जैव उपचार

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1. प्रदूषण की समस्याओं का समाधान करने के संदर्भ में, जैवोपचारण (बायोरेमीडिएशन) तकनीक के कौन-सा/से लाभ है/हैं? [I.A.S. (Pre) 2017]

1. यह प्रकृति में घटित होने वाली जैवनिम्नीकरण प्रक्रिया का ही संवर्धन कर प्रदूषण को स्वच्छ करने की तकनीक है।

2. कैडमियम और लेड जैसी मारी धातुओं से युक्त किसी भी संदूषक को सूक्ष्मजीवों के प्रयोग से जैवोपचारण द्वारा सहज ही और पूरी तरह उपचारित किया जा सकता है।

3. जैवोपचारण के लिए विशेषतः अभिकल्पित सूक्ष्मजीवों को सृजित करने के लिए आनुवंशिक इंजीनियरी (जेनेटिक इंजीनियरिंग) का उपयोग किया जा सकता है।

नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए-

Correct Answer: (c) केवल 1 और 3
Solution:सूक्ष्म जीवों के प्रयोग द्वारा पर्यावरण से विषैले (Toxic) प्रदूषक पदार्थों के निष्कासन की प्रक्रिया जैवोपचारण (Bio-remediation) कहलाती है। यह प्रकृति में घटित होने वाली जैवनिम्नीकरण प्रक्रिया का ही संवर्धन कर प्रदूषण को स्वच्छ करने की तकनीक है। परंतु कई प्रकार की भारी धातुओं से युक्त प्रदूषकों को जैवोपचारण विधि द्वारा नहीं उपचारित किया जा सकता है। उदाहरण के लिए कैडमियम व लेड जैसी भारी धातुओं से युक्त किसी भी संदूषक को सूक्ष्मजीवों के प्रयोग से जैवोपचारण द्वारा सहज ही और पूरी तरह उपचारित नहीं किया जा सकता है। जैवोपचारण के लिए विशेषतः अभिकल्पित सूक्ष्मजीवों को सृजित करने के लिए आनुवंशिक इंजीनियरी (जेनेटिक इंजीनियरिंग) का उपयोग किया जा सकता है। उदाहरणतया, सुपरबग (Pseudomonas putida) जो जेनेटिक इंजीनियरिंग तकनीक द्वारा निर्मित किया गया है, समुद्र में फैले तैलीय पंक (Oil Spill) को समाप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

2. हाल में 'ऑयलजैपर' समाचारों में था। यह क्या है? [I.A.S. (Pre) 2011]

Correct Answer: (a) यह तैलीय पंक तथा बिखरे हुए तेल के उपचार हेतु पारिस्थितिकी के अनुकूल विकसित प्रौद्योगिकी है।
Solution:'ऑयलजैपर' (Oilzapper) जीवाणु आधारित जैव-उपचार (Bio- remediation) तकनीक है। यह तैलीय पंक तथा बिखरे हुए तेल के उपचार हेतु पारिस्थितिकी के अनुकूल विकसित प्रौद्योगिकी है, जिसका विकास 'द एनर्जी एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट' (TERI) द्वारा किया गया है। अगस्त, 2010 में मुंबई के तटीय क्षेत्र में एम.वी. खलीजिया-III और एमएससी चित्रा नामक पोतों की टक्कर में बिखरे तेल को साफ करने के लिए इस तकनीक का प्रयोग किया गया था। ध्यातव्य है कि ऑयलजैपर एक बैक्टीरिया संकाय है। यह पांच बैक्टीरिया को मिलाकर विकसित किया गया है। इसमें उपस्थित बैक्टीरिया तेल में मौजूद हाइड्रोकार्बन यौगिकों को अपना भोजन बनाते हैं तथा उनको हानिरहित CO₂ एवं जल में परिवर्तित कर देते हैं।

3. जैव उपचारण (Bio-remediation) से तात्पर्य है- [R.A.S./R.T.S. (Pre) 2007]

Correct Answer: (a) जीवों द्वारा पर्यावरण से विषैले (Toxic) पदार्थों का निष्कासन
Solution:सूक्ष्म जीवों के प्रयोग द्वारा पर्यावरण से विषैले (Toxic) प्रदूषक पदार्थों के निष्कासन की प्रक्रिया जैव-उपचारण (Bio-remediation) कहलाती है। इसके द्वारा किसी विशेष स्थान पर पर्यावरणीय प्रदूषकों के हानिकारक प्रभाव को समाप्त किया जा सकता है। यह जैव रासायनिक चक्र के माध्यम से कार्य करता है। जैवोपचार का प्रयोग सतही जल, भूमिगत जल व मृदा आदि को साफ करने में होता है। यह पारिस्थितिक तंत्र की पुनः स्थापना में उपयोगी सिद्ध होता है।