राजनैतिक परिदृश्य (छत्तीसगढ़)

Total Questions: 48

31. छत्तीसगढ़ नगरपालिका अधिनियम 1961 की धारा 3 में क्या परिभाषित हैं? [Chhattisgarh P.C.S. (Pre), 2023]

(1) निर्धारण सूची                 (2) तुलन-पत्र

(3) कलेक्टर                       (4) कालोनाईजेशन

Correct Answer: (a) (1), (2), (3) (4)
Solution:छत्तीसगढ़ नगरपालिका अधिनियम, 1961 की धारा 3 में निर्धारण सूची (Assessment list), तुलन-पत्र (Balance Sheet), कलेक्टर (Collector) तथा कालोनाईजेशन (Colonization) को परिभाषित किया गया है।

32. खंड और जिला पंचायतों की सीमा में परिवर्तन की अधिसूचना कौन जारी करता है? [Chhattisgarh P.C.S. (Pre), 2016]

Correct Answer: (a) राज्यपाल
Solution:छत्तीसगढ़ पंचायत राज अधिनियम, 1993 के अंतर्गत धारा 127 में खंड एवं जिला पंचायतों की सीमा में परिवर्तन के विषय में वर्णन किया गया है, जिसके अनुसार, राज्यपाल खंड एवं जिला पंचायतों की सीमा में परिवर्तन की अधिसूचना जारी करता है।

33. छत्तीसगढ़ पंचायत राज अधिनियम 1993 के बारे में निम्नलिखित में से क्या सही है? [Chhattisgarh P.C.S. (Pre), 2023]

(1) इस पर राज्यपाल की सहमति 24 जनवरी, 1994 को प्राप्त हुई।

(2) 26 जनवरी, 1994 को मध्य प्रदेश राजपत्र (असाधारण) में पहली बार प्रकाशित हुआ।

(3) "भारत गणराज्य के चौवालिसवें वर्ष में मध्य प्रदेश विधानमंडल द्वारा निम्नलिखित रूप में यह अधिनियमित हो"।

(4) अध्याय 1, प्रारंभिक धारा 1(2) इसका विस्तार संपूर्ण छत्तीसगढ़ पर है। परंतु इसका विस्तार उन अपवादों एवं उपांतरणों के अध्यधीन रहते हुए जो कि अध्याय 14-क में उपबंधित किए गए हैं, अनुसूचित क्षेत्रों पर होगा।

Correct Answer: (c) (1), (3), (4)
Solution:छत्तीसगढ़ पंचायत राज अधिनियम, 1993 पर राज्यपाल की सहमति 24 जनवरी, 1994 को प्राप्त हुई और मध्य प्रदेश राजपत्र (असाधारण) में 25 जनवरी, 1994 को प्रथम बार प्रकाशित हुई। "भारत गणराज्य के चौवालिसवें वर्ष में मध्य प्रदेश विधानमंडल द्वारा निम्नलिखित रूप में यह अधिनियमित हो"। अध्याय 1, प्रारंभिक धारा 1(2) इसका विस्तार संपूर्ण छत्तीसगढ़ पर है। परंतु इसका विस्तार उन अपवादों एवं उपांतरणों के अध्यधीन रहते हुए जो कि अध्याय 14 (क) में उपबंधित किए गए हैं, अनुसूचित क्षेत्रों पर होगा। इस प्रकार कथन (2) असत्य है, शेष कथन सत्य है।

34. ग्राम पंचायत का सरपंच कब अप्रत्यक्ष रूप से निर्वाचित किया जाता है? (छत्तीसगढ़ पंचायत राज अधिनियम, 1993 की धारा 13 के अनुसार) [Chhattisgarh P.C.S. (Pre), 2017]

Correct Answer: (d) जब सरपंच का चुनाव लंबित हो
Solution:छत्तीसगढ़ पंचायत राज अधिनियम, 1993 की धारा 13 के अनुसार, प्रत्येक ग्राम पंचायत निर्वाचित पंचों तथा सरपंच से मिलकर बनेगी। यदि किसी वार्ड या ग्राम में पंच या सरपंच का निर्वाचन न हुआ हो, तो नई निर्वाचन प्रक्रिया 6 माह के भीतर प्रारंभ की जाएगी। सरपंच का निर्वाचन लंबित होने पर, पंच धारा 20 के अधीन प्रथम बैठक में अपने में से एक कार्यवाहक सरपंच का निर्वाचन करेंगे। वह तब तक पद पर बना रहेगा, जब तक कि नया सरपंच अपना पद भार ग्रहण नहीं कर लेता है।

35. छत्तीसगढ़ पंचायत राज अधिनियम, 1993 के अनुसार ग्राम पंचायत के कृत्य के बारे में क्या सही है? [Chhattisgarh P.C.S. (Pre), 2023]

(1) यह धारा 49 में वर्णित हैं।

(2) धारा 49 में 30 उपधाराएं हैं।

(3) मांस के विक्रय तथा परीक्षण का विनियमन ।

(4) सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत उचित मूल्य की

Correct Answer: (a) (1), (2), (3),(4)
Solution:छत्तीसगढ़ पंचायत राज अधिनियम, 1993 के अनुसार, ग्राम पंचायत के कृत्य धारा 49 में वर्णित हैं। इस धारा में 30 उपधाराएं हैं। उपधारा 14 में मांस के विक्रय तथा परीक्षण का विनियमन एवं उपधारा 30 में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत उचित मूल्य की दुकान की स्थापना, संचालन, देखरेख एवं निगरानी करना शामिल है।

36. छत्तीसगढ़ पंचायत राज अधिनियम, 1993 के बारे में निम्नलिखित को सुमेलित कीजिए। [Chhattisgarh P.C.S. (Pre), 2023]

सूची 1सूची 2

(A) ग्राम के संबंध में अधिसूचना

(1) धारा - 2

(B) परिभाषाएं

(2) धारा- 3

(C) जनपद पंचायत के अध्य

और उपाध्यक्ष का निर्वाचन

(3) धारा- 21

(D) सरपंच और उपसरपंच के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव

(4) धारा- 25

 

ABCD
(a)4321
(b)1234
(c)2143
(d)3412
Correct Answer: (c) 2,1,4,3
Solution:छत्तीसगढ़ पंचायत राज अधिनियम, 1993 की धारा-2 में परिभाषाएं, धारा-3 में ग्राम के संबंध में अधिसूचना, धारा 21 में सरपंच और उपसरपंच के विरुद्ध अविश्वास का प्रस्ताव तथा धारा 25 में जनपद पंचायत के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के निर्वाचन हैं।

37. छत्तीसगढ़ ग्राम पंचायत (स्थायी समिति के सदस्यों की पदावधि और कामकाज के संचालन की प्रक्रिया) नियम 1994 के अनुसार निम्नलिखित को सुमेलित कीजिए। [Chhattisgarh P.C.S. (Pre), 2023]

सूची 1सूची 2
(A) स्थायी समिति के सदस्यों की अवधि(1) धारा - 11
(B) कतिपय मामलों का विनिश्चय(2) धारा - 15
(C) गणपूर्ति(3) धारा - 4
(D) निरसन(4) धारा - 9

 

(A)(B)(C)(D)
(a)(1)(2)(3)(4)
(b)(2)(1)(4)(3)
(c)(3)(1)(4)(2)
(d)(4)(3)(1)(2)
Correct Answer: (c)
Solution:छत्तीसगढ़ ग्राम पंचायत (स्थायी समिति के सदस्यों की पदावधि और कामकाज के संचालन की प्रक्रिया) नियम 1994 के अनुसार सुमेलित हैं-
सूची 1 सूची 2 
स्थायी समिति के सदस्यों की अवधिधारा - 4
कतिपय मामलों का विनिश्चयधारा - 11
गणपूर्तिधारा - 9
निरसनधारा - 15

38. छत्तीसगढ़ पंचायत राज अधिनियम, 1993 के अनुसार "प्रत्येक पंचायत एक निधि स्थापित करेगी जो पंचायत निधि कहलाएगी और पंचायत द्वारा प्राप्त समस्त राशियां उक्त निधि का भाग होंगी।" कथित है [Chhattisgarh P.C.S. (Pre), 2023]

Correct Answer: (d) धारा 66 में
Solution:छत्तीसगढ़ पंचायत राज अधिनियम, 1993 की धारा 66 (i) के अनुसार, प्रत्येक पंचायत एक निधि स्थापित करेगी जो पंचायत निधि कहलाएगी और पंचायत द्वारा प्राप्त समस्त राशियां उक्त निधि का भाग होंगी। "धारा 62 (i) के अनुसार, "राज्य सरकार, अधिसूचना द्वारा और ऐसी शर्तों और निर्बंधनों के अध्यधीन रहते हुए, जिन्हें अधिरोपित करना वह उचित समझे, ऐसी किसी संपत्ति को, जो राज्य सरकार में निहित हो, यथास्थिति ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत या जिला पंचायत में निहित कर सकेगी।" धारा 63 के अनुसार, "राज्य सरकार ऐसे प्रयोजनों के लिए तथा ऐसी शर्तों और सीमाओं के अध्यधीन रहते हुए जैसा कि राज्य सरकार ठीक समझे किसी भी पंचायत को राज्य सरकार द्वारा उद्‌गृहीत और संगृहीत ऐसे कर, पथ कर तथा फीस समनुदेशित कर सकेगी और राज्य की संचित निधि में से सहायता अनुदान दे सकेगी।" धारा 65 (i) के अनुसार, किसी पंचायत में निहित या पंचायत की किसी स्थावर संपत्ति का विक्रय दान बंधक या विनियम द्वारा या सात वर्ष से अधिक कालावधि के लिए पट्टे द्वारा या अन्यथा कोई अंतरण, राज्य सरकार की उसके द्वारा इस संबंध में प्राधिकृत किसी अधिकारी की मंजूरी से ही किया जाएगा अन्यथा नहीं।"

39. नगरपालिका परिषद के अध्यक्ष के प्रत्यावर्तन के विषय में सही क्या है? [Chhattisgarh P.C.S. (Pre), 2016]

i. परिषद के 3/4 सदस्यों के हस्ताक्षरित प्रस्ताव के द्वारा प्रत्यावर्तन की प्रक्रिया प्रारंभ की जा सकती है।

ii. परिषद 3/4 निर्वाचित सदस्यों के हस्ताक्षरित प्रस्ताव के द्वारा प्रत्यावर्तन की प्रक्रिया प्रारंभ की जा सकती है।

iii. यदि परिषद बहुमत से प्रत्यावर्तन का प्रस्ताव पारित करती है, तो कलेक्टर कार्यवाही करेगा।

iv. सामान्य मतदाताओं द्वारा बहुमत से पारित होने पर अध्यक्ष को प्रत्यावर्तित किया जा सकता है।

v. सामान्य मतदाताओं द्वारा 2/3 बहुमत से पारित होने पर अध्यक्ष को प्रत्यावर्तित किया जा सकता है।

vi. पूरे कार्यकाल में केवल एक बार प्रत्यावर्तन की प्रक्रिया प्रारंभकी जा सकती है।

vii. पूरे कार्यकाल में दो बार प्रत्यावर्तन की प्रक्रिया प्रारंभ की जा सकती है।

Correct Answer: (b) ii,iv,vi
Solution:छत्तीसगढ़ नगरपालिका अधिनियम, 1961 की धारा 47 के अंतर्गत नगरपालिका परिषद के अध्यक्ष के प्रत्यावर्तन के विषय में वर्णन किया गया है। इसके अनुसार-

(1) सामान्य मतदाताओं द्वारा जिन्होंने प्रत्यावर्तन हेतु मतदान में भाग लिया है, उनकी आधी से अधिक की संख्या ने प्रत्यावर्तन के पक्ष में मत दिया है, तो अध्यक्ष को प्रत्यावर्तित किया जा सकता है [47 (1)]1

(2) इसके [47 (1)] अंतर्गत ही परिषद के 3/4 निर्वाचित सदस्यों के हस्ताक्षरित प्रस्ताव के द्वारा प्रत्यावर्तन की कार्यवाही प्रारंभ की जा सकेगी।

(3) अध्यक्ष के निर्वाचित होने (अध्यक्ष के रूप में) के 2 वर्षों के पश्चात ही प्रत्यावर्तन की कार्यवाही प्रारंभ की जा सकती है [47(1) (i)]।

(4) अध्यक्ष के पूरे कार्यकाल में केवल एक बार ही प्रत्यावर्तन की कार्यवाही की जा सकती है [47 (1) (ii)] |

इस प्रकार स्पष्ट है कि विकल्प (b) के अंतर्गत (ii), (iv) एवं (vi) सत्य हैं।

40. क्या सही है? [Chhattisgarh P.C.S. (Pre), 2018]

(i) एक ग्राम पंचायत में एकाधिक ग्राम हो सकते हैं।

(ii) ग्राम सभा की बैठक प्रत्येक ग्राम में होती है।

(iii) ग्राम सभा की बैठक ग्राम पंचायत के मुख्यालय में होती है।

(iv) ग्राम पंचायत की बैठक प्रत्येक ग्राम में होती है।

(v) ग्राम पंचायत की बैठक ग्राम पंचायत के मुख्यालय में होती है।

कूट :

(a) (i), (iii) एवं (iv)

(b) (ii), (iv) एवं (v)

(c) (ii), (iii) एवं (iv)

(d) (i), (ii) एवं (v)

Correct Answer: (d) (i), (ii) एवं (v)
Solution:एक ग्राम पंचायत में एकाधिक ग्राम हो सकते हैं। ग्राम सभा की बैठक प्रत्येक ग्राम में होती है। ग्राम पंचायत की भी बैठक ग्राम पंचायत के मुख्यालय में होती है। अतः विकल्प (i), (ii) तथा (v) सही हैं, शेष असत्य हैं।