दिल्ली अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड परीक्षा, 2023 TGT कम्प्यूटर विज्ञान 25-06-2023 (Shift-II)

Total Questions: 100

91. दिए गए शब्दों में से सर्वोचित शब्द से वाक्य का रिक्त स्थान पूर्ण करें -

पुरानी 'कथा' की एक ............. विशेषता श्रावयिता - श्रोता अथवा किस्सागो और किस्सा सुनने वाले की आमने-सामने विद्यमानता होती थी।

Correct Answer: (d) अनिवार्य
Solution:पुरानी 'कथा' की एक अनिवार्य विशेषता श्रावयिता - श्रोता अथवा किस्सागो और किस्सा सुनने वाले की आमने सामने विद्यमानता होती थी।

अतः रिक्त स्थान पर 'अनिवार्य' शब्द को रखने पर वाक्य पूर्ण अर्थ देगा।

92. निम्न में से शुद्ध लोकोक्ति का चयन कीजिए-

Correct Answer: (d) अपनी नाक कटे तो कटे दूसरों का सगुन तो बिगड़े
Solution:निम्न में से शुद्ध लोकोक्ति 'अपनी नाक कटे तो कटे दूसरों का सगुन तो बिगड़े' होगा। जिसका अर्थ 'दूसरे की थोड़ी हानि करने के लिए अपनी बड़ी हानि कर लेना' होगा।

93. उचित विदेशी शब्द से दिया गया वाक्य पूर्ण करें- ....................... की ज़िंदगी में कठिनाईयाँ बहुत अधिक होती हैं।

Correct Answer: (c) औरतों
Solution:'औरतों की जिंदगी में कठिनाईयाँ बहुत अधिक होती हैं।' रिक्त स्थान पर 'औरतों' शब्द आयेगा, जो अरबी भाषा का शब्द है।

94. 'यथाशीघ्र' में समास है-

Correct Answer: (a) अव्ययीभाव समास
Solution:'यथाशीघ्र' में 'अव्ययीभाव समास' है। यथाशीघ्र का विग्रह-'जितना शीघ्र हो' होता है।

अव्ययीभाव समास - जिसका प्रथम पद प्रधान और अव्यय होता

है। प्रायः इन शब्दों का प्रयोग क्रिया विशेषण की भाँति होता है वहाँ अव्ययीभाव समास होता है।

जैसे-यथासम्भव, प्रतिदिन, बार-बार, आजन्म, हाथोंहाथ, भरपेट इत्यादि।

95. जो आँखों से संबंधित हो।'

दिए गए वाक्यांश के लिए एक शब्द होगा-

Correct Answer: (d) चाक्षुष
Solution:जो आँखों से संबंधित हो' वाक्यांश के लिए एक शब्द 'चाक्षुष' होगा। अन्य विकल्प असंगत हैं।

96. कांग्रेस के कराची अधिवेशन के संदर्भ में असत्य है-

निर्देश: (96-100)

निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पदिए और प्रश्नों के उत्तर दीजिए।

1929 की अमरीका की आर्थिक मंदी से वहाँ और दूसरे पूँजीवादी देशों में भी उत्पादन और विदेशी व्यापार में बहुत बड़ी गिरावट आयी। जनता की आर्थिक स्थिति खराब हो गई और बड़े पैमाने पर बेरोजगारी फैली। दूसरी और सोवियत संघ में गिरावट ही नहीं आई बल्कि 1929 और 1936 के बीच पहली दो पंचवर्षीय योजनाओं से सोवितय संघ का औद्योगिक उत्पादन चार गुना से भी अधिक हो गया। विश्वव्यापी मंदी के कारण पूँजीवादी प्रणाली बदनाम हो गई और लोगों का ध्यान माक्र्सवाद, समाजवाद और आर्थिक योजना के विचार की ओर गया। जनता खासकर युवक, मजदूर और किसान समाजवादी विचारों की ओर खिंचने लगे। राष्ट्रीय आंदोलन के आरम्भिक दिनों से ही उनका झुकाव निर्धन जनता की ओर था। 1917 की रुसी क्रांति के प्रभाव से राजनीतिक मंच पर गाँधीजी के उदय से, तथा दूसरे और तीसरे दशकों में शक्तिशाली वामपंथी गुटों के बनने से यह प्रवृत्ति और मजबूत हुई। कांग्रेस ने कराची अधिवेशन में जवाहरलाल नेहा के आग्रह पर एक प्रस्ताव पारित किया। प्रस्ताव में जनता को मूल नागरिक अधिकारों, जाति, पंथ, लिंग के भेद के बिना कानून के आगे सबकी ममानता, सार्वभौमिक बालिग मताधिकार के आधार पर चुनाव तथा मुफ्त और अनिवार्य प्राथमिक शिक्षा की जमानत दी गई थी। लगान व मालगुजारी में काफी कमी, लाभहीन जोतों के लिए लगान माफी, खेतिहरों के कर्मों में तथा सूदखोरों के नियंत्रण से राहत, जीवनयापन में काफी कमी, लाभहीन जोतों के लिए बेहता दशाओं, महिला मजदूरी के लिए काम के सीमित घंटों और सुरक्षा, मजदूरों तथा किसानों के लिए संगठित होने और यूनियन बनाने के अधिकार तथा प्रमुख उद्योगों, खदानों और यातायात के साधनों पर राज्य का स्वामित्व या नियंत्रण जैसे बादे भी इस प्रस्ताव में किए गए थे। 1934 में आचार्य नरेंद्र देव तथा जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में 'कोग्रेम समाजवादी पार्टी' की स्थापना हुई। 1939 में सुभाषचन्द्र बोस ने 'फॉरवर्ड ब्लॉक' की स्थापना की |

Correct Answer: (b) महिलाओं तथा पुरुषों के लिए भिन्न-भिन्न कानून बनाये जाने को मान्यता दी गई।
Solution:उपर्युक्त गद्यांश से स्पष्ट है कि, कांग्रेस के कराची अधिवेशन के संदर्भ में 'महिलाओं तथा पुरुषों के लिए भिन्न-भिन्न कानून बनाये जाने को मान्यता दी गई।' यह कथन असत्य है।

97. फॉरवर्ड ब्लॉक की स्थापना कब और किसने की?

निर्देश: (96-100)

निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पदिए और प्रश्नों के उत्तर दीजिए।

1929 की अमरीका की आर्थिक मंदी से वहाँ और दूसरे पूँजीवादी देशों में भी उत्पादन और विदेशी व्यापार में बहुत बड़ी गिरावट आयी। जनता की आर्थिक स्थिति खराब हो गई और बड़े पैमाने पर बेरोजगारी फैली। दूसरी और सोवियत संघ में गिरावट ही नहीं आई बल्कि 1929 और 1936 के बीच पहली दो पंचवर्षीय योजनाओं से सोवितय संघ का औद्योगिक उत्पादन चार गुना से भी अधिक हो गया। विश्वव्यापी मंदी के कारण पूँजीवादी प्रणाली बदनाम हो गई और लोगों का ध्यान माक्र्सवाद, समाजवाद और आर्थिक योजना के विचार की ओर गया। जनता खासकर युवक, मजदूर और किसान समाजवादी विचारों की ओर खिंचने लगे। राष्ट्रीय आंदोलन के आरम्भिक दिनों से ही उनका झुकाव निर्धन जनता की ओर था। 1917 की रुसी क्रांति के प्रभाव से राजनीतिक मंच पर गाँधीजी के उदय से, तथा दूसरे और तीसरे दशकों में शक्तिशाली वामपंथी गुटों के बनने से यह प्रवृत्ति और मजबूत हुई। कांग्रेस ने कराची अधिवेशन में जवाहरलाल नेहा के आग्रह पर एक प्रस्ताव पारित किया। प्रस्ताव में जनता को मूल नागरिक अधिकारों, जाति, पंथ, लिंग के भेद के बिना कानून के आगे सबकी ममानता, सार्वभौमिक बालिग मताधिकार के आधार पर चुनाव तथा मुफ्त और अनिवार्य प्राथमिक शिक्षा की जमानत दी गई थी। लगान व मालगुजारी में काफी कमी, लाभहीन जोतों के लिए लगान माफी, खेतिहरों के कर्मों में तथा सूदखोरों के नियंत्रण से राहत, जीवनयापन में काफी कमी, लाभहीन जोतों के लिए बेहता दशाओं, महिला मजदूरी के लिए काम के सीमित घंटों और सुरक्षा, मजदूरों तथा किसानों के लिए संगठित होने और यूनियन बनाने के अधिकार तथा प्रमुख उद्योगों, खदानों और यातायात के साधनों पर राज्य का स्वामित्व या नियंत्रण जैसे बादे भी इस प्रस्ताव में किए गए थे। 1934 में आचार्य नरेंद्र देव तथा जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में 'कोग्रेम समाजवादी पार्टी' की स्थापना हुई। 1939 में सुभाषचन्द्र बोस ने 'फॉरवर्ड ब्लॉक' की स्थापना की |

Correct Answer: (d) 1939, सुभाषचंद्र बोस
Solution:उपर्युक्त गद्यांश से स्पष्ट है कि, फॉरवर्ड ब्लॉक की स्थापना '1939 में सुभाषचंद्र बोस' ने की थी।

98. मार्क्सवाद और समाजवाद की ओर लोगों के उन्मुख होने का कारण निम्न में से नहीं था-

निर्देश: (96-100)

निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पदिए और प्रश्नों के उत्तर दीजिए।

1929 की अमरीका की आर्थिक मंदी से वहाँ और दूसरे पूँजीवादी देशों में भी उत्पादन और विदेशी व्यापार में बहुत बड़ी गिरावट आयी। जनता की आर्थिक स्थिति खराब हो गई और बड़े पैमाने पर बेरोजगारी फैली। दूसरी और सोवियत संघ में गिरावट ही नहीं आई बल्कि 1929 और 1936 के बीच पहली दो पंचवर्षीय योजनाओं से सोवितय संघ का औद्योगिक उत्पादन चार गुना से भी अधिक हो गया। विश्वव्यापी मंदी के कारण पूँजीवादी प्रणाली बदनाम हो गई और लोगों का ध्यान माक्र्सवाद, समाजवाद और आर्थिक योजना के विचार की ओर गया। जनता खासकर युवक, मजदूर और किसान समाजवादी विचारों की ओर खिंचने लगे। राष्ट्रीय आंदोलन के आरम्भिक दिनों से ही उनका झुकाव निर्धन जनता की ओर था। 1917 की रुसी क्रांति के प्रभाव से राजनीतिक मंच पर गाँधीजी के उदय से, तथा दूसरे और तीसरे दशकों में शक्तिशाली वामपंथी गुटों के बनने से यह प्रवृत्ति और मजबूत हुई। कांग्रेस ने कराची अधिवेशन में जवाहरलाल नेहा के आग्रह पर एक प्रस्ताव पारित किया। प्रस्ताव में जनता को मूल नागरिक अधिकारों, जाति, पंथ, लिंग के भेद के बिना कानून के आगे सबकी ममानता, सार्वभौमिक बालिग मताधिकार के आधार पर चुनाव तथा मुफ्त और अनिवार्य प्राथमिक शिक्षा की जमानत दी गई थी। लगान व मालगुजारी में काफी कमी, लाभहीन जोतों के लिए लगान माफी, खेतिहरों के कर्मों में तथा सूदखोरों के नियंत्रण से राहत, जीवनयापन में काफी कमी, लाभहीन जोतों के लिए बेहता दशाओं, महिला मजदूरी के लिए काम के सीमित घंटों और सुरक्षा, मजदूरों तथा किसानों के लिए संगठित होने और यूनियन बनाने के अधिकार तथा प्रमुख उद्योगों, खदानों और यातायात के साधनों पर राज्य का स्वामित्व या नियंत्रण जैसे बादे भी इस प्रस्ताव में किए गए थे। 1934 में आचार्य नरेंद्र देव तथा जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में 'कोग्रेम समाजवादी पार्टी' की स्थापना हुई। 1939 में सुभाषचन्द्र बोस ने 'फॉरवर्ड ब्लॉक' की स्थापना की |

Correct Answer: (d) विश्वव्यापी मंदी के दौरान पूँजीवादी व्यवस्था की उपलब्धियों का उजागर होना।
Solution:उपर्युक्त गद्यांश से स्पष्ट है कि, मार्क्सवाद और समाजवाद की ओर लोगों के उन्मुख होने का कारण 'विश्वव्यापी मंदी के दौरान पूँजीवादी व्यवस्था की उपलब्धियों का उजागर होना' नहीं था।

99. कराची अधिवेशन में किसानों तथा मज़दूरों के लिए पारित किये गये प्रस्तावों के संबंध में असत्य है-

निर्देश: (96-100)

निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पदिए और प्रश्नों के उत्तर दीजिए।

1929 की अमरीका की आर्थिक मंदी से वहाँ और दूसरे पूँजीवादी देशों में भी उत्पादन और विदेशी व्यापार में बहुत बड़ी गिरावट आयी। जनता की आर्थिक स्थिति खराब हो गई और बड़े पैमाने पर बेरोजगारी फैली। दूसरी और सोवियत संघ में गिरावट ही नहीं आई बल्कि 1929 और 1936 के बीच पहली दो पंचवर्षीय योजनाओं से सोवितय संघ का औद्योगिक उत्पादन चार गुना से भी अधिक हो गया। विश्वव्यापी मंदी के कारण पूँजीवादी प्रणाली बदनाम हो गई और लोगों का ध्यान माक्र्सवाद, समाजवाद और आर्थिक योजना के विचार की ओर गया। जनता खासकर युवक, मजदूर और किसान समाजवादी विचारों की ओर खिंचने लगे। राष्ट्रीय आंदोलन के आरम्भिक दिनों से ही उनका झुकाव निर्धन जनता की ओर था। 1917 की रुसी क्रांति के प्रभाव से राजनीतिक मंच पर गाँधीजी के उदय से, तथा दूसरे और तीसरे दशकों में शक्तिशाली वामपंथी गुटों के बनने से यह प्रवृत्ति और मजबूत हुई। कांग्रेस ने कराची अधिवेशन में जवाहरलाल नेहा के आग्रह पर एक प्रस्ताव पारित किया। प्रस्ताव में जनता को मूल नागरिक अधिकारों, जाति, पंथ, लिंग के भेद के बिना कानून के आगे सबकी ममानता, सार्वभौमिक बालिग मताधिकार के आधार पर चुनाव तथा मुफ्त और अनिवार्य प्राथमिक शिक्षा की जमानत दी गई थी। लगान व मालगुजारी में काफी कमी, लाभहीन जोतों के लिए लगान माफी, खेतिहरों के कर्मों में तथा सूदखोरों के नियंत्रण से राहत, जीवनयापन में काफी कमी, लाभहीन जोतों के लिए बेहता दशाओं, महिला मजदूरी के लिए काम के सीमित घंटों और सुरक्षा, मजदूरों तथा किसानों के लिए संगठित होने और यूनियन बनाने के अधिकार तथा प्रमुख उद्योगों, खदानों और यातायात के साधनों पर राज्य का स्वामित्व या नियंत्रण जैसे बादे भी इस प्रस्ताव में किए गए थे। 1934 में आचार्य नरेंद्र देव तथा जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में 'कोग्रेम समाजवादी पार्टी' की स्थापना हुई। 1939 में सुभाषचन्द्र बोस ने 'फॉरवर्ड ब्लॉक' की स्थापना की |

Correct Answer: (c) लाभहीन तथा बंजर जोतों के लिए भी समान लगान निर्धारित किये जाने का प्रस्ताव रखा गया।
Solution:उपर्युक्त गद्यांश से स्पष्ट है कि, कराची अधिवेशन में किसानों तथा मज़दूरों के लिए पारित किये गये प्रस्तावों के संबंध में 'लाभहीन तथा बंजर जोतों के लिए भी समान लगान निर्धारित किये जाने का प्रस्ताव रखा गया' यह कथन असत्य है।

100. 1929 की अमरीका की आर्थिक मंदी का क्या प्रभाव नहीं पड़ा?

निर्देश: (96-100)

निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पदिए और प्रश्नों के उत्तर दीजिए।

1929 की अमरीका की आर्थिक मंदी से वहाँ और दूसरे पूँजीवादी देशों में भी उत्पादन और विदेशी व्यापार में बहुत बड़ी गिरावट आयी। जनता की आर्थिक स्थिति खराब हो गई और बड़े पैमाने पर बेरोजगारी फैली। दूसरी और सोवियत संघ में गिरावट ही नहीं आई बल्कि 1929 और 1936 के बीच पहली दो पंचवर्षीय योजनाओं से सोवितय संघ का औद्योगिक उत्पादन चार गुना से भी अधिक हो गया। विश्वव्यापी मंदी के कारण पूँजीवादी प्रणाली बदनाम हो गई और लोगों का ध्यान माक्र्सवाद, समाजवाद और आर्थिक योजना के विचार की ओर गया। जनता खासकर युवक, मजदूर और किसान समाजवादी विचारों की ओर खिंचने लगे। राष्ट्रीय आंदोलन के आरम्भिक दिनों से ही उनका झुकाव निर्धन जनता की ओर था। 1917 की रुसी क्रांति के प्रभाव से राजनीतिक मंच पर गाँधीजी के उदय से, तथा दूसरे और तीसरे दशकों में शक्तिशाली वामपंथी गुटों के बनने से यह प्रवृत्ति और मजबूत हुई। कांग्रेस ने कराची अधिवेशन में जवाहरलाल नेहा के आग्रह पर एक प्रस्ताव पारित किया। प्रस्ताव में जनता को मूल नागरिक अधिकारों, जाति, पंथ, लिंग के भेद के बिना कानून के आगे सबकी ममानता, सार्वभौमिक बालिग मताधिकार के आधार पर चुनाव तथा मुफ्त और अनिवार्य प्राथमिक शिक्षा की जमानत दी गई थी। लगान व मालगुजारी में काफी कमी, लाभहीन जोतों के लिए लगान माफी, खेतिहरों के कर्मों में तथा सूदखोरों के नियंत्रण से राहत, जीवनयापन में काफी कमी, लाभहीन जोतों के लिए बेहता दशाओं, महिला मजदूरी के लिए काम के सीमित घंटों और सुरक्षा, मजदूरों तथा किसानों के लिए संगठित होने और यूनियन बनाने के अधिकार तथा प्रमुख उद्योगों, खदानों और यातायात के साधनों पर राज्य का स्वामित्व या नियंत्रण जैसे बादे भी इस प्रस्ताव में किए गए थे। 1934 में आचार्य नरेंद्र देव तथा जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में 'कोग्रेम समाजवादी पार्टी' की स्थापना हुई। 1939 में सुभाषचन्द्र बोस ने 'फॉरवर्ड ब्लॉक' की स्थापना की |

Correct Answer: (b) विदेशी व्यापार में भी कमी देखी गई।
Solution:उपर्युक्त गद्यांश से स्पष्ट है कि, 1929 की अमरीका की आर्थिक मंदी से वहाँ पर दूसरे पूँजीवादी देशों में उत्पादन और विदेशी व्यापार में बहुत बड़ी गिरावट आयी। जनता की आर्थिक स्थिति खराब हो गई और बड़े पैमाने पर बेरोजगारी फैली।

अतः विकल्प (d) कथन असत्य है।

नोट-आयोग द्वारा विकल्प (b) उत्तर माना गया है। जबकि अभीष्ट उत्तर विकल्प (d) है।