दक्षिण भारत (चोल, चालुक्य, पल्लव एवं संगम युग) (UPPCS) (Part-2)

Total Questions: 41

21. पाण्ड्य राज्य की जीवन रेखा कौन-सी नदी थी? [U.P. Lower Sub. (Spl) (Pre) 2010]

Correct Answer: (d) वेंगी
Solution:पाण्ड्य राज्य की जीवन रेखा वेंगी नदी थी। पाण्ड्य राज्य कावेरी के दक्षिण में स्थित था। इसमें आधुनिक तमिलनाडु के मदुरै तथा तिरुनेलवेली के जिले और केरल का कुछ भाग शामिल था। इसकी राजधानी मदुरा थी। वेंगी नदी वाला प्रदेश अपनी उर्वरता के लिए अत्यधिक प्रसिद्ध था।

22. निम्नलिखित में से कौन-से संगम पत्तन पश्चिमी तट पर स्थित थे? नीचे दिए कूट से सही उत्तर चुनिए- [U.P.P.C.S. (Pre) 2012]

1. कोरकै

2. पुहार

3. तोंडी

4. मुशिरि

कूट :

Correct Answer: (c) केवल 3 एवं 4
Solution:एक अज्ञात ग्रीक नाविक द्वारा रचित प्रसिद्ध पुस्तक 'पेरिप्लस ऑफ द एरीथियन सी' में प्राचीन काल के विभिन्न बंदरगाहों की सूची मिलती है। इसमें नौरा, तोंडी, मुशिरि और नेलिसंडा पश्चिमी तट के प्रमुख बंदरगाह थे।

23. प्राचीन दक्षिण भारत के संदर्भ में, कोरकई, पूमपुहार और मुचीरि किस रूप में सुविख्यात थे? [I.A.S. (Pre) 2023]

Correct Answer: (b) पत्तन
Solution:पूमपुहार दक्षिण भारत राज्य तमिलनाडु का एक प्रमुख शहर है। यह प्राचीन काल का एक समृद्ध बंदरगाह शहर था, जिसे कावेरी पूमपट्टिनम और कावेरीपट्टिनम के नाम से जाना जाता था। यह प्रारंभिक चोल राजाओं की राजधानी के रूप में कार्य करता था। कोरकई पांड्यों का बंदरगाह शहर था, जो बंगाल की खाड़ी के पास स्थित था। यहां से प्राचीन रोमन सभ्यताओं के साथ विकसित व्यापार के प्रमाण प्राप्त हुए हैं। मुजिरिस/मुचीरि, केरल का एक पत्तन नगर था। यह विश्व के सबसे प्राचीन पत्तनों में से एक था। संगम साहित्य में इस पत्तन का वर्णन मिलता है।

24. संगमकालीन साहित्य में 'कोन', 'को' एवं 'मन्नन' किसके लिए प्रयुक्त होते थे? [R.A.S./R.T.S. (Pre) 2010]

Correct Answer: (d) राजा
Solution:संगमकालीन साहित्य में कोन, को एवं मन्नन शब्द राजा के लिए प्रयुक्त होते थे।

25. तृतीय संगम हुआ था - [U.P.P.C.S. (Pre) 2006]

Correct Answer: (c) मदुरई में
Solution:संगम का तात्पर्य गोष्ठी या परिषद से है। इन गोष्ठियों (संगमाँ) में तमिल कवियों द्वारा रचा गया साहित्य 'संगम साहित्य' कहलाता है। संगम युग में दक्षिण भारत में पाण्ड्य राजाओं के संरक्षण में तीन संगम आयोजित किए गए थे-
Sangam Name
प्रथम संगम स्थान

अध्यक्षता

 मदुरई

अगस्त्य ऋषि

द्वितीय संगम स्थान

अध्यक्षता

 कपाटपुरम (अलैवाई)

अगस्त्य ऋषि बाद में तोल्काप्पियर

तृतीय संगम स्थान

अध्यक्षता

 मदुरई

नक्कीरर

26. किस ऋषि के बारे में कहा जाता है कि उन्होंने दक्षिण भारत का आर्गीकरण किया, उन्हें आर्य बनाया? [Jharkhand P.C.S. (Pre) 2013]

Correct Answer: (b) अगस्त्य
Solution:दक्षिण भारत के आर्गीकरण का श्रेय महर्षि अगस्त्य को दिया जाता है। इन्होंने दक्षिण की यात्रा की और बाद में वहीं बस गए थे। इन्हें 'तमिल साहित्य के जनक' के रूप में जाना जाता है।

27. सूची-1 और सूची-II को सुमेलित कीजिए और नीचे दिए हुए कूट से सही उत्तर चुनिए- [U.P.P.C.S. (Spl) (Pre) 2004]

सूची-Iसूची-II
A. चालुक्य 1. मदुरई
B. पल्लव 2. कन्नौज
C. हर्ष 3. बादामी
D. पाण्ड्य4. कांचीपुरम्

कूट :

ABCD
(a)3421
(b)4321
(c)1423
(d)1324
Correct Answer: (a)
Solution:चालुक्यों की राजधानी बादामी थी। पुलकेशिन II बादामी के चालुक्यों का सबसे प्रतापी राजा था। रविकीर्ति द्वारा रचित ऐहोल प्रशस्ति से पुलकेशिन II का विस्तृत इतिहास ज्ञात होता है। पल्लवों की राजधानी कांचीपुरम् थी। हर्ष ने अपनी बहन राज्यश्री के साथ संयुक्त रूप से कन्नौज पर शासन किया था। पाण्ड्यों की राजधानी मदुरई थी।

28. भारत के इतिहास में निम्नलिखित घटनाओं पर विचार कीजिए- [I.A.S. (Pre) 2020]

1. राजा भोज के अधीन प्रतिहारों का उदय

2. महेंद्रवर्मन 1 के अधीन पल्लव सत्ता की स्थापना

3. परांतक I द्वारा चोल सत्ता की स्थापना

4. गोपाल द्वारा पाल राजवंश की संस्थापना

उपर्युक्त घटनाओं का, प्राचीन काल से आरंभ कर, सही कालानुक्रम क्या है?

 

Correct Answer: (c) 2-4-1-3
Solution:घटनाओं का सही कालक्रम है- महेंद्रवर्मन 1 के अधीन पल्लव सत्ता की स्थापना (600 - 630 ई.), गोपाल द्वारा पाल राजवंश की संस्थापना (750-770ई.), राजा भोज के अधीन प्रतिहारों का उदय (836-885 ई.) एवं परांतक I द्वारा चोल सत्ता की स्थापना (907-953 ई.)। नोट- ध्यातव्य है कि प्रतिहारों का उदय मिहिरभोज (836885 ई.) के अधीन हुआ, जिसे भोज I भी कहा जाता है।

29. निम्नलिखित में से कौन-सी जोड़ी (6वीं से 12वीं शताब्दी तक दक्षिण भारत का राज्य एवं उसकी राजधानी) सुमेलित नहीं है? [Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2016]

Correct Answer: (c) चेर - पुडुचेरी
Solution:चेर राज्य आधुनिक केरल प्रांत में स्थित था। चेर राज्य की राजधानी वांजी अथवा वांची थी, जबकि अन्य विकल्प सही सुमेलित हैं।

30. निम्नलिखित पल्लव शासकों का नाम उनके राज्यकाल को दृष्टिगत रखते हुए सही कालानुक्रमानुसार व्यवस्थित कीजिए और नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए [U.P.B.E.O. (Pre) 2019]

1. परमेश्वरवर्मन I

2. नरसिंहवर्मन I

3. नन्दिवर्मन II

4. महेंद्रवर्मन I

कूट :

Correct Answer: (a) 4, 2, 1, 3
Solution:प्रश्नानुसार पल्लव शासकों का उनके राज्यकाल के कालक्रमानुसार
NameReign
महेंद्रवर्मन I600-630 ई.
नरसिंहवर्मन I630-668 ई.
परमेश्वरवर्मन Iलगभग 670-700 ई.
नंदीवर्मन II731-795 ई.

अतः विकल्प (a) सही उत्तर है।