दिल्ली सल्तनत : गुलाम वंश (UPPCS)

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11. दिल्ली का वह प्रथम सुल्तान कौन था, जिसने नियमित सिक्के जारी किए तथा दिल्ली को अपने साम्राज्य की राजधानी घोषित किया ? [U.P.P.C.S. (Mains) 2014]

Correct Answer: (b) इल्तुतमिश
Note:

इल्तुतमिश (1211-1236 ई.) ने दिल्ली को सल्तनत की राजधानी के रूप में स्थापित किया था। इससे पूर्व ऐबक ने लाहौर से ही शासन किया था। इल्तुतमिश ने ही भारत में सल्तनत काल में सर्वप्रथम शुद्ध अरबी सिक्के चलाए थे। सल्तनत युग के दो महत्वपूर्ण सिक्के चांदी का टंका (175 ग्रेन) और तांबे का जीतल उसी ने आरंभ किए तथा सिक्कों पर टकसाल का नाम लिखवाने की परंपरा शुरू की।

12. निम्नलिखित में से कौन-सी इल्तुतमिश के राज्यकाल में सल्तनत की राजधानी थी? [U.P.R.O/A.R.O. (Pre) 2016]

Correct Answer: (d) दिल्ली
Note:

इल्तुतमिश (1211-1236 ई.) ने दिल्ली को सल्तनत की राजधानी के रूप में स्थापित किया था। इससे पूर्व ऐबक ने लाहौर से ही शासन किया था। इल्तुतमिश ने ही भारत में सल्तनत काल में सर्वप्रथम शुद्ध अरबी सिक्के चलाए थे। सल्तनत युग के दो महत्वपूर्ण सिक्के चांदी का टंका (175 ग्रेन) और तांबे का जीतल उसी ने आरंभ किए तथा सिक्कों पर टकसाल का नाम लिखवाने की परंपरा शुरू की।

13. सल्तनत के निम्नलिखित सुल्तानों में से किसने सर्वप्रथम अपनी राजधानी दिल्ली स्थानांतरित की थी? [U.P.P.C.S (Mains) 2016]

Correct Answer: (c) इल्तुतमिश
Note:

इल्तुतमिश (1211-1236 ई.) ने दिल्ली को सल्तनत की राजधानी के रूप में स्थापित किया था। इससे पूर्व ऐबक ने लाहौर से ही शासन किया था। इल्तुतमिश ने ही भारत में सल्तनत काल में सर्वप्रथम शुद्ध अरबी सिक्के चलाए थे। सल्तनत युग के दो महत्वपूर्ण सिक्के चांदी का टंका (175 ग्रेन) और तांबे का जीतल उसी ने आरंभ किए तथा सिक्कों पर टकसाल का नाम लिखवाने की परंपरा शुरू की।

14. दिल्ली का प्रथम मुस्लिम शासक कौन था? [U.P. P.C.S. (Pre) 2002]

Correct Answer: (b) इल्तुतमिश
Note:

वस्तुतः दिल्ली का पहला सुल्तान इल्तुतमिश था। उसने सुल्तान के पद की स्वीकृति गोर के किसी शासक से नहीं अपितु, खलीफा से प्राप्त की। खलीफा ने इल्तुतमिश के शासन की पुष्टि उस सारे क्षेत्र में कर दी, जो उसने विजित किया और उसे 'सुल्तान-ए-आजम' की उपाधि प्रदान की। इस प्रकार वह कानूनी तरीके से दिल्ली का प्रथम स्वतंत्र सुल्तान था। व्यावहारिक दृष्टि से उसने दिल्ली की गद्दी के दावेदार ताजुद्दीन यल्दौज और नासिरुद्दीन कुबाचा को समाप्त किया, भारत में तुर्की राज्य को संगठित किया, मंगोल आक्रमण से बचाया, राजपूतों की शक्ति को तोड़ने का प्रयत्न किया, सुल्तान के पद को वंशानुगत बनाया, दिल्ली को तुर्की राज्य की राजधानी के अनुरूप वैभवपूर्ण बनाया और अपने नाम के सिक्के चलाए।

 

15. मुस्लिम शासक, जिसका साम्राज्य दार-उल-इस्लाम का एक भाग माना जाता था, था- [67th B.P.S.C. (Pre) (Re. Exam) 2022]

Correct Answer: (c) इल्तुतमिश
Note:

इल्तुतमिश के काल में 1229 ई. में बगदाद के खलीफा ने इल्तुतमिश को खिल्लत प्रदान की। अब सल्तनत सैद्धांतिक रूप से बगदाद के खलीफा के अधीन दार-उल-इस्लाम का एक भाग बन गया।

 

16. 'गुलाम का गुलाम' किसे कहा गया था? [U.P.P.C.S (Pre) 2016]

Correct Answer: (d) इल्तुतमिश
Note:

'गुलाम का गुलाम' इल्तुतमिश को कहा जाता है। मो. गोरी के गुलाम कुतुबुद्दीन ऐबक ने इल्तुतमिश को खरीदा था। ऐबक ने आरंभ से ही इसे 'सर-ए-जहांदार' (अंगरक्षकों का प्रधान) का महत्वपूर्ण पद दिया। ऐबक ने अपनी पुत्री का विवाह भी इल्तुतमिश से किया था।

 

17. निम्नलिखित में से कौन इल्तुतमिश का प्रतिद्वंद्वी नहीं था ? [Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2021]

Correct Answer: (d) मलिक अल्तुनिया
Note:

दिए गए विकल्पों में मलिक अल्तुनिया इल्तुतमिश का प्रतिद्वंद्वी नहीं था, जबकि मुख्य प्रतिद्वंद्वियों में गजनी में ताजुद्दीन यल्दौज, सिंध में नासिरुद्दीन कुबाचा और लखनौती में अली मर्दान थे। अली मर्दान 13वीं शताब्दी में बंगाल का गवर्नर नियुक्त हुआ था तथा कुतुबुद्दीन ऐबक की मृत्यु के पश्चात अपने आपको दिल्ली सल्तनत से स्वतंत्र कर लिया था।

 

18. निम्नलिखित में से कौन मध्यकालीन भारत की प्रथम महिला शासिका थी ? [U.P.P.C.S. (Mains) 2004 U.P.P.S.C. (GIC) 2010]

Correct Answer: (a) रजिया सुल्तान
Note:

मध्यकालीन भारत की प्रथम महिला शासिका रजिया सुल्तान (1236-40 ई.) थी। व्यक्तिगत दृष्टि से उसने भारत में पहली बार स्त्री के संबंध में इस्लाम की परंपराओं का उल्लंघन किया और राजनीतिक दृष्टि से उसने राज्य की शक्ति को सरदारों अथवा सूबेदारों में विभाजित करने के स्थान पर सुल्तान के हाथों में केंद्रित करने पर बल दिया तथा इस प्रकार उसने इल्तुतमिश के संपूर्ण प्रभुत्वसंपन्न राजतंत्र के सिद्धांत का समर्थन किया, जो उस समय की परिस्थितियों में तुर्की राज्य के हित में था।

 

19. मंगोल आक्रमणकारी चंगेज खां भारत की उत्तर-पश्चिम सीमा पर निम्न में से किसके काल में आया था? [U.P. P.C.S. (Pre) 1993]

Correct Answer: (b) इल्तुतमिश
Note:

मंगोल नेता चंगेज खां भारत की उत्तर-पश्चिम सीमा पर इल्तुतमिश के शासनकाल में आया था। चंगेज खां के प्रकोप से रक्षार्थ ख्वारिज्म शाह का पुत्र जलालुद्दीन मंगबरनी सिंधु नदी तक पहुंचा था संभवतः चंगेज खां ने इल्तुतमिश के पास अपने दूत भेजे थे कि वह मंगबरनी की सहायता न करे, अतः इल्तुतमिश ने उसकी कोई सहायता न की और जब मंगबरनी 1224 ई. में भारत से चला गया, तो इस समस्या का समाधान हो गया।

 

20. दिल्ली का कौन सुल्तान मंगोल नेता चंगेज खां का समकालीन था? [U.P.P.C.S. (Mains) 2007]

Correct Answer: (a) इल्तुतमिश
Note:

मंगोल नेता चंगेज खां भारत की उत्तर-पश्चिम सीमा पर इल्तुतमिश के शासनकाल में आया था। चंगेज खां के प्रकोप से रक्षार्थ ख्वारिज्म शाह का पुत्र जलालुद्दीन मंगबरनी सिंधु नदी तक पहुंचा था संभवतः चंगेज खां ने इल्तुतमिश के पास अपने दूत भेजे थे कि वह मंगबरनी की सहायता न करे, अतः इल्तुतमिश ने उसकी कोई सहायता न की और जब मंगबरनी 1224 ई. में भारत से चला गया, तो इस समस्या का समाधान हो गया।