Correct Answer: (b) इल्तुतमिश
Note: वस्तुतः दिल्ली का पहला सुल्तान इल्तुतमिश था। उसने सुल्तान के पद की स्वीकृति गोर के किसी शासक से नहीं अपितु, खलीफा से प्राप्त की। खलीफा ने इल्तुतमिश के शासन की पुष्टि उस सारे क्षेत्र में कर दी, जो उसने विजित किया और उसे 'सुल्तान-ए-आजम' की उपाधि प्रदान की। इस प्रकार वह कानूनी तरीके से दिल्ली का प्रथम स्वतंत्र सुल्तान था। व्यावहारिक दृष्टि से उसने दिल्ली की गद्दी के दावेदार ताजुद्दीन यल्दौज और नासिरुद्दीन कुबाचा को समाप्त किया, भारत में तुर्की राज्य को संगठित किया, मंगोल आक्रमण से बचाया, राजपूतों की शक्ति को तोड़ने का प्रयत्न किया, सुल्तान के पद को वंशानुगत बनाया, दिल्ली को तुर्की राज्य की राजधानी के अनुरूप वैभवपूर्ण बनाया और अपने नाम के सिक्के चलाए।