गुप्त एवं गुप्तोत्तर युग (UPPCS)

Total Questions: 50

11. समुद्रगुप्त के 'प्रयाग प्रशस्ति' में कोसल के शासक का क्या नाम था ? [Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2017]

Correct Answer: (c) महेंद्र
Solution:प्रयाग प्रशस्ति की 19वीं और 20वीं पंक्तियों में दक्षिणापथ के बारह राज्यों तथा उनके राजाओं के नाम मिलते हैं। प्रयाग प्रशस्ति से ज्ञात होता है कि कोशल (कोसल) का राजा महेंद्र था। दक्षिणापथ के राज्यों को समुद्रगुप्त ने पहले जीता; किंतु फिर 'ग्रहणमोक्षानुग्रह' नीति के तहत कृपा कर उन्हें स्वतंत्र कर दिया।

12. समुद्रगुप्त के प्रयाग प्रशस्ति वाले स्तंभ पर निम्नलिखित में से किसका लेख मिलता है? [U.P.R.O/A.R.O. (Pre) 2016]

Correct Answer: (a) जहांगीर
Solution:प्रयाग प्रशस्ति समुद्रगुप्त के विषय में जानकारी का एक महत्वपूर्ण स्रोत है। इसकी रचना समुद्रगुप्त के संधिविग्रहिक सचिव हरिषेण ने की थी। कनिंघम के मतानुसार, यह लेख मूलतः कौशाम्बी में खुदवाया गया था। अकबर ने इसे कौशाम्बी से मंगाकर इलाहाबाद (प्रयागराज) के किले में स्थापित करवाया। इस पर जहांगीर का एक लेख, रानी का अभिलेख एवं अशोक द्वारा कौशाम्बी के महामात्रों को संघ भेद रोकने के लिए निर्देश भी उत्कीर्ण हैं।

13. 'पृथिव्या प्रथम वीर' उपाधि थी- [U.P.P.C.S (Pre) 2016]

Correct Answer: (a) समुद्रगुप्त की
Solution:इतिहासकार तेज राम शर्मा ने अपनी पुस्तक 'ए पॉलिटिकल हिस्ट्री ऑफ द इंपीरियल गुप्ताज' में उल्लेख किया है कि समुद्रगुप्त ने अश्वमेध यज्ञ किया जिसके बाद उसने 'पृथिव्यामा प्रतिरथ' की उपाधि ग्रहण की, जिसका अर्थ है- 'ऐसा व्यक्ति जिसका पृथ्वी पर कोई प्रतिद्वंद्वी न हो (पृथ्वी का प्रथम वीर)।' उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने अपने संशोधित उत्तर-पत्रक में इस प्रश्न को मूल्यांकन से बाहर कर दिया था।

14. निम्नलिखित कथन पढ़िए- [Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2017]

1. हरिषेण समुद्रगुप्त के दरबार का प्रसिद्ध कवि था।

2. उसने 'देवीचंद्रगुप्तम' महाकाव्य की रचना की।

3. वह 'प्रयाग प्रशस्ति' का भी रचयिता था।

सही उत्तर चुनिए-

Correct Answer: (d) 1 एवं 3 सही हैं
Solution:इलाहाबाद (प्रयागराज) स्तंभ पर समुद्रगुप्त के संधिविग्रहिक एवं कवि हरिषेण ने संस्कृत भाषा में प्रशंसात्मक वर्णन प्रस्तुत किया है, जिसे 'प्रयाग प्रशस्ति' कहा गया है। इसमें समुद्रगुप्त की विजयों का उल्लेख है। 'देवीचंद्रगुप्तम' नाटक की रचना विशाखदत्त ने की है। इससे गुप्तवंशी शासक रामगुप्त के विषय में सूचनाएं प्राप्त होती हैं। अतः स्पष्ट है कि कथन 1 और 3 सत्य हैं, जबकि कथन 2 असत्य है।

15. सूची-I को सूची-II से सुमेलित कीजिए। नीचे दिए कूटों में सही उत्तर का चयन कीजिए। [U.P.P.C.S. (Pre) 2018]

Column 1 (Rulers)Column 2 (Their Kingdoms)
A. धनंजय (Dhananjay)1. अवमुक्त (Avamukta)
B. नीलराज (Neelraj)2. कांची (Kanchi)
C. उग्रसेन (Ugrasena)3. कुस्तलपुर (Kustalpur)
D. विष्णुगोप (Vishnugop)4. पालक्का (Palakkad)
कूट :
ABCD
(a)1234
(b)2143
(c)3142
(d)4321

 

Correct Answer: (c)
Solution:सूची-I का सूची-II से सही सुमेलन है-
Column 1 (Rulers)Column 2 (Their Kingdoms)
A. धनंजय (Dhananjay)1. कुस्तलपुर (Kustalpur)
B. नीलराज (Neelraj)2.  अवमुक्त (Avamukta)
C. उग्रसेन (Ugrasena)3. पालक्का (Palakkad)
D. विष्णुगोप (Vishnugop)4. कांची (Kanchi)

16. दिल्ली की कुव्वत-उल-इस्लाम मस्जिद के प्रांगण में उन्नत प्रसिद्ध लौह-स्तंभ किसकी स्मृति में- [U.P. P.C.S. (Pre) 2002]

Correct Answer: (b) चंद्र
Solution:दिल्ली में मेहरौली नामक स्थान से 'मेहरौली लौह स्तंभ लेख' प्राप्त हुआ है, जो वर्तमान में कुव्वत-उल-इस्लाम मस्जिद के प्रांगण में स्थित है। इसमें 'चंद्र' नामक किसी राजा की उपलब्धियों का वर्णन किया गया है, जिसका समीकरण गुप्तवंशीय शासक चंद्रगुप्त द्वितीय से किया जाता है। एक मान्यता के अनुसार, लगभग 410 ई. में चंद्रगुप्त द्वितीय विक्रमादित्य के समय में मेहरौली लौह स्तंभ उदयगिरि पहाड़ियों के पास विष्णुगिरि में स्थित था। चंद्रगुप्त द्वितीय विष्णु का उपासक था। भगवान विष्णु के सम्मान में ही उसने इस लौह स्तंभ का निर्माण कराया था। इस स्तंभ के शीर्ष भाग पर भगवान विष्णु के वाहन गरुड़ का चिह्न अंकित था।

17. किस गुप्त शासक ने अपने बड़े भाई की हत्या कर सत्ता प्राप्त की? [67th B.P.S.C. (Pre) (Re. Exam) 2022]

Correct Answer: (c) चंद्रगुप्त द्वितीय
Solution:समुद्रगुप्त के पश्चात उसका पुत्र रामगुप्त शासक बनता है, लेकिन शकों के आक्रमण का सक्षम विरोध न करने के कारण उसके भाई चंद्रगुप्त द्वितीय ने रामगुप्त की हत्या कर उसकी पत्नी ध्रुव देवी से विवाह कर लिया तथा शकों के विरुद्ध विजय प्राप्त की।

18. कौन-सा राजवंश हूणों के आक्रमण से अत्यंत विचलित हुआ? [U.P.P.C.S. (Pre) 1993]

Correct Answer: (c) गुप्त
Solution:हूणों का पहला भारतीय आक्रमण गुप्त सम्राट स्कंदगुप्त के शासनकाल में हुआ तथा स्कंदगुप्त के हाथों वे बुरी तरह परास्त हुए। यह आक्रमण एक धावा मात्र रहा और देश के ऊपर इसका कोई तात्कालिक प्रभाव नहीं पड़ा; किंतु परोक्ष रूप से इसने गुप्त साम्राज्य के पतन की गति को तेज कर दिया। स्कंदगुप्त की मृत्यु के बाद 5वीं शताब्दी ई. के अंत तथा छठी शताब्दी ई. के प्रारंभ में उत्तर-पश्चिम के कई क्षेत्रों पर हूणों ने कब्जा कर लिया था।

19. हूणों ने भारत पर आक्रमण किया था- [U.P.P.C.S. (Mains) 2006]

Correct Answer: (c) स्कंदगुप्त के शासनकाल में
Solution:हूणों का पहला भारतीय आक्रमण गुप्त सम्राट स्कंदगुप्त के शासनकाल में हुआ तथा स्कंदगुप्त के हाथों वे बुरी तरह परास्त हुए। यह आक्रमण एक धावा मात्र रहा और देश के ऊपर इसका कोई तात्कालिक प्रभाव नहीं पड़ा; किंतु परोक्ष रूप से इसने गुप्त साम्राज्य के पतन की गति को तेज कर दिया। स्कंदगुप्त की मृत्यु के बाद 5वीं शताब्दी ई. के अंत तथा छठी शताब्दी ई. के प्रारंभ में उत्तर-पश्चिम के कई क्षेत्रों पर हूणों ने कब्जा कर लिया था।

20. निम्नलिखित में से किस गुप्त शासक ने हूणों पर विजय प्राप्त की? [U.P.P.C.S. (Spl) (Mains) 2004]

Correct Answer: (c) स्कंदगुप्त
Solution:हूणों का पहला भारतीय आक्रमण गुप्त सम्राट स्कंदगुप्त के शासनकाल में हुआ तथा स्कंदगुप्त के हाथों वे बुरी तरह परास्त हुए। यह आक्रमण एक धावा मात्र रहा और देश के ऊपर इसका कोई तात्कालिक प्रभाव नहीं पड़ा; किंतु परोक्ष रूप से इसने गुप्त साम्राज्य के पतन की गति को तेज कर दिया। स्कंदगुप्त की मृत्यु के बाद 5वीं शताब्दी ई. के अंत तथा छठी शताब्दी ई. के प्रारंभ में उत्तर-पश्चिम के कई क्षेत्रों पर हूणों ने कब्जा कर लिया था।