Correct Answer: (a) Chhau/छऊ
Solution:छऊ की तीन विधाएँ है, जो तीन अलग-अलग क्षेत्रों सरायकेला (झारखण्ड), पुरुलिया (पश्चिम बंगाल) और मयूरभंज (ओडिशा) में शुरू हुई है। युद्ध जैसी चेष्टाओं, तेज लयबद्ध, कथन और स्थान का गतिशील प्रयोग छऊ की विशिष्टता है। चूंकि यह एक मुखौटा नृत्य है इसलिए नृत्य की अवधि 7-10 मिनट से अधिक नहीं होती। वर्ष 2010 में यूनेस्को की अमूर्त विरासत सूची में छऊ नृत्य को शामिल किया गया है।