Solution:पराबैंगनी विकिरण को उसकी तरंगदैर्ध्य के आधार पर तीन प्रमुख प्रवर्गों में विभाजित किया जा सकता है-UV-A विकिरण : इन विकिरणों की तरंगदैर्ध्य 320-400 nm तक होती है। यह विकिरण सुरक्षात्मक ओजोन परत से लगभग अप्रभावित रहता है तथा पृथ्वी की सतह तक आसानी से पहुंच जाता है।
UV-B विकिरण : 280-320nm की तरंगदैर्ध्य रेंज वाला यह विकिरण आंशिक रूप से ओजोन परत द्वारा अवशोषित किया जाता है, परंतु इसकी कुछ मात्रा पृथ्वी तक पहुंचती है।
UV-C विकिरण: 100-280nm की तरंगदैर्ध्य रेंज वाला यह विकिरण ओजोन परत द्वारा सर्वाधिक प्रभावित होता है।
अतः समतापमंडल में ओजान का अवक्षय होने पर पृथ्वी के धरातल पर पतित विकिरण की न्यूनतम तरंगदैर्ध्य 100 nm होगी।
1nm = 1.0 × 10⁻⁹ m
100nm = 100 × 10⁻⁹
= 10² × 10⁻⁹
= 10⁻⁷ m