जैन धर्म (UPPSC)

Total Questions: 58

31. जैन धर्म का आधारभूत बिंदु है- [U.P.P.C.S. (Pre) 1993]

Correct Answer: (c) अहिंसा
Solution:अहिंसा जैन धर्म का आधारभूत बिंदु है। जैन धर्म में सम्यक् चरित्र के अंतर्गत परिव्राजकों अथवा तापसों के लिए अहिंसा, सत्य, अस्तेय, ब्रह्मचर्य एवं अपरिग्रह नामक पंच महाव्रत की व्यवस्था की गई है।

32. यापनीय किसका एक संप्रदाय था? [U.P.P.C.S (Pre) 2010]

Correct Answer: (b) जैन धर्म का
Solution:'यापनीय' जैन धर्म का एक संप्रदाय था, जिसकी उत्पत्ति यद्यपि दिगंबर संप्रदाय से हुई थी, तथापि यह संप्रदाय कतिपय श्वेतांबर मान्यताओं का भी पालन करता था।

33. भारत की धार्मिक प्रथाओं के संदर्भ में 'स्थानकवासी' संप्रदाय का संबंध किससे है? [I.A.S. (Pre) 2018]

Correct Answer: (b) जैन मत
Solution:स्थानकवासी श्वेतांबर जैनों का एक संप्रदाय है। यह संप्रदाय अपने पूर्ववर्ती सुधारवादी संप्रदाय 'लोंका' (Lonka), जिसकी स्थापना लोंकाशा (Lonkasha) ने की थी, से उत्पन्न हुआ। इस संप्रदाय के लोग मूर्तियों की पूजा नहीं करते।

34. निम्नलिखित में से कौन सबसे पूर्वकालिक जैन ग्रंथ कहलाता है? [41" B.P.S.C. (Pre) 1995]

Correct Answer: (c) चौदह पूर्व
Solution:'चौदह पूर्व' प्राचीनतम जैन ग्रंथ हैं। अंतिम नंद राजा के समय में सम्भूतविजय तथा भद्रबाहु जैन संघ के अध्यक्ष थे तथा ये ही महावीर द्वारा प्रदत्त चौदह पूर्वी (पुव्वों) के विषय में जानने वाले अंतिम व्यक्ति थे।

35. प्रारंभिक जैन साहित्य निम्नलिखित में से किस भाषा में लिखे गए? [U.P.P.C.S. (Mains) 2006]

Correct Answer: (a) अर्ध-मागधी
Solution:प्रायः सभी प्रारंभिक धार्मिक जैन साहित्य अर्ध-मागधी भाषा में लिखे गए हैं। इसके बारह अंग अर्ध-मागधी में ही हैं। बाद में जैन धर्म ने प्राकृत भाषा को अपनाया। ये ग्रंथ ईसा की छठी शताब्दी में गुजरात में वल्लभी नामक स्थान पर अंतिम रूप से संकलित किए गए।

36. निम्नलिखित में से कौन-सा स्थल पार्श्वनाथ से संबद्ध होने के कारण जैन-सिद्ध क्षेत्र माना जाता है? [U.P.P.C.S. (Pre) 2002 & U.P. Lower Sub. (Pre) 2002]

Correct Answer: (c) सम्मेद शिखर
Solution:पार्श्वनाथ जैन धर्म के 23वें तीर्थंकर थे, जिनका जन्म वाराणसी में महावीर स्वामी से 250 वर्ष पहले हुआ था। काशी के शासक इक्ष्वाकुवंशी अश्वसेन उनके पिता थे तथा महारानी वामा उनकी माता। 30 वर्ष की आयु के बाद उन्होंने गृह त्याग कर अपना जीवन वैराग्य और तपश्चर्या में लगाया। वाराणसी के निकट आश्रमपद उद्यान में समाधिस्थ होकर कठिन तपस्या करने के उपरांत उन्हें 84वें दिन 'कैवल्य' (ज्ञान) प्राप्त हुआ। पार्श्वनाथ का परिनिर्वाण सम्मेत शिखर (सम्मेद पर्वत) पर हुआ था, इसी कारण यह जैन सिद्ध क्षेत्र माना जाता है।

37. निम्नलिखित में से कौन-सा आरंभिक जैन साहित्य का भाग नहीं है? [I.A.S. (Pre) 1996]

Correct Answer: (a) थेरीगाथा
Solution:थेरीगाथा बौद्ध साहित्य है। आचारांगसूत्र, सूत्रकृतांग और बृहत्कल्पसूत्र आरंभिक जैन साहित्य के भाग हैं।

38. जैन संप्रदाय में प्रथम विभाजन के समय श्वेतांबर संप्रदाय के संस्थापक थे- [R.A.S./R.T.S. (Pre) 1999]

Correct Answer: (a) स्थूलभद्र
Solution:मौर्य काल में मगध में अत्यंत भीषण दुर्भिक्ष (अकाल) पड़ा, फलतः वहां रहने वाले जैन संघ के भद्रबाहु अपने अनुयायियों को लेकर दक्षिण चले गए। अकाल समाप्त होने के बाद भद्रबाहु अपने अनुयायियों के साथ पुनः यहां लौट आए। किंतु जैन संघ के नियमों को लेकर भद्रबाहु और स्थूलभद्र के बीच मत-वैभिन्य हो गया। स्थूलभद्र अकाल के समय मगध में ही रहे और उनके अनुयायी भी वहीं थे। उन्होंने अपने अनुयायियों को सफेद वस्त्र धारण करने के लिए निर्देश दिया, किंतु भद्रबाहु ने निर्वस्त्र रहने के लिए अपने अनुयायियों को शिक्षा दी। इस प्रकार जैन संघ में दो संप्रदाय विकसित हुए- (i) श्वेतांबर और (ii) दिगंबर।

39. भगवान महावीर का प्रथम शिष्य था- [47th B.P.S.C. (Pre) 2005]

Correct Answer: (a) जमालि
Solution:भगवान महावीर का जन्म जातृक क्षत्रियों के संघ के प्रधान सिद्धार्थ के यहां 599 ई.पू. में हुआ था। उनकी पत्नी का नाम यशोदा था, उनसे प्रियदर्शना नामक एक पुत्री उत्पन्न हुई। उस पुत्री का विवाह जामालि नाम के व्यक्ति से हुआ था, जो बाद में महावीर स्वामी का अनुयायी बन गया। यह उनका प्रथम शिष्य था।

40. महावीर का प्रथम अनुयायी कौन था? [U.P.P.C.S. (Pre) 2008]

Correct Answer: (a) जमालि
Solution:भगवान महावीर का जन्म जातृक क्षत्रियों के संघ के प्रधान सिद्धार्थ के यहां 599 ई.पू. में हुआ था। उनकी पत्नी का नाम यशोदा था, उनसे प्रियदर्शना नामक एक पुत्री उत्पन्न हुई। उस पुत्री का विवाह जामालि नाम के व्यक्ति से हुआ था, जो बाद में महावीर स्वामी का अनुयायी बन गया। यह उनका प्रथम शिष्य था।