Correct Answer: (a) वृहदीश्वर मंदिर
Solution:चोल स्थापत्य के उत्कृष्ट नमूने तंजौर (वर्तमान तंजावुर) के शैव मंदिर, जो राजराजेश्वर या वृहदीश्वर नाम से प्रसिद्ध हैं, का निर्माण राजराज प्रथम के काल में हुआ था। भारत के मंदिरों में सबसे बड़ा तथा लंबा यह मंदिर द्रविड़ शैली का सर्वोत्तम नमूना माना जा सकता है। इसका विशाल प्रांगण 500' × 250' के आकार का है। मंदिर के प्रवेश द्वार पर दोनों ओर दो द्वारपालों की मूर्तियां बनी हैं। इस मंदिर के बहिर्भाग में नंदी की एकाश्मक विशाल मूर्ति बनी है, जिसे भारत की विशालतम नंदी मूर्ति माना जाता है।