जैव विकास

Total Questions: 23

11. सूची-I को सूची-II के साथ सुमेलित कीजिए और सूचियों के नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए: [I.A.S. (Pre) 1998]

 

सूची-I

सूची-II

A. उत्परिवर्तन (Mutation) का सिद्धांत

1. बीडल और टैटम

B. विकास का सिद्धांत

2. जैकब और मोनोड

C. एक जीन एक एंजाइम की परिकल्पना 

3. डार्विन

D. ओपेरॉन अवधारणा

4. डी व्रीज

 

A

B

C

D

(a)

3

4

1

2

(b)

4

3

1

2

(c)

4

3

2

1

(d)

3

4

2

1

Correct Answer: (b)
Solution:सुमेलित क्रम है:

उत्परिवर्तन (Mutation) का सिद्धांत  -  ह्यूगो डी ब्रीज

विकास का सिद्धांत  -  डार्विन

एक जीन एक एंजाइम की परिकल्पना  -  बीडल और टैटम

ओपेरॉन अवधारणा  -  जैकब और मोनोड

12. विकास का मुख्य कारक है- [39th B.P.S.C. (Pre) 1994]

Correct Answer: (d) प्राकृतिक वरण
Solution:जैव विकास (Evolution) का मुख्य कारक प्राकृतिक वरण (Natural Selection) है, क्योकि यही विभेदों एवं अन्य हासिल किए हुए जीनों को अगली पीढ़ी (Generation) में दिशा प्रदान करता है। प्राकृतिक वरण या चयन एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसके कारण जीवों की आबादियों में जीनरूपों (Genotypes) तथा एलीली जीनों, दोनों की ही आवृत्तियों में महत्वपूर्ण परिवर्तन होते रहते हैं।

13. जैव विकास के संदर्भ में, सांपों में अंगों का लोप होने को स्पष्ट किया जाता है- [I.A.S. (Pre) 2002]

Correct Answer: (a) अंगों का उपयोग तथा अनुपयोग किए जाने से
Solution:फ्रांसीसी जैव वैज्ञानिक लैमार्क के अनुसार, परिवर्तन शरीर के उपयोग तथा अनुपयोग (Use and disuse) के कारण होते हैं। बदलते वातावरण में जीवधारी नई आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु अपने कुछ अंगों का अधिक प्रयोग करते हैं जबकि कुछ अंगों का कम, जिसके कारण अधिक प्रयोग किए जाने वाले अंग सुदृढ़ एवं सुविकसित हो जाते हैं तथा वे अंग जिनका प्रयोग कम होता है वे निष्क्रिय तथा धीरे-धीरे करके लुप्त हो जाते हैं, जिसका उदाहरण हमारे शरीर के अवशेषी अंग हैं। लैमार्क ने अंगों के अनुपयोग के उदाहरण के रूप में सर्पों (Snakes) में टांगों के अभाव को बताया।

14. जीवों में अत्यधिक विविधता का कारण है- [56th to 59th B.P.S.C. (Pre) 2015]

Correct Answer: (c) उत्परिवर्तन
Solution:वैज्ञानिकों का वह समूह, जिसने प्रकृतिवाद के सिद्धांत को आधुनिक रूप दिया, उसे 'नव-डार्विनवादी' कहते हैं। आधुनिक नव-डार्विनवादियों के अनुसार, जीनों में साधारण परिवर्तनों के उपरांत नए जीव बनते हैं, जिससे उनमें विभिन्नताएं बढ़ जाती है। इन परिवर्तनों को उत्परिवर्तन कहते है। ये परिवर्तन स्पष्टतः वंशागत होते हैं तथा पीढ़ियों में वरण द्वारा नई जातियों की उत्पत्ति होती है।

15. निम्नलिखित में से कौन-सा एक सजीव जीवों में एक नई जाति की उत्पत्ति के लिए सर्वाधिक महत्वपूर्ण घटक है? [I.A.S. (Pre) 2002]

Correct Answer: (b) उत्परिवर्तन
Solution:कोशिका जीनोम के डी. एन.ए. अनुक्रम में परिवर्तन को उत्परिवर्तन कहते हैं। उत्परिवर्तन प्रक्रिया में आनुवंशिक पुनर्संयोजन के माध्यम से बड़ी संख्या में डी.एन.ए. की प्रतिलिपि तैयार हो जाती है। नई जीनों के विकास में यह प्रतिलिपियां एक प्रमुख भूमिका निभाती है।

16. आधुनिक मनुष्य के हाल का पूर्वज है- [39th B.P.S.C. (Pre) 1994]

Correct Answer: (b) क्रो-मैगनॉन मानुष
Solution:क्रो-मैगनॉन (Cro-Magnon) मनुष्य को आधुनिक वैज्ञानिक वर्तमान मानव होमो सैपियंस का अंतिम सीधा पूर्वज तथा आधुनिक मानव की एक उपजाति (Subspecies) होमो सैपियंस फॉसिल्स (Homo Sapiens Fossils) मानते हैं। क्रो-मैगनॉन का शरीर गठा हुआ और लगभग 180 सेमी. (6 फुट) लंबा था तथा इसकी कपालगुहा 1600 क्यूबिक सेमी, थी।

17. शब्द 'डेनिसोवन (Denisovan)' कभी-कभी समाचार माध्यमों में किस संदर्भ में आता है? [I.A.S. (Pre) 2019]

Correct Answer: (b) एक आदिमानव जाति (स्पीशीज)
Solution:डेनिसोवन एक आदिमानव प्रजाति थी, जो यूरेशिया के जंगलों में लगभग 1.5 से 2 लाख वर्ष पूर्व निवास करती थी। पहली बार वर्ष 2010 में साइबेरिया की गुफाओं में प्राप्त अस्थि अवशेषों से इसकी पहचान हुई थी तथा फिर चीन के तिब्बत की एक गुफा से प्राप्त एक जीवाश्म जबड़े के विश्लेषण से इनके पूर्वी एशिया तक विस्तारित होने की पुष्टि की घोषणा 1 मई, 2019 को प्रतिष्ठित विज्ञान मैगजीन 'नेचर' में प्रकाशित एक शोध-पत्र में की गई है। तिब्बत में प्राप्त डेनिसोवन का यह जबड़ा उत्तर-मध्य प्लाइस्टोसीन काल (लगभग 1.6 लाख वर्ष पूर्व) का है। डेनिसोवन के अवशेषों के डीएनए विश्लेषण के आधार पर इन्हें होमो सैपियंस और निएंडरथल से पृथक तीसरे प्रकार की समकालिक मानव प्रजाति माना जा रहा है।

18. आर्कियोप्टेरिक्स है- [40th B.P.S.C. (Pre) 1995]

Correct Answer: (a) जुरैसिक युग का सर्वपुरातन पक्षी
Solution:आकियोप्टेरिक्स (Archaeopteryx), जुरैसिक (Jurassic) युग का एक सर्वपुरातन पक्षी था, जिसके जीवाश्म (fossils) लगभग 15 करोड वर्ष पुरानी जुरैसिक चट्टानों से मिले हैं। यह सरीसृपों तथा पक्षियों के बीब का संयोजक जंतु था, जिसमें सरीसृपों (Reptiles) की मांति लंबी पूछ, चोच में दांत तथा अग्रपादों की अंगुलियों पर पंजे (claws) थे. फिर भी यह पक्षी था, क्योंकि इसके अग्रपाद उड़ने के लिए पंखों में रूपांतरित हो चुके थे। यह जंतु जैव विकास (Organic Evolution) को सिद्ध करता है।

19. 'आर्कियोप्टेरिक्स' किन वर्गों के प्राणियों के बीच की योजक कड़ी है? [R.A.S/R.T.S. (Pre) 2008]

Correct Answer: (b) सरीसृप व पक्षी
Solution:आकियोप्टेरिक्स (Archaeopteryx), जुरैसिक (Jurassic) युग का एक सर्वपुरातन पक्षी था, जिसके जीवाश्म (fossils) लगभग 15 करोड वर्ष पुरानी जुरैसिक चट्टानों से मिले हैं। यह सरीसृपों तथा पक्षियों के बीब का संयोजक जंतु था, जिसमें सरीसृपों (Reptiles) की मांति लंबी पूछ, चोच में दांत तथा अग्रपादों की अंगुलियों पर पंजे (claws) थे. फिर भी यह पक्षी था, क्योंकि इसके अग्रपाद उड़ने के लिए पंखों में रूपांतरित हो चुके थे। यह जंतु जैव विकास (Organic Evolution) को सिद्ध करता है।

20. मैमथ पूर्वज है : [R.A.S./R.T.S. (Pre) 2008]

Correct Answer: (d) हाथी का
Solution:मैमथ' (Mammoth) प्रजाति वर्तमान समय में विलुप्त है। यह हाथी का पूर्वज माना जाता है।