चंद्रमा

Total Questions: 17

11. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए और उत्तर नीचे दिए हुए कूटों की सहायता से दीजिए- [U.P.P.C.S. (Pre) 2006]

कथन (A) : पृथ्वी पर से चंद्रमा के पृष्ठ का केवल एक फलक ही दिखाई देता है।

कारण (R) : अपने अक्ष पर चंद्रमा के घूर्णन का काल उसके पृथ्वी के चारों ओर घूमने के काल के बराबर होता है।

Correct Answer: (a) (A) तथा (R) दोनों सही हैं और (R), (A) का सही स्पष्टीकरण है।
Note:

पृथ्वी से चंद्रमा का लगभग आधा भाग (59%) एवं अभिन्न भाग ही दिखाई देता है, इसलिए कथन (A) सत्य है। पृथ्वी का उपग्रह चंद्रमा अपनी धुरी पर घूर्णन और पृथ्वी की कक्षा की परिक्रमा लगभग एक ही समय 27 दिन, 7 घंटे, 43 मिनट (27.322 दिन) में पूरी करता है। अतः कारण (R) भी सत्य है। कारण (R), कथन (A) की सही व्याख्या है।

12. चंद्रमा के धरातल पर दो व्यक्ति एक-दूसरे की बात नहीं सुन सकते हैं क्योंकि- [U.P.P.C.S. (Pre) 2003]

Correct Answer: (b) चंद्रमा पर वायुमंडल नहीं है
Note:

ध्वनि तरंगों के संचरण के लिए किसी माध्यम की आवश्यकता होती है। वायुमंडल इसका एक सशक्त माध्यम है। चंद्रमा पर वायुमंडल का अभाव है, इसी कारण चंद्रमा पर दो व्यक्ति एक-दूसरे की बात नहीं सुन सकते हैं।

13. चंद्रग्रहण कब होता है? [M.P.P.C.S. (Pre) 1994]

Correct Answer: (b) जब पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है
Note:

जब सूर्य एवं चंद्रमा के बीच पृथ्वी आ जाती है, तो सूर्य का प्रकाश चंद्रमा पर नहीं पड़ता है। चूंकि ग्रहों व उपग्रहों का अपना कोई प्रकाश नहीं है, ये केवल सूर्य के प्रकाश से ही प्रकाशित होते हैं। अतः चंद्रमा पर सूर्य का प्रकाश न पड़ने के कारण ही चंद्रग्रहण होता है। चंद्रग्रहण का प्रकार और उसकी लंबाई चंद्रमा की सापेक्षिक स्थितियों व उसके कक्षीय पथ पर निर्भर करती है। चंद्रग्रहण सदैव पूर्णिमा (Full Moon) के दिन होता है।

14. चन्द्र ग्रहण होता है जब - [Uttarakhand Lower Sub. (Pre) 2010]

Correct Answer: (b) पृथ्वी, चंद्रमा व सूर्य के बीच में आ जाता है।
Note:

जब सूर्य एवं चंद्रमा के बीच पृथ्वी आ जाती है, तो सूर्य का प्रकाश चंद्रमा पर नहीं पड़ता है। चूंकि ग्रहों व उपग्रहों का अपना कोई प्रकाश नहीं है, ये केवल सूर्य के प्रकाश से ही प्रकाशित होते हैं। अतः चंद्रमा पर सूर्य का प्रकाश न पड़ने के कारण ही चंद्रग्रहण होता है। चंद्रग्रहण का प्रकार और उसकी लंबाई चंद्रमा की सापेक्षिक स्थितियों व उसके कक्षीय पथ पर निर्भर करती है। चंद्रग्रहण सदैव पूर्णिमा (Full Moon) के दिन होता है।

15. कौन-सी परिस्थिति में चंद्रग्रहण होता है? [M.P.P.C.S. (Pre) 1992]

Correct Answer: (c) पूर्ण चंद्र
Note:

जब सूर्य एवं चंद्रमा के बीच पृथ्वी आ जाती है, तो सूर्य का प्रकाश चंद्रमा पर नहीं पड़ता है। चूंकि ग्रहों व उपग्रहों का अपना कोई प्रकाश नहीं है, ये केवल सूर्य के प्रकाश से ही प्रकाशित होते हैं। अतः चंद्रमा पर सूर्य का प्रकाश न पड़ने के कारण ही चंद्रग्रहण होता है। चंद्रग्रहण का प्रकार और उसकी लंबाई चंद्रमा की सापेक्षिक स्थितियों व उसके कक्षीय पथ पर निर्भर करती है। चंद्रग्रहण सदैव पूर्णिमा (Full Moon) के दिन होता है।

16. 22 दिसंबर, 1999 को पूर्णिमा के चंद्रमा के सामान्य से अधिक चमकदार होने के लिए मुख्य उत्तरदायी कारक था- [R.A.S./R.T.S. (Pre) 1999]

Correct Answer: (d) उपभू
Note:

22 दिसंबर, 1999 को चंद्रमा उपभू एवं पूर्णचंद्र (Full Moon) की स्थिति में था, अर्थात इस दिन चंद्रमा के पृथ्वी की सबसे निकटतम दूरी पर रहने के कारण ही यह सर्वाधिक चमकदार दिखा। 14 नवंबर, 2016 को पुनः पूर्ण उपभू की स्थिति बनी थी, जिसमें चंद्रमा 60 वर्षों में सर्वाधिक बड़ा एवं चमकदार दिखाई पड़ा था। इस स्थिति को आम बोलचाल की भाषा में सुपरमून भी कहते हैं।

17. जब अर्द्ध चंद्र होता है, तो सूर्य, पृथ्वी तथा चंद्र के बीच का कोण होता है- [U.P.P.C.S. (Pre) 2005]

Correct Answer: (b) 90°
Note:

अर्द्ध चंद्र के समय पृथ्वी के संदर्भ में सूर्य और चंद्रमा की स्थिति समकोणीय 90° होती है।