छन्द (Part-2)

Total Questions: 37

31. छप्पय के अन्तिम दो चरण किस छंद के होते हैं? [रेडियो ऑपरेटर (उ.प्र.पुलिस) परीक्षा, 2024]

Correct Answer: (c) उल्लाला
Solution:'छप्पय' के अन्तिम दो चरण 'उल्लाला' छन्द के होते हैं। वस्तुतः छप्पय छन्द रोला तथा उल्लाला से मिलकर बनता है।

32. रोला और उल्लाला से मिलकर कौन-सा छन्द बनता है? [U.P. SI-2021]

Correct Answer: (b) छप्पय
Solution:छन्द के भेद

1. वर्णिक/वार्णिक छन्द

11 वर्ण- इन्द्रवज्रा, शालिनी, उपेन्द्रवज्रा

19 वर्ण - शार्दूलविक्रीडित

12 वर्ण - द्रुतविलम्बित, तोटक

15 वर्ण - मालिनी

17 वर्ण - मन्दाक्रान्ता, शिखरिणी

14 वर्ण - वसन्ततिलका

2. मात्रिक छन्द

4 मात्राएँ - अरिल्ल, पद्धरि छन्द

28 मात्राएँ - हरिगीतिका छन्द

11 मात्राएँ - अहीर

12 मात्राएँ - तोमर छन्द

16 मात्राएँ - चौपाई छन्द

24 मात्राएँ - रोला छन्द

26 मात्राएँ गीतिक छन्द

31 मात्राएँ वीर या आल्हा छन्द

33. रोला और उल्लाला के मिलने पर कौन सा छन्द बनता है? [रेडियो ऑपरेटर (उ.प्र.पुलिस), परीक्षा, 2024]

Correct Answer: (d) छप्पय
Solution:'रोला' सममात्रिक छन्द है, जिसके प्रत्येक चरण में 24-24 मात्राएँ होती हैं। इसे 'काव्य छन्द' भी कहते हैं। यह हिन्दी में अपभ्रंश की देन है।

'उल्लाला' सममात्रिक तथा अर्धसममात्रिक दोनों प्रकार का छन्द है। इसके सम चरणों में 13-13 मात्राएँ तथा विषम चरणों में 15-15 मात्राएँ होती हैं। रोला तथा उल्लाला छन्द के मिलने से छप्पय छन्द बनता है।

34. छप्पय में होते हैं- [P.G.T. परीक्षा, 2002]

Correct Answer: (a) प्रथम चार चरण रोला के और अन्तिम दो चरण उल्लाला के
Solution:छप्पय मात्रिक विषम और संयुक्त छन्द है। इस छन्द में छह चरण होते हैं। प्रथम चार चरण रोला के और शेष दो चरण उल्लाला के।

35. किस छन्द में चार से अधिक चरण होते हैं? [दिल्ली केन्द्रीय विद्यालय (P.G.T.) परीक्षा, 2015]

Correct Answer: (c) छप्पय
Solution:'छप्पय' छन्द में चार से अधिक अर्थात् छह चरण होते हैं।

36. निराला के अनुसार, 'हिन्दी में मुक्तकाव्य किस छन्द की बुनियाद पर सफल हो सकता है? [डायट (प्रवक्ता) परीक्षा, 2014]

Correct Answer: (d) कवित्त
Solution:निराला जी कवित्त छन्द को हिन्दी का 'जातीय छन्द' मानते हैं। उन्होंने कहा है, कि "हिन्दी में मुक्त काव्य कवित्त-छन्द की बुनियाद पर सफल हो सकता है।" निराला के अनुसार, यह छन्द चिरकाल से इस जाति के कण्ठ का हार रहा है। यदि हिन्दी का 'जातीय छन्द' चुना जाय, तो वह यही होगा।

37. किस छन्द में 26 मात्राएँ होती हैं तथा 14-12 पर यति होती है? [UPSSSC ग्राम पंचायत अधिकारी पुनर्परीक्षा, 2016]

Correct Answer: (c) गीतिका
Solution:मात्राओं से जो छन्द बनता है, उसे गीतिका छन्द कहा जाता है। इसकी यति 14-12 मात्राओं पर होती है। अन्त में लघु और गुरु का प्रयोग होता है।