Correct Answer: (b) उसने इक्तादारी व्यवस्था का प्रारंभ किया।
Solution:बलबन का वास्तविक नाम बहाउद्दीन था। नासिरुद्दीन महमूद ने उसे 'उलुग खां' की उपाधि दी थी। 'जिल्ले अल्लाह' की उपाधि उसने स्वयं धारण की थी। उसका शासनकाल 1266 से 1286 ई. तक था। बलबन अपने राजत्व संबंधी विचारों के लिए प्रसिद्ध है। उसके राजत्व के सिद्धांत का स्वरूप और सार फारस के राजत्व से प्रेरित था। बलबन ने राजा को नियामते खुदाई (ईश्वर का प्रतिनिधि) बताया है। सत्ता ग्रहण करने के बाद बलबन ने इल्तुतमिश द्वारा गठित 'तुर्कान-ए-चहलगानी' को समाप्त किया। बलबन के काल में एकमात्र विद्रोह 1279 ई. में बंगाल के सूबेदार तुगरिल खां ने किया था, जिसे बलबन ने दबाया तथा विद्रोहियों को मृत्युदंड दिया। इक्तादारी व्यवस्था का प्रचलन बलबन ने नहीं, बल्कि इल्तुतमिश ने किया था।