Solution:चरणों के विन्यास के आधार पर छंद के तीन भेद हैं-1. सम, 2. विषम, 3. अर्द्धसम।
अक्षरों की संख्या एवं क्रम, मात्रा गणना तथा यति-गति से संबद्ध विशिष्ट नियमों से नियोजित पद्य रचना छंद कहलाती है। छंद की प्रथम चर्चा ऋग्वेद में हुई।
वर्ण और मात्रा के विचार से छंद के चार भेद हैं-
1. वार्णिक छंद, 2. वार्णिक वृत्त छंद, 3. मात्रिक छंद, 4. मुक्त छंद।