दक्षिण भारत (चोल, चालुक्य, पल्लव एवं संगम युग) (UPPCS)

Total Questions: 50

31. चोल राजाओं में किस एक ने सीलोन (Ceylon) पर विजय प्राप्त की थी? [I.A.S. (Pre) 2001]

Correct Answer: (c) राजेंद्र I
Solution:चोल राजा राजेंद्र प्रथम ने सिंहल द्वीप या श्रीलंका विजय (सीलोन- श्रीलंका) का कार्य पूर्ण किया था। यद्यपि राजराज 1 ने भी श्रीलंका पर आक्रमण कर वहां के कुछ प्रदेशों पर अपना अधिकार कर लिया था; किंतु संपूर्ण श्रीलंका पर उसका अधिकार नहीं हो पाया था। राजेंद्र प्रथम ने वहां के शासक महेंद्र पंचम को बंदी बनाकर चोल राज्य भेज दिया, जहां 12 वर्ष बाद उसकी मृत्यु हो गई। संपूर्ण श्रीलंका पर राजेंद्र प्रथम का अधिकार हो गया था।

32. वह चोल राजा कौन था, जिसने श्रीलंका को पूर्ण स्वतंत्रता दी और सिंहल राजकुमार के साथ अपनी पुत्री का विवाह कर दिया था? [U.P.P.C.S. (Pre) 2012]

Correct Answer: (a) कुलोत्तुंग I
Solution:कुलोत्तुंग प्रथम के समय में श्रीलंका के राजा विजयबाहु ने अपनी स्वतंत्रता घोषित की। किंतु कुलोत्तुंग प्रथम ने श्रीलंका में चोल प्रभाव की समाप्ति के प्रति किसी कटुता का प्रदर्शन नहीं किया तथा उसने अपनी पुत्री का विवाह श्रीलंका के राजकुमार वीरप्पेरुमाल के साथ कर दिया।

33. नीचे दो कथन दिए गए हैं, जिनमें से एक को कथन (A) तथा दूसरे को कारण (R) कहा गया है- [U.P.P.C.S. (Pre) 2020]

कथन (A): हमें चोलों के विषय में उनके पूर्ववर्ती राजवंशों की अपेक्षा अधिक जानकारी है।

कारण (R): चोल शासकों ने मंदिरों की दीवारों पर अभिलेख उत्कीर्ण करने का चलन प्रारंभ किया, जिनमें उनकी विजयों के ऐतिहासिक विवरण दिए जाते थे।

नीचे दिए गए कूट में से सही उत्तर का चयन कीजिए।

कूट :

Correct Answer: (a) (A) और (R) दोनों सही हैं और (R), (A) की सही व्याख्या करता है।
Solution:चोलों के विषय में हमें उनके पूर्ववर्ती राजवंशों की अपेक्षा अधिक जानकारी है। राजराज प्रथम एवं राजेंद्र प्रथम ने मंदिरों की ऐतिहासिक दीवारों पर शिलालेख स्थापित किए। राजराज प्रथम ने अभिलेखों द्वारा अपने पूर्वजों के इतिहास को संकलित करने एवं अपने काल की घटनाओं और विजयों को लेखों में जोड़ने की प्रथा का प्रारंभ किया। इसका अनुकरण बाद के राजाओं ने किया। अतः स्पष्ट है कि कथन और कारण दोनों सत्य हैं तथा कारण (R), कथन (A) की सही व्याख्या करता है।

34. भारत के इतिहास के संदर्भ में निम्नलिखित युग्मों पर विचार कीजिए- [I.A.S. (Pre) 2016]

शब्दविवरण
एरिपत्तिभूमि, जिससे मिलने वाला राजस्व अलग से ग्राम जलाशय के रख-रखाव के लिए निर्धारित कर दिया जाता था।
तनियूरएक अकेले ब्राह्मण अथवा एक ब्राह्मण समूह को दान में दिए गए ग्राम
घटिकाप्रायः मंदिरों के साथ संबद्ध विद्यालय

उपर्युक्त में से कौन-सा/से युग्म सही सुमेलित है/हैं?

Correct Answer: (d) 1 और 3
Solution:एरिपत्ति चोल प्रशासन के अंतर्गत वह भूमि होती थी, जिससे मिलने वाला राजस्व अलग से ग्राम जलाशय के रख-रखाव के लिए निर्धारित कर दिया जाता था। 7वीं, 8वीं सदी में दक्षिण भारत में घटिका प्रायः मंदिरों के साथ संबद्ध विद्यालय थे। चोलकालीन स्थानीय प्रशासन में बड़े नगरों में अलग कुर्रम (ग्राम संघ) गठित किए जाते थे, जिन्हें 'तनियूर' अथवा 'तकुर्रम' कहा जाता था।

35. निम्न में से कौन-सी संस्था विदेशी व्यापार से संबंधित थी? [U.P.P.C.S. (Pre) 2018]

Correct Answer: (e) (c & d)
Solution:'श्रेणी' एक ही प्रकार के व्यवसाय करने वाले लोगों की समिति होती थी। 'नगरम' व्यापारियों के स्थानीय संगठनों को कहा जाता था। इस प्रकार के संगठन कांची तथा मामल्लपुरम् में विद्यमान थे। लेखों से हमें विभिन्न व्यापारिक संघों के विषय में जानकारी प्राप्त होती है। ये व्यापारी संघ हैं- मणिग्रामम्, नानादेशिस (नानादेशि), वलैंग, बलंजियर, इदंगै आदि। माणिग्रामम्, नानादेशिस दूसरे देशों के साथ भी व्यापार करते थे।

36. प्राचीन भारत का निम्नलिखित में से कौन-सा महत्वपूर्ण व्यापार केंद्र उस व्यापार मार्ग पर था, जो कल्याण को वेंगी से जोड़ता था? [I.A.S. (Pre) 1994]

Correct Answer: (a) तगर
Solution:तगर प्राचीन भारत का एक महत्वपूर्ण व्यापारिक केंद्र था, यह कल्याण तथा वेंगी के मध्य स्थित था।

37. चालुक्य वंश का सबसे महान शासक कौन था? [U.P.P.C.S. (Pre) 1991]

Correct Answer: (c) पुलकेशिन द्वितीय
Solution:पुलकेशिन द्वितीय चालुक्य वंश के शासकों में सर्वाधिक योग्य तथा - शक्तिशाली था। उसने 610 ई. से 642 ई. तक शासन किया। उसकी उपलब्धियों का विवरण हमें ऐहोल प्रशस्ति से प्राप्त होता है।

38. निम्नलिखित में से किस वंश द्वारा प्रायः महिलाओं को प्रशासन में उच्च पद प्रदान किए जाते थे? [U.P.P.C.S. (Mains) 2007]

Correct Answer: (b) चालुक्य
Solution:चालुक्यों के शासनकाल में प्रायः महिलाओं को उच्च पदों पर नियुक्त किया जाता था। विक्रमादित्य प्रथम के भाई चंद्रादित्य की रानी विजय भट्टारिका ने अपने नाम से दो ताम्रपत्र लिखवाए थे। वह एक अच्छी कवयित्री भी थी। विक्रमादित्य ने अपनी छोटी बहन कुमकुम देवी के कहने पर एक विद्वान ब्राह्मण को एक गांव दान में दिया था। कीर्तिवर्मन द्वितीय की महारानी महादेवी के उसके साथ रक्तपुर के स्कंधावार में उपस्थित रहने का उल्लेख मिलता है। इस वंश की विजय भट्टारिका ने कुशलतापूर्वक शासन संचालित किया था।

39. चालुक्यों की राजधानी कहां थी? [U.P.P.C.S. (Pre) 1991]

Correct Answer: (a) वातापी
Solution:बागलकोट (कर्नाटक) जिले के वातापी नामक प्राचीन नगर का आधुनिक नाम बादामी है। छठी-सातवीं शताब्दी ई. में यह चालुक्यों की राजधानी थी। वातापी के चालुक्य राजवंश का वास्तविक संस्थापक पुलकेशिन प्रथम था।

40. कवि कालिदास के नाम का उल्लेख किसमें हुआ है? [I.A.S. (Pre) 1994]

Correct Answer: (b) ऐहोल के उत्कीर्ण लेख में
Solution:ऐहोल प्रशस्ति बादामी के शासक पुलकेशिन II के इतिहास को जानने का एक सशक्त माध्यम है। इस लेख की भाषा संस्कृत तथा लिपि दक्षिण ब्राह्मी है। इस लेख की रचना रविकीर्ति ने की थी। प्रशस्ति के अंत में लेखक ने यह दावा किया है कि उसने इसे लिखकर कालिदास तथा भारवि के समान यश प्राप्त किया है। अतः इस अभिलेख में कालिदास के नाम का उल्लेख हुआ है।