ताम्रपाषाण कालीन कृषक संस्कृतियां

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21. ताम्रपाषाणिक मृतक शवाधान विधियों को उनके क्षेत्र के आधार पर मिलायें :

क्षेत्र का नामशवाधान विधियां
A. महाराष्ट्र1. पूर्व-पश्चिम की सीध में
B. दक्षिण-भारत2. संपूर्ण शवाधान
C. पश्चिम भारत3. आंशिक शवाधान
D. पूर्वी भारत4. उत्तर-दक्षिण के सीध में

 

ABCD
(a)4123
(b)1234
(c)4213
(d)1423
Correct Answer: (a)
Solution:सही मिलान निम्न प्रकार से है-
क्षेत्र का नामशवाधान विधियां
महाराष्ट्रउत्तर-दक्षिण सीध में
दक्षिण भारतपूर्व-पश्चिम सीध में
पश्चिम भारतसंपूर्ण शवाधान
पूर्वी भारतआंशिक शवाधान

22. निम्नलिखित कथनों पर विचार करें :

कथन (1) ताम्रपाषाण समाज में असमानता आरंभ हो चुकी थी

कथन (2) कुछ बच्चों के गले में तांबे के मनकों का हार पहना कर उन्हें दफनाया गया है।

उपर्युक्त कथनों के आधार पर असत्य कथन का चुनाव करें-

Correct Answer: (d) न तो 1 न ही 2
Solution:ताम्रपाषाणिक बस्ती के ढांचों और शव संस्कार विधि दोनों से पता चलता है कि ताम्रपाषाण समाज में असमानता आरंभ हो चुकी थी। पश्चिमी महाराष्ट्र की चंदौली और नेवासा बस्तियों में पाया गया है कि कुछ बच्चों के गले में तांबे के मनकों का हार पहना कर उन्हें दफनाया गया है, जबकि अन्य बच्चों की कब्रों में सामान के तौर पर कुछ बर्तन मात्र ही हैं।

23. ताम्रपाषाण कालीन किस स्थल पर प्रस्तर-फलक उद्योग के प्रमाण प्राप्त हुए हैं?

Correct Answer: (b) गिलुंद
Solution:गिलुंद में तांबे के टुकड़े मिलते हैं। यहां एक प्रस्तर-फलक उद्योग भी पाया गया है। अतः विकल्प (b) सत्य है।

24. एक मात्र ताम्रपाषाणकालीन स्थल जहां से सोने के आभूषण के साक्ष्य मिले हैं?

Correct Answer: (a) जोरवे संस्कृति
Solution:सोने के आभूषण बहुत-ही दुर्लभ थे और केवल जोरवे संस्कृति में ही पाए गए हैं। हालांकि कान का एक आभूषण प्रभास से भी प्राप्त हुआ है। अतः विकल्प (a) सत्य है।

25. किस ताम्रपाषाणिक स्थल पर ताम्रनिधियों का सबसे बड़ा संचय पाया गया है?

Correct Answer: (a) गुंगेरिया
Solution:ताम्र-निधियों में से लगभग आधे, गंगा-यमुना दोआब में केंद्रित हैं। सबसे बड़ा संचय गुंगेरिया (मध्य प्रदेश) से प्राप्त हुआ है, जिसमें तांबे की 424 वस्तुएं और चांदी की 102 पतली चादरें मिली हैं।

26. निम्नलिखित ताम्रपाषाण कालीन स्थलों को कूट की सहायता से उनमें वर्तमान क्षेत्रों से मिलाइए-

ताम्रपाषाण कालीन स्थलवर्तमान क्षेत्र
A. नसीरपुर1. मेरठ
B. राजपुर-परशु2. बदायूं
C. बिसैली3. शाहजहांपुर
D. बहेडिया4. हरिद्वार

 

 ABCD
(a)4132
(b)4123
(c)1423
(d)2314
Correct Answer: (b)
Solution:इन सभी ताम्रपाषाणिक स्थलों से ताम्र संचय पाए गए हैं। ये स्थल गंगा घाटी में स्थित हैं इनका मिलान निम्न प्रकार से है-
ताम्रपाषाण कालीन स्थलवर्तमान क्षेत्र
नसीरपुरहरिद्वार
राजपुर-परशुमेरठ
बिसौलीबदायूं
बहेडियाशाहजहांपुर

27. निम्नलिखित में से चित्रित मृदभांडों का इस्तेमाल सबसे पहले किस संस्कृति के लोगों ने किया?

Correct Answer: (d) ताम्रपाषाणकाली
Solution:सभी ताम्रपाषाण समुदाय चाकों पर बने काले व लाल मृदभांड का प्रयोग करते थे। उनके विकास की प्राक् कांस्य अवस्था को देखते हुए हम पाते हैं कि चित्रित मृदभांडों का सबसे पहले इस्तेमाल करने वाले ताम्रपाषाणिक लोग ही थे।

28. निम्नलिखित कथनों पर विचार करें।

कथन (1) कायथा, इनामगांव में किलेबंद ताम्रपाषाणिक बस्तियां पाई गई हैं।

कथन (2) ताम्रपाषाणिक लोगों ने नवपाषाण लोगों की अपेक्षा बड़े गांव बसाए व बड़ी मात्रा में अनाज उत्पादन करते थे।

उपर्युक्त कथनों मे से सही कथन का चुनाव करें-

Correct Answer: (c) 1 और 2
Solution:सर्वप्रथम ताम्रपाषाण जनों में ही प्रायद्वीपीय भारत में बड़े-बड़े गांव बसाए और वे नवपाषाण जनों के बारे में जितना ज्ञात है उससे कहीं अधिक अनाज उपजाते थे। मध्य प्रदेश के कायथा और एरण में तथा पश्चिमी महाराष्ट्र के इनामगांव में किलेबंद ताम्रपाषाण बस्तियां पाई गई हैं।

29. निम्नलिखित कथनों पर विचार करें-

Correct Answer: (c) 1 और 2
Solution:ताम्रपाषाण युग के लोग लेखन कला से परिचित नहीं थे, अतः कथन (1) असत्य है। ताम्रपाषाण युग के लोग तांबे में टिन को मिश्रित करके कांसा बनाना नहीं जानते थे, जो कि तांबे से अधिक मजबूत और उपयोगी होता है। कांसे के औजारों के इस्तेमाल से मिस्र, मेसोपोटामिया और सिंधु घाटी की प्राचीनतम सभ्यताओं के विकास में बड़ी सुविधा मिली थी।

30. ताम्रपाषाण युग की बस्तियों के संदर्भ में असत्य कथन का चुनाव करें।

Correct Answer: (a) ताम्रपाषाण स्थलों में कृषि कार्य हेतु हल एवं फावड़े का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर होता था।
Solution:ताम्रपाषाण स्थलों में हल एवं फावड़ा नहीं पाया गया है वे अपनी जमीन खोदने वाले डंडे (डिगिंग स्टिक) में पत्थर का छिद्रित चक्का दबाव के लिए लटका देते थे (जिसकी सहायता से कृषि कार्य करते थे), और इससे ताम्रपाषाण युग के लोग झूम खेती कर पाते थे। अतः अभीष्ट उत्तर विकल्प (a) है।