तरंग गति

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31. दूरसंचार के लिए प्रयुक्त तरंगें हैं- [U.P.P.C.S. (Mains) 2013]

Correct Answer: (d) माइक्रोवेव
Solution:दूरसंचार में विभिन्न प्रकार की विद्युत चुंबकीय तरंगों का उपयोग किया जाता है, लेकिन विशेष रूप से लंबी दूरी के संचार, उपग्रह संचार, और वायरलेस नेटवर्क (जैसे वाई-फाई) में माइक्रोवेव का व्यापक रूप से प्रयोग होता है।

32. आवृत्ति मॉड्यूलेशन (FM) रेडियो वेव्स के बारे में क्या सही नहीं है? [Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2021]

Correct Answer: (a) आवृत्ति मॉड्यूलेशन की आवृत्ति रेंज आयाम मॉड्यूलेशन (AM) से कम होती है।
Solution:आवृत्ति माड्यूलेशन FM रेडियो वेव्स का आविष्कार एडविन ऑर्मस्ट्रांग ने किया था। उल्लेखनीय है कि AM (Amplitude Modulation) एवं FM (Frequency Modulation) रेडियो सिग्नलों के प्रसारण की विधियां हैं। दोनों ही तरीकों द्वारा सूचना को विद्युत चुंबकीय तरंगों के रूप में प्रसारित किया जाता है। AM में सिग्नल का आयाम (Amplitude) बदल जाता है, लेकिन आवृत्ति एवं कला (Phase) नहीं बदलती। जबकि FM में सिग्नल की आवृत्ति (Frequency) बदल जाती है, लेकिन आयाम और कला नहीं बदलती। FM में AM की तुलना में उच्च बैंडविड्थ (Higher bandwidth) के कारण 'ध्वनि गुणवत्ता' (Sound quality) बेहतर होती है। AM की आवृत्ति रेंज लगभग 530 KHz से 1710 KHz तक होती है, जबकि FM की आवृत्ति रेंज 88 MHz से 108 MHz तक होती है।

33. एफ. एम. प्रसारण सेवा में प्रयुक्त होने वाले आवृत्ति बैंड का परास होता है [R.A.S/R.T.S. (Pre) 2013]

Correct Answer: (d) 88-108 मेगाहर्ट्ज के मध्य
Solution:एफ. एम. प्रसारण सेवा में प्रयुक्त होने वाले आवृत्ति बैंड का परास 88 से 108 मेगाहर्ट्ज के मध्य होता है। एफ. एम. बैंड के लिए यह परास मानक के रूप में प्रयोग किया जाता है।

34. एक रेडियो स्टेशन से 30 मीटर बैंड पर प्रसारण प्राप्त होता है। इस स्टेशन द्वारा प्रेषित वाहक तरंगों की आवृत्ति है- [R.A.S./R.T.S. (Pre) 1993]

Correct Answer: (c) 10 MHz
Solution:रेडियो तरंगों के लिए, आवृत्ति (), तरंगदैर्ध्य () और प्रकाश की गति () के बीच संबंध है:

यहाँ, (निर्वात में प्रकाश की गति)

तरंगदैर्ध्य () = 30 मीटर

हमें आवृत्ति () ज्ञात करनी है।

= 3×10⁸/30 = 10×10⁶ = 10 MHz

35. पृथ्वी के वायुमंडल में आयनमंडल कहलाने वाली परत रेडियो संचार को सुसाध्य बनाती है। क्यों? [I.A.S. (Pre) 2011]

1. ओजोन की उपस्थिति रेडियो तरंगों को पृथ्वी की ओर परावर्तित करती है।

2. रेडियो तरंगों की तरंगदैर्ध्य अति दीर्घ होती है।

उपर्युक्त में से कौन-सा/कौन-से कथन सही है/हैं?

Correct Answer: (d) न तो 1 और न ही 2
Solution:प्रश्नगत दोनों कथन सही नहीं हैं। आयनमंडल में विद्युत आवेशित आयनों की उपस्थिति के कारण रेडियो संचार सुसाध्य हो जाता है।

36. टेलीविजन दर्शक डिश एंटीना प्रयुक्त करते हुए बरसात में उपग्रह सिग्नल नहीं प्राप्त करते, क्योंकि- [U.P. P.C.S. (Pre) Exam. 2017]

1. एंटीना छोटे होते हैं।

2. वर्षा की बूंदें रेडियो तरंगों की ऊर्जा अवशोषित करती हैं।

3. वर्षा की बूंदें रेडियो तरंगों की ऊर्जा की मूल दिशा को विचलित करती हैं।

उपरोक्त कथनों में से कौन सही हैं?

Correct Answer: (d) 1, 2 और 3
Solution:बरसात में रेडियो तरंगें वर्षा की बूंदों से टकराकर आंशिक रूप से या पूर्णत ऊष्मीय ऊर्जा में परिवर्तित हो जाती हैं और बूंदों द्वारा अवशोषित कर ली जाती हैं। वर्षा की बूंदें रेडियो तरंगों की ऊर्जा की मूल दिशा को विचलित करने में भी सक्षम होती हैं। अतः इन कारणों से बरसात में उपग्रह सिग्नल प्राप्त करने में कठिनाई होती है। वर्षा के समय रेडियो सिग्नल कमजोर (weakened) हो जाते हैं, जिन्हें छोटे डिश एंटीना ग्रहण नहीं कर पाते।

37. आंतों के रोगों के निदान में निम्न किरणों का उपयोग किया जाता है- [43rd B.P.S.C. (Pre) 1999]

Correct Answer: (a) X-किरण
Solution:X-किरण एक प्रकार का विद्युत चुंबकीय विकिरण है। यह चिकित्सा में आंतों के रोगों के निदान के लिए प्रयोग की जाती है।

38. सी.टी. स्कैन करने में प्रयोग में लाई जाती हैं- [U.P.P.C.S. (Mains) 2011]

Correct Answer: (d) एक्स-किरणें
Solution:सी.टी. स्कैन या कम्प्यूटेड टोमोग्रॉफी विशेष प्रकार का एक्स-रे परीक्षण है। जिसके द्वारा शरीर के अंदरूनी अंगों को देखा एवं रोगों का पता लगाया जाता है।

39. निम्नलिखित में किसका आविष्कार विलहेल्म रोएंटजन द्वारा किया गया? [U.P.P.C.S. (Pre) 2018]

Correct Answer: (b) एक्स-रे मशीन
Solution:जर्मन वैज्ञानिक विलहेल्म रोएंटजन को 'एक्स-रे' मशीन के आविष्कार का श्रेय दिया जाता है। वर्ष 1901 में जब नोबेल पुरस्कार की शुरुआत हुई, तो भौतिकी का पहला नोबेल इसी आविष्कार हेतु रोएंटजन को दिया गया था।

40. ध्वनि तरंगों के दो क्रमागत संपीडनों के बीच की दूरी को क्या कहते हैं? [Jharkhand P.C.S. (Pre) 2023 ]

Correct Answer: (c) तरंगदैर्ध्य
Solution:(i) आवृति, (ii) आयाम तथा (iii) वेग। ध्वनि तरंग को ग्राफीय रूप में निम्न प्रकार प्रदर्शित किया जा सकता है :-

संपीडन (Compressions) वह क्षेत्र है, जहां ध्वनि कण पास-पास आ जाते हैं, जिन्हें उपर्युक्त चित्र में वक्र के ऊपरी भाग में दिखाया गया है। शिखर (Peak) अधिकतम संपीडन के क्षेत्र को प्रदर्शित करता है। विरलन (Rarefactions) निम्न दाब के क्षेत्र हैं, जहां ध्वनि कण दूर-दूर हो जाते हैं और उन्हें घाटी (Valley) से प्रदर्शित करते हैं। इन्हें वक्र के निम्न भाग (Lower portion) में प्रदर्शित किया गया है। शिखर को तरंग का श्रृंग (Crest) तथा घाटी को गर्त (Trough) कहा जाता है। दो क्रमागत संपीडनों अथवा दो क्रमागत विरलनों के बीच की दूरी तरंगदैर्ध्य (Wavelength) कहलाती है। तरंगदैर्ध्य को साधारणतः ग्रीक अक्षर 'λ' से निरूपित किया जाता है।