चुनाव आयोग (भारतीय राजव्यवस्था एवं शासन)

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11. भारत के निर्वाचन आयोग के कार्य हैं- [U.P.U.D.A./L.D.A. (Pre) 2001]

I. संसद एवं राज्य विधानमंडलों के सभी चुनाव करवाना।

II. राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति पदों के लिए चुनाव करवाना।

III. किसी राज्य में स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव के लिए अनुकूल दशा न होने पर राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की संस्तुति करना।

IV. निर्वाचन सूचियां तैयार कराने के कार्य का निरीक्षण, निर्देशन एवं नियंत्रण।

नीचे दिए गए कूटों से सही उत्तर का चयन कीजिए-

Correct Answer: (b) I, II, IV
Solution:संविधान के अनुच्छेद 324 के खंड (1) के अनुसार, इस संविधान के अधीन संसद और प्रत्येक राज्य के विधानमंडल के लिए कराए जाने वाले सभी निर्वाचनों तथा राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के पदों के निर्वाचनों हेतु निर्वाचक नामावली तैयार कराने और उन सभी निर्वाचनों के संचालन का अधीक्षण, निदेशन और नियंत्रण एक आयोग में निहित होगा, जिसे इस संविधान में निर्वाचन आयोग कहा गया है। विधानमंडलों के चुनाव के लिए उचित उपबंध करने की शक्ति अनुच्छेद 327 के तहत संसद में निहित है।

किसी राज्य में स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव के लिए अनुकूल दशा न होने पर राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की संस्तुति निर्वाचन आयोग नहीं करता। हालांकि अनुच्छेद 356 (5) के तहत किसी राज्य में राष्ट्रपति शासन की अवधि 1 वर्ष से आगे तभी बढ़ाई जा सकती है, जब संपूर्ण भारत में अथवा संपूर्ण राज्य या उसके किसी भाग में राष्ट्रीय आपात प्रवर्तन में हो और निर्वाचन आयोग यह प्रमाणित करे कि उस अवधि के दौरान राज्य में विधान सभा के आम निर्वाचन में समस्याओं के कारण राष्ट्रपति शासन आवश्यक है।

12. निम्नांकित कार्यों में से कौन एक कार्य भारत के निर्वाचन आयोग से संबंधित नहीं है? [U.P.P.C.S. (Mains) 2009]

Correct Answer: (d) विधानमंडलों के चुनाव के लिए उचित प्रावधान करना।
Solution:संविधान के अनुच्छेद 324 के खंड (1) के अनुसार, इस संविधान के अधीन संसद और प्रत्येक राज्य के विधानमंडल के लिए कराए जाने वाले सभी निर्वाचनों तथा राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के पदों के निर्वाचनों हेतु निर्वाचक नामावली तैयार कराने और उन सभी निर्वाचनों के संचालन का अधीक्षण, निदेशन और नियंत्रण एक आयोग में निहित होगा, जिसे इस संविधान में निर्वाचन आयोग कहा गया है। विधानमंडलों के चुनाव के लिए उचित उपबंध करने की शक्ति अनुच्छेद 327 के तहत संसद में निहित है।

किसी राज्य में स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव के लिए अनुकूल दशा न होने पर राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की संस्तुति निर्वाचन आयोग नहीं करता। हालांकि अनुच्छेद 356 (5) के तहत किसी राज्य में राष्ट्रपति शासन की अवधि 1 वर्ष से आगे तभी बढ़ाई जा सकती है, जब संपूर्ण भारत में अथवा संपूर्ण राज्य या उसके किसी भाग में राष्ट्रीय आपात प्रवर्तन में हो और निर्वाचन आयोग यह प्रमाणित करे कि उस अवधि के दौरान राज्य में विधान सभा के आम निर्वाचन में समस्याओं के कारण राष्ट्रपति शासन आवश्यक है।

13. राष्ट्रपति का चुनाव निम्न में से किसके द्वारा संचालित किया जाता है? [U.P.P.C.S. (Mains) 2009]

Correct Answer: (d) भारत के निर्वाचन आयोग द्वारा
Solution:संविधान के अनुच्छेद 324 के खंड (1) के अनुसार, इस संविधान के अधीन संसद और प्रत्येक राज्य के विधानमंडल के लिए कराए जाने वाले सभी निर्वाचनों तथा राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के पदों के निर्वाचनों हेतु निर्वाचक नामावली तैयार कराने और उन सभी निर्वाचनों के संचालन का अधीक्षण, निदेशन और नियंत्रण एक आयोग में निहित होगा, जिसे इस संविधान में निर्वाचन आयोग कहा गया है। विधानमंडलों के चुनाव के लिए उचित उपबंध करने की शक्ति अनुच्छेद 327 के तहत संसद में निहित है।

किसी राज्य में स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव के लिए अनुकूल दशा न होने पर राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की संस्तुति निर्वाचन आयोग नहीं करता। हालांकि अनुच्छेद 356 (5) के तहत किसी राज्य में राष्ट्रपति शासन की अवधि 1 वर्ष से आगे तभी बढ़ाई जा सकती है, जब संपूर्ण भारत में अथवा संपूर्ण राज्य या उसके किसी भाग में राष्ट्रीय आपात प्रवर्तन में हो और निर्वाचन आयोग यह प्रमाणित करे कि उस अवधि के दौरान राज्य में विधान सभा के आम निर्वाचन में समस्याओं के कारण राष्ट्रपति शासन आवश्यक है।

14. निम्न में से कौन-सा चुनाव निर्वाचन आयोग द्वारा संपादित नहीं किया जाता ? [Uttarakhand U.D.A./L.D.A. (Mains) 2006 Uttarakhand U.D.A./L.D.A. (Mains) 2007]

Correct Answer: (d) स्थानीय निकायों का
Solution:संसद, राज्य विधानमंडलों तथा राष्ट्रपति एवं उपराष्ट्रपति का चुनाव संविधान के अनु. 324 के तहत निर्वाचन आयोग द्वारा संपादित किया जाता है, जबकि अनु. 243 K एवं 243 ZA के तहत क्रमशः पंचायतों एवं नगरपालिकाओं (अर्थात स्थानीय निकायों) का चुनाव संबंधित राज्य के राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा कराया जाता है।

15. भारत के निर्वाचन आयोग के निम्नलिखित में से कौन-से कृत्य हैं? [I.A.S. (Pre) 1994]

1. लोक सभा के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष तथा राज्य सभा के सभापति के पदों के लिए निर्वाचन करवाना।

2. नगरपालिकाओं और नगर निगमों के लिए निर्वाचन करवाना। 3. निर्वाचनों से उत्पन्न सभी संदेहों और विवादों का निर्णयन।

नीचे दिए हुए कूटों से सही उत्तर का चयन कीजिए-

इनमें से कौन-कौन से कथन सही हैं?

Correct Answer: (d) कोई नहीं
Solution:उपराष्ट्रपति राज्य सभा का पदेन सभापति होता है, जबकि लोकसभा के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष तथा राज्य सभा के उप-सभापति का निर्वाचन संबंधित सदन के सदस्य करते हैं। निर्वाचन से उत्पन्न विवादों का निर्णयन न्यायपालिका करती है। नगरपालिकाओं एवं नगर निगमों के निर्वाचन राज्य निर्वाचन आयोग करवाता है। इस प्रकार दिए गए कथनों में से कोई भी सही नहीं है।

16. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए- 1. भारत का निर्वाचन आयोग पांच सदस्यीय निकाय है। [I.A.S. (Pre) 2017]

2. संघ का गृह मंत्रालय, आम चुनाव और उप-चुनावों दोनों के लिए चुनाव कार्यक्रम तय करता है।

3. निर्वाचन आयोग मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के विभाजन / विलय से संबंधित विवाद निपटाता है।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

Correct Answer: (d) केवल 3
Solution:भारत का निर्वाचन आयोग एक तीन-सदस्यीय निकाय है, जिसमें एक मुख्य निर्वाचन आयुक्त तथा दो निर्वाचन आयुक्त होते हैं। राष्ट्रपति, उप- राष्ट्रपति, संसद तथा राज्य विधायिका के चुनावों के अधीक्षण, निदेशन तथा नियंत्रण की शक्ति निर्वाचन आयोग में निहित है। इस प्रकार आम चुनाव और उप-चुनावों के लिए चुनाव कार्यक्रम निर्वाचन आयोग तय करता है, न कि गृह मंत्रालय। निर्वाचन आयोग निर्वाचन प्रतीक (आरक्षण और आवंटन) आदेश, 1968 के तहत मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के विभाजन/विलय से संबंधित विवाद भी निपटाता है।

17. निम्न में किसका संबंध चुनाव आयोग से नहीं है? [U.P.P.C.S. (Pre) 1992]

Correct Answer: (a) चुनाव की अधिसूचना जारी करना
Solution:निर्वाचन आयोग की सिफारिश पर चुनाव की अधिसूचना लोक सभा एवं राज्य सभा के लिए राष्ट्रपति तथा विधानसभा और विधान परिषद के लिए संबंधित राज्य/संघ राज्यक्षेत्र का राज्यपाल/प्रशासक जारी करता है। इसके बाद समय, निर्वाचन तिथि आदि की विस्तृत अधिसूचनाएं निर्वाचन आयोग द्वारा जारी की जाती हैं। अन्य प्रश्नगत कार्य निर्वाचन आयोग से संबंधित हैं।

18. भारत में निर्वाचन प्रक्रम के आरंभ के विषय में निम्नलिखित में से कौन-सा सही है? [I.A.S. (Pre) 1995]

Correct Answer: (c) निर्वाचन आयोग द्वारा निर्वाचन की सिफारिश और राष्ट्रपति अथवा राज्य के राज्यपाल द्वारा निर्वाचन की अधिसूचना जारी किया जाना।
Solution:निर्वाचन आयोग की सिफारिश पर चुनाव की अधिसूचना लोक सभा एवं राज्य सभा के लिए राष्ट्रपति तथा विधानसभा और विधान परिषद के लिए संबंधित राज्य/संघ राज्यक्षेत्र का राज्यपाल/प्रशासक जारी करता है। इसके बाद समय, निर्वाचन तिथि आदि की विस्तृत अधिसूचनाएं निर्वाचन आयोग द्वारा जारी की जाती हैं। अन्य प्रश्नगत कार्य निर्वाचन आयोग से संबंधित हैं।

19. भारत में विविध निर्वाचनों के लिए निम्नलिखित में से कौन-कौन सी निर्वाचन प्रणालियां स्वीकृत की गई हैं? [I.A.S. (Pre) 1994]

1. वयस्क मताधिकार के आधार पर प्रत्यक्ष निर्वाचन प्रणाली।

2. एकल संक्रमणीय मत के द्वारा आनुपातिक प्रतिनिधित्व की प्रणाली।

3. आनुपातिक प्रतिनिधित्व की सूची प्रणाली।

4. अप्रत्यक्ष निर्वाचन की संचयी मतदान प्रणाली।

नीचे दिए हुए कूटों से सही उत्तर का चयन कीजिए-

Correct Answer: (a) 1 और 2
Solution:भारत में निर्वाचन की प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष दोनों ही निर्वाचन प्रणालियां अपनाई गई हैं। राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, राज्य सभा एवं विधान परिषदों हेतु निर्वाचन एकल संक्रमणीय मत प्रणाली के द्वारा आनुपातिक प्रतिनिधित्व पद्धति के माध्यम से अप्रत्यक्ष रूप से संपन्न होता है, जबकि लोक सभा तथा राज्य विधानसभाओं के चुनाव वयस्क मताधिकार के आधार पर प्रत्यक्ष ढंग से संपन्न होते हैं।

20. सांसदों की अयोग्यता संबंधी विवाद पर कौन निर्णय देता है? [U.P.P.C.S. (Mains) 2009]

Correct Answer: (d) निर्वाचन आयोग के परामर्श से राष्ट्रपति
Solution:संविधान के अनुच्छेद 102 के खंड (1) के तहत संसद के सदनों का सदस्य चुने जाने और सदस्य होने के लिए निरर्हताओं का उल्लेख है। इनके संदर्भ में संविधान के अनु. 103 के तहत सांसदों की अयोग्यता/ निरर्हता संबंधी विवाद का विनिश्चय राष्ट्रपति, निर्वाचन आयोग के परामर्श के अनुसार करता है, जबकि दल-परिवर्तन के आधार पर निरर्हता

संबंधी प्रश्नों का विनिश्चय संविधान की 10वीं अनुसूची के प्रावधानों के तहत सदन के सभापति / अध्यक्ष द्वारा किया जाता है।