दक्षिण भारत (चोल, चालुक्य, पल्लव एवं संगम युग) (UPPCS) (Part-2)

Total Questions: 41

31. निम्न में से किस चीनी यात्री ने चालुक्यों के शासनकाल में चीन एवं भारत के संबंधों का विवरण दिया है? [U.P.P.C.S. (Mains) 2014]

Correct Answer: (d) मा-त्वा-लिन
Solution:मा-त्वा-लिन नामक चीनी यात्री ने चालुक्यों के शासनकाल में चीन एवं भारत के संबंधों का विवरण दिया है।

32. किस राजवंश ने उत्तर भारत पर शासन नहीं किया है? [Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2010]

Correct Answer: (a) चालुक्य
Solution:दिए गए विकल्पों में चालुक्य वंश ने उत्तर भारत पर शासन नहीं किया था। इनका शासन मुख्यतः दक्कन एवं दक्षिण भारत में केंद्रित था। इनकी राजधानी बादामी (वातापी) थी। पुलकेशिन द्वितीय बादामी के चालुक्य वंश का सर्वप्रथम शासक था, जिसने हर्षवर्धन को संभवतः पराजित किया था। इनके अतिरिक्त चालुक्यों की कुछ छोटी शाखाएं भी थीं, जिसमें सबसे महत्वपूर्ण कल्याणी के चालुक्य थे।

33. निम्नलिखित में से किस राजा ने अपने मंत्रियों को पशुओं पर क्रूरता पर प्रतिबंध लगाने के लिए काशी क्षेत्र भेजा था? [U.P.R.O./A.R.O. (Mains) 2016]

Correct Answer: (b) चालुक्य राजा कुमारपाल
Solution:चालुक्य शासक कुमारपाल ने अपने राज्य में पशुवध पर प्रतिबंध लगा दिया था। वह जैन मतानुयायी था। उसने पशुओं के प्रति क्रूरता को रोकने के लिए काशी क्षेत्र में भी अपने मंत्रियों को भेजा था।

34. कदंब राजाओं की राजधानी थी- [U.P.P.C.S. (Mains) 2005]

Correct Answer: (b) वनवासी
Solution:कदंब राजाओं की राजधानी वनवासी थी। इस राजवंश (कदंब) की स्थापना मयूरशर्मन ने की थी। कदंब राज्य को पुलकेशिन-II ने अपने राज्य में मिला लिया था। उल्लेखनीय है कि तंजौर (वर्तमान तंजावुर) चोलों की, कांची पल्लवों की एवं बादामी चालुक्यों की राजधानी थी।

35. निम्नलिखित में से कौन-सा एक काकतीय राज्य में अति महत्वपूर्ण समुद्र पत्तन था? [I.A.S. (Pre) 2017]

Correct Answer: (b) मोटुपल्ली
Solution:मोटुपल्ली काकतीय राज्य में एक अति महत्वपूर्ण समुद्र पत्तन था। यह समुद्र पत्तन वर्तमान में आंध्र प्रदेश के प्रकाशम जिले में स्थित है। इटली यात्री मार्कोपोलो ने इस स्थान का दौरा किया था। मार्कोपोलो ने काकतीय राजाओं के शासनकाल के दौरान के आंध्र प्रदेश की समृद्धि और शक्ति के बारे में उल्लेख किया है। तेरहवीं शताब्दी के मध्य के गणपति राजाओं द्वारा जारी मोटुपल्ली शिलालेख से यह ज्ञात होता है कि इस पत्तन से कपूर, गुलाब जल, हाथी दांत, मोती, मूंगा, रेशम, काली मिर्च आदि वस्तुओं का आयात-निर्यात किया जाता था।

36. दक्षिण भारत के किस वंश के राजा ने रोम राज्य में एक दूत 26 ई.पू. में भेजा था? [M.P.P.C.S. (Pre) 2005]

Correct Answer: (c) पाण्ड्य
Solution:दक्षिण भारत के पाण्ड्य वंश के राजा ने रोम राज्य में एक दूत 26 ई.पू. में भेजा था। पाण्ड्य वंश के शासकों ने भारत के दक्षिणी हिस्से पर शासन किया। इनकी राजधानी मदुरई थी।

37. रोमन साम्राज्य से व्यापारिक संबंध किसने स्थापित किए? [67th B.P.S.C. (Re. Exam) (Pre) 2022]

Correct Answer: (b) चेर
Solution:रोम साम्राज्य के साथ भारत के व्यापार का आरंभ संगम काल में चेर राज्य के साथ आरंभ हुआ था। अरिकामेडु से कई रोमन वस्तुएं प्राप्त हुई हैं।

38. मीनाक्षी मंदिर स्थित है- [U.P.P.C.S. (Pre) 1992 & U.P. Lower Sub. (Pre) 2004]

Correct Answer: (a) मदुरई में
Solution:'मीनाक्षी मंदिर' मदुरई (मदुरा) में स्थित है। ध्यातव्य है कि मदुरई (मदुरा) पाण्ड्यों की राजधानी थी। संगम काल में प्रथम एवं तृतीय संगम यहीं आयोजित किए गए थे, जिनकी अध्यक्षता क्रमशः ऋषि अगस्त्य एवं नक्कीरर ने की थी।

39. मीनाक्षी मंदिर यहां अवस्थित है - [Uttarakhand U.D.A./L.D.A. (Pre) 2007 & U.P. P.C.S. (Pre) 1991]

Correct Answer: (c) मदुरई
Solution:'मीनाक्षी मंदिर' मदुरई (मदुरा) में स्थित है। ध्यातव्य है कि मदुरई (मदुरा) पाण्ड्यों की राजधानी थी। संगम काल में प्रथम एवं तृतीय संगम यहीं आयोजित किए गए थे, जिनकी अध्यक्षता क्रमशः ऋषि अगस्त्य एवं नक्कीरर ने की थी।

40. सुमेलित कीजिए- [M.P. P.C.S. (Pre) 1994]

Column AColumn B
A. मीनाक्षी मंदिर1. तिरुमाल (आंध्र प्रदेश)
B. वेंकटेश्वर मंदिर2. मदुरई (बालाजी विश्वनाथ)
C. महाकाल मंदिर3. हावड़ा (प. बंगाल)
D. बेलूर मठ4. उज्जैन
कूट :
ABCD
(a)1234
(b)2143
(c)4312
(d)3421

 

Correct Answer: (b)
Solution:'मीनाक्षी मंदिर' का निर्माण पाण्ड्यों ने अपनी राजधानी मदुरई (मदुरा) में करवाया था। महाकाल मंदिर उज्जैन में तथा वेंकटेश्वर मंदिर तिरूमाल (आंध्र प्रदेश) में स्थित है। बेलूर मठ में रामकृष्ण मिशन की स्थापना 1897 ई. में हावड़ा (प. बंगाल) में स्वामी विवेकानंद द्वारा की गई थी।