गुप्त एवं गुप्तोत्तर युग (UPPCS) (Part-4)

Total Questions: 20

11. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए तथा नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए - [U.P.P.C.S. (Pre) 2020]

1. मुल्तान के सूर्य मंदिर का उल्लेख ह्वेनसांग, आबूजईद, अलमसूदी तथा अलबरूनी ने किया है।

2. साम्बपुर यात्रोत्सव सूर्य पूजा से संबंधित था।

कूट :

Correct Answer: (c) 1 और 2 दोनों सही हैं
Solution:मुल्तान के सूर्य मंदिर का उल्लेख ह्वेनसांग, आबूजईद, अलमसूदी तथा अलबरूनी ने किया है। अतः कथन (1) सही है। साम्बपुर यात्रोत्सव सूर्य पूजा से संबंधित है। अतः कथन (2) भी सही है।

12. भारतीय इतिहास के संदर्भ में, निम्नलिखित में से कौन-सा/से सामंती व्यवस्था का/के अनिवार्य तत्व है/हैं? [I.A.S. (Pre) 2015]

1. अत्यंत सशक्त केंद्रीय राजनीतिक सत्ता और अत्यंत दुर्बल प्रांतीय अथवा स्थानीय राजनीतिक सत्ता

2. भूमि के नियंत्रण तथा स्वामित्व पर आधारित प्रशासनिक संरचना का उदय

3. सामंत तथा उसके अधिपति के बीच स्वामी-दास संबंध का बनना नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए।

 

Correct Answer: (b) केवल 2 और 3
Solution:'सामंत' शब्द का उल्लेख कौटिल्य के अर्थशास्त्र में 'स्वतंत्र पड़ोसी' के अर्थ में किया गया है। सर्वप्रथम अश्वघोष (प्रथम शती ई.) ने बुद्धचरितम में इस शब्द का प्रयोग जागीरदार (Vassal) के लिए किया है। सामंती व्यवस्था का अंकुरण शक-कुषाण काल में हुआ तथा राजपूत काल तक आते-आते यह समाज में पूर्णतः प्रतिष्ठित हो गया। भारत में सामंती व्यवस्था कुषाणों से लेकर राजपूत काल, सल्तनत काल तथा मुगल काल तक प्रशासनिक व्यवस्था का अभिन्न अंग बनी रही। इस व्यवस्था के चर्मोत्कर्ष काल में भारत के राजनैतिक, सामाजिक, आर्थिक और धार्मिक जीवन पर इसका गहरा प्रभाव पड़ा। सामंतों के प्रशासन पर बढ़ते प्रभाव के कारण केंद्रीय सत्ता अत्यंत निर्बल हो गई। अपनी शक्ति के लिए सम्राट पूर्णतया सामंतों पर ही आश्रित रहने लगे। सामंतवाद के विकास के सामाजिक-आर्थिक कारण शक-कुषाण युग में स्पष्ट होने लगते हैं। इस समय ग्रामों में ग्राम-पतियों का एक संपन्न वर्ग उठ खड़ा हुआ, जिसकी अधीनता में निर्धन किसानों का वर्ग था। इसके साथ ही विदेशी जातियों ने कुलीन शासक वर्ग का स्थान ग्रहण कर लिया। इस प्रकार स्वामी-सामंत संबंधों का विकास हुआ। भारतीय सामंती व्यवस्था यूरोपीय सामंती व्यवस्था से भिन्न थी। भारत में भूमि पर राजकीय स्वामित्व पाया जाता था अर्थात सामंती व्यवस्था से भूमि के नियंत्रण तथा स्वामित्व वाली प्रशासनिक व्यवस्था का उदय हुआ।

13. निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा आठवीं शताब्दी के संत शंकराचार्य के बारे में सही नहीं है? [U.P.P.C.S. (Pre) 2005]

Correct Answer: (c) उन्होंने प्रयाग को तीर्थराज नाम दिया
Solution:शंकराचार्य को शंकर, श्री शंकराचार्य आदि नामों से भी जाना जाता है। ४६ शताब्दी में इनका जन्म केरल के एक छोटे से गांव कलाडी में हुआ था। शंकराचार्य के समय में बौद्धों एवं जैनियों के प्रभाव में आकर हिंदुत्व समाप्त होता जा रहा था, इसी को रोकने के लिए इन्होंने वेदांत पर बल दिया। हिंदू धर्म के इन्हीं उत्थान के प्रयासों के लिए उन्हें सर्वाधिक प्रसिद्धि मिली। वेदों के अध्ययन और संकलन के लिए उन्होंने संपूर्ण भारत की पैदल यात्रा की। उनके दर्शन को 'अद्वैत वेदांत' के नाम से जाना जाता है। शंकराचार्य द्वारा स्थापित चार मठ वर्तमान में भी हिंदू धर्म के पथ-प्रदर्शक माने जाते हैं। इनका विवरण इस प्रकार है- (1) श्रृंगेरी (कर्नाटक) दक्षिण में (2) द्वारका (गुजरात)-पश्चिम में (3) पुरी (ओडिशा)-पूर्व में तथा (4) ज्योतिर्मठ (जोशीमठ, उत्तराखंड) उत्तर में।

14. आदिशंकर जो बाद में शंकराचार्य बने, उनका जन्म हुआ था- [U.P.P.C.S. (Pre) 1999]

Correct Answer: (b) केरल में
Solution:शंकराचार्य को शंकर, श्री शंकराचार्य आदि नामों से भी जाना जाता है। ४६ शताब्दी में इनका जन्म केरल के एक छोटे से गांव कलाडी में हुआ था। शंकराचार्य के समय में बौद्धों एवं जैनियों के प्रभाव में आकर हिंदुत्व समाप्त होता जा रहा था, इसी को रोकने के लिए इन्होंने वेदांत पर बल दिया। हिंदू धर्म के इन्हीं उत्थान के प्रयासों के लिए उन्हें सर्वाधिक प्रसिद्धि मिली। वेदों के अध्ययन और संकलन के लिए उन्होंने संपूर्ण भारत की पैदल यात्रा की। उनके दर्शन को 'अद्वैत वेदांत' के नाम से जाना जाता है। शंकराचार्य द्वारा स्थापित चार मठ वर्तमान में भी हिंदू धर्म के पथ-प्रदर्शक माने जाते हैं। इनका विवरण इस प्रकार है- (1) श्रृंगेरी (कर्नाटक) दक्षिण में (2) द्वारका (गुजरात)-पश्चिम में (3) पुरी (ओडिशा)-पूर्व में तथा (4) ज्योतिर्मठ (जोशीमठ, उत्तराखंड) उत्तर में।

15. आदि शंकराचार्य द्वारा स्थापित चार मठ कहां स्थित हैं? [U.P.P.C.S. (Pre) 2006]

Correct Answer: (c) जोशीमठ, द्वारका, पुरी, श्रृंगेरी
Solution:शंकराचार्य को शंकर, श्री शंकराचार्य आदि नामों से भी जाना जाता है। ४६ शताब्दी में इनका जन्म केरल के एक छोटे से गांव कलाडी में हुआ था। शंकराचार्य के समय में बौद्धों एवं जैनियों के प्रभाव में आकर हिंदुत्व समाप्त होता जा रहा था, इसी को रोकने के लिए इन्होंने वेदांत पर बल दिया। हिंदू धर्म के इन्हीं उत्थान के प्रयासों के लिए उन्हें सर्वाधिक प्रसिद्धि मिली। वेदों के अध्ययन और संकलन के लिए उन्होंने संपूर्ण भारत की पैदल यात्रा की। उनके दर्शन को 'अद्वैत वेदांत' के नाम से जाना जाता है। शंकराचार्य द्वारा स्थापित चार मठ वर्तमान में भी हिंदू धर्म के पथ-प्रदर्शक माने जाते हैं। इनका विवरण इस प्रकार है- (1) श्रृंगेरी (कर्नाटक) दक्षिण में (2) द्वारका (गुजरात)-पश्चिम में (3) पुरी (ओडिशा)-पूर्व में तथा (4) ज्योतिर्मठ (जोशीमठ, उत्तराखंड) उत्तर में।

16. निम्नलिखित में से कौन-सा 'चारधाम' में सम्मिलित नहीं है? [M.P.P.C.S. (Pre) 2013]

Correct Answer: (c) मानसरोवर
Solution:चारधाम में बद्रीनाथ, द्वारका, पुरी तथा रामेश्वरम् आते हैं, जबकि छोटा चारधाम में उत्तराखंड में स्थित गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ तथा बद्रीनाथ आते हैं। आदि शंकराचार्य द्वारा स्थापित चार मठ हैं-उत्तर में ज्योतिर्मठ, दक्षिण में श्रृंगेरी, पूर्व में पुरी तथा पश्चिम में द्वारका।

17. निम्नलिखित जोड़ों में कौन जोड़ा सुमेलित नहीं है? [U.P.P.C.S. (Pre) 1997]

Column AColumn B
(a) रविकीर्तिपुलकेशिन II
(b) भवभूतिकन्नौज के यशोवर्मन
(c) हरिषेण हर्ष
(d) दंडीनरसिंह वर्मन
Correct Answer: (c)
Solution:हरिषेण प्रयाग-प्रशस्ति का रचयिता तथा समुद्रगुप्त का संधिविग्रहिक सचिव था, जबकि हर्ष का दरबारी कवि बाणभट्ट था। अन्य विकल्पों के युग्म सुमेलित हैं।

18. सूची-I तथा सूची-II को सुमेलित कीजिए तथा सूचियों के नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए- [U.P.P.C.S. (Pre) 2003]

सूची-I (दरबारी कवि)सूची-II (राजा)
A. अमीर खुसरो1. चंद्रगुप्त II
B. कालिदास2. समुद्रगुप्त
C. हरिषेण3. हर्षवर्धन
D. बाणभट्ट4. अलाउद्दीन खिलजी

कूट :

ABCD
(a)1234
(b)4123
(c)4321
(d)2413
Correct Answer: (b)
Solution:अमीर खुसरो अलाउद्दीन खिलजी का दरबारी कवि था। कालिदास चंद्रगुप्त II के दरबारी कवि एवं उसके नवरत्नों में से एक थे। हरिषेण समुद्रगुप्त का संधिविग्रहिक एवं सचिव तथा बाणभट्ट हर्षवर्धन के दरबारी कवि थे।

19. सही जोड़े बनाइए तथा नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए : [M.P.P.C.S. (Pre) 2008]

सूची-I (शासक)सूची-II (राजधानी)
A. भोज1. उज्जैन
B. दुर्गावती2. विदिशा
C. समुद्रगुप्त3. धार
D. अशोक4. गोंडवाना

कूट :

ABCD
(a)4321
(b)3412
(c)4312
(d)3421
Correct Answer: (d)
Solution:सही सुमेलन इस प्रकार है-
सूची-I (शासक)सूची-II (राजधानी)
भोजधार
दुर्गावतीगोंडवाना
समुद्रगुप्तविदिशा
अशोकउज्जैन

20. भारत के इतिहास के संदर्भ में, निम्नलिखित युग्मों पर विचार कीजिए- [I.A.S. (Pre) 2020]

(प्रसिद्ध स्थल)(वर्तमान राज्य )
A. भीलसा1. मध्य प्रदेश
B. द्वारसमुंद्र2. महाराष्ट्र
C. गिरिनगर3. गुजरात
D. स्थानेश्वर4. उत्तर प्रदेश

उपर्युक्त युग्मो में से कौन-से सही सुमेलित है ?

Correct Answer: (a) केवल 1 और 3
Solution:सही सुमेलन है-
प्रसिद्ध स्थलवर्तमान राज्य
भीलसामध्य प्रदेश
द्वारसमुद्र (हलेबिडु)कर्नाटक
गिरिनगरगुजरात
स्थानेश्वरहरियाणा