्षा और चिकित्सा आदि सेवाओं के लिए केंद्रीय राजस्व से कुछ राशि दी गई साथ ही उन्हें इच्छानुसार प्रशासन करने के लिए कहा गया तथा इसके साथ ही मौजूदा असमानताओं को सुधारने पर जोर दिया गया और प्रांतों की वास्तविक आवश्यकताओं पर भी ध्यान केंद्रित किया गया। अतः कथन 1, 2, 3 और 4 सभी सत्य हैं।

44. अफगानिस्तान के प्रति एक जोशभरी 'अग्र (फॉरवर्ड)' नीति का अनुसरण करने वाला गवर्नर जनरल था- [I.A.S. (Pre) 1999]

Correct Answer: (d) लिटन
Solution:1876 ई. में लिटन के वायसराय बनकर आने पर अफगानिस्तान के प्रति अपनाई गई नीति में परिवर्तन आया। कुशल अकर्मण्यता की नीति के स्थान पर अग्रगामी नीति का अनुसरण होने लगा।

45. अफगानिस्तान के प्रति आक्रमक नीति किस वायसराय ने अपनाई थी? [65th B.P.S.C. (Pre) 2019]

Correct Answer: (b) लॉर्ड लिटन
Solution:1876 ई. में लिटन के वायसराय बनकर आने पर अफगानिस्तान के प्रति अपनाई गई नीति में परिवर्तन आया। कुशल अकर्मण्यता की नीति के स्थान पर अग्रगामी नीति का अनुसरण होने लगा।

46. लॉर्ड लिटन निम्नलिखित में से किससे संबंधित नहीं हैं? [69th B.P.S.C. (Pre) 2023]

Correct Answer: (d) इल्बर्ट बिल
Solution:लॉर्ड लिटन इल्बर्ट बिल विवाद से संबंधित नहीं थे। इल्बर्ट बिल वायसराय लॉर्ड रिपन के कार्यकाल में पेश किया गया था। इस बिल में वरिष्ठ भारतीय न्यायाधीशों को यूरोपीय अपराधियों पर मुकदमा चलाने की अनुमति देने की मांग की गई थी।

47. कौन भारत का वायसराय सबसे दीर्घकाल तक रहा? [U.P. P.C.S. (Mains) 2009]

Correct Answer: (a) लॉर्ड कर्जन
Solution:ब्रिटिश वायसरायों में भारत के विषय में सर्वाधिक जानकारी रखने वाले वायसराय लॉर्ड कर्जन का प्रश्नगत वायसरायों में सर्वाधिक दीर्घ कार्यकाल था।

लॉर्ड कर्जन 1899 - 1905 = 7 वर्ष

लॉर्ड डफरिन 1884 1888 = 4 वर्ष

लॉर्ड हार्डिंग 1910-1916 = 6 वर्ष

लॉर्ड मेयो 1869-1872 = 3 वर्ष

48. भारत में स्थानीय स्वायत्तशासी संस्थाएं 1882 ई. में सशक्त की गई थीं- [U.P. P.C.S. (Pre) 1994]

Correct Answer: (b) लॉर्ड रिपन द्वारा
Solution:1880 ई. में इंग्लैंड में ग्लैडस्टन के नेतृत्व में उदारवादी दल सत्ता में आया। ग्लैडस्टन यूरोप में स्वतंत्रता का समर्थक था। उसने अपनी भारत के प्रति नीति का इन शब्दों में वर्णन किया, "हमारा भारत में रहने का अधिकार इस तर्क पर है कि हमारा वहां रहना भारतीयों के लिए हितकर है और साथ ही यह कि भारतीय यह अनुभव करें कि यह हितकर है।" इस दौरान रिपन को वायसराय पद के लिए चुना गया। संभवतः रिपन के कार्यकाल का सबसे महत्वपूर्ण कार्य स्थानीय स्वशासन पर सरकारी प्रस्ताव (1882 ई.) था। रिपन देश की नगरपालिकाओं को विकसित करना चाहता था। उसके अनुसार, इन्हीं से देश की राजनैतिक शिक्षा आरंभ होती है। इस प्रस्ताव के तहत ग्रामीण प्रदेशों में स्थानीय बोर्डों की स्थापना की गई। प्रत्येक जिले में जिला उपविभाग, तालुका अथवा तहसील बोर्ड बनाने की आज्ञा हुई। नगरों में नगरपालिकाएं स्थापित की गईं। इन स्थानीय संस्थाओं को निश्चित कार्य तथा आय के साधन दिए गए।

49. भारत में स्थानीय स्वायत्त शासन को किसने प्रोत्साहित किया था? [U.P. P.C.S. (Pre) 1996 & Uttarakhand P.C.S. (Mains) 2002 & U.P.P.C.S. (Pre) 2010]

Correct Answer: (d) लॉर्ड रिपन
Solution:1880 ई. में इंग्लैंड में ग्लैडस्टन के नेतृत्व में उदारवादी दल सत्ता में आया। ग्लैडस्टन यूरोप में स्वतंत्रता का समर्थक था। उसने अपनी भारत के प्रति नीति का इन शब्दों में वर्णन किया, "हमारा भारत में रहने का अधिकार इस तर्क पर है कि हमारा वहां रहना भारतीयों के लिए हितकर है और साथ ही यह कि भारतीय यह अनुभव करें कि यह हितकर है।" इस दौरान रिपन को वायसराय पद के लिए चुना गया। संभवतः रिपन के कार्यकाल का सबसे महत्वपूर्ण कार्य स्थानीय स्वशासन पर सरकारी प्रस्ताव (1882 ई.) था। रिपन देश की नगरपालिकाओं को विकसित करना चाहता था। उसके अनुसार, इन्हीं से देश की राजनैतिक शिक्षा आरंभ होती है। इस प्रस्ताव के तहत ग्रामीण प्रदेशों में स्थानीय बोर्डों की स्थापना की गई। प्रत्येक जिले में जिला उपविभाग, तालुका अथवा तहसील बोर्ड बनाने की आज्ञा हुई। नगरों में नगरपालिकाएं स्थापित की गईं। इन स्थानीय संस्थाओं को निश्चित कार्य तथा आय के साधन दिए गए।

50. इल्बर्ट बिल विवाद किससे संबंधित था? [I.A.S. (Pre) 2013]

Correct Answer: (c) यूरोप के लोगों के मामलों की सुनवाई करने के लिए भारतीय न्यायाधीशों पर लगाई गई अयोग्यताओं को हटाया जाना
Solution:सर सी.पी. इल्बर्ट वायसराय की परिषद के विधि सदस्य थे। इन्होंने 2 फरवरी, 1883 को विधान परिषद में एक विधेयक प्रस्तुत किया, जिसे इल्बर्ट बिल की संज्ञा दी जाती है। इस विधेयक का उद्देश्य था कि "जाति भेद पर आधारित सभी न्यायिक अयोग्यताएं तुरंत समाप्त कर दी जाएं और भारतीय तथा यूरोपीय न्यायाधीशों की शक्तियां समान कर दी जाएं"। यूरोपीय लोगों ने इसे अपने विशेषाधिकारों पर कुठाराघात माना। इल्बर्ट बिल को लेकर हुए विवाद के कारण ही 1884 ई. में लॉर्ड रिपन ने अपना कार्यकाल पूरा होने से पूर्व त्यागपत्र दे दिया।