दिल्ली सल्तनत (भाग-II)

Total Questions: 26

1. सैय्यद वंश का प्रथम शासक कौन था? [MTS (T-I) 11 गई. 2023 (I-पाली)]

Correct Answer: (c) खिज्र खां
Solution:खिज्र खां (Khizr Khan) सैय्यद वंश (1414-1451 ई.) का संस्थापक और प्रथम शासक था। उसने 1414 ईस्वी में दिल्ली पर अधिकार करके इस वंश की स्थापना की।

खिज्र खां स्वयं को तैमूर लंग के प्रतिनिधि के रूप में मानता था और उसने कभी भी 'सुल्तान' की उपाधि धारण नहीं की, बल्कि खुद को 'रैयत-ए-आला' (Rāyat-i A'lā - उच्च पताकाधारक) कहलाना पसंद किया। यह वंश तैमूर के आक्रमण के बाद दिल्ली सल्तनत की अराजक स्थिति में स्थापित हुआ था और इसका शासनकाल कमजोर एवं सीमित रहा।

2. तुगलक वंश के बाद किस वंश ने शासन किया? [दिल्ली पुलिस कांस्टेबिल 2 दिसंबर, 2023 (II-पाली)]

Correct Answer: (a) सैय्यद वंश
Solution:दिल्ली सल्तनत पर तुगलक वंश (1320-1414 ई.) के पतन के बाद सैय्यद वंश (1414-1451 ई.) ने शासन किया। तुगलक वंश का अंत तैमूर के आक्रमण (1398 ई.) से हुई भारी तबाही और आंतरिक कमजोरी के कारण हुआ था।

तैमूर ने जब भारत छोड़ा, तो उसने खिज्र खां को मुल्तान, लाहौर और दीपालपुर का गवर्नर नियुक्त किया, जिसने बाद में दिल्ली पर कब्ज़ा करके सैय्यद वंश की स्थापना की। सैय्यद वंश के बाद लोदी वंश सत्ता में आया।

3. इंडो-इस्लामिक वास्तुकला की "दोहरे गुंबद" (Double Dome) वाली विशेषता दिल्ली सल्तनत के किस वंश द्वारा शुरू की गई थी? [MTS (T-I) 20 जून, 2023 (I-पाली)]

Correct Answer: (b) लोदी वंश
Solution:इंडो-इस्लामिक वास्तुकला की "दोहरे गुंबद" (Double Dome) वाली विशेषता दिल्ली सल्तनत में लोदी वंश (1451-1526 ई.) द्वारा शुरू की गई थी। इस तकनीक का सबसे पहला और सबसे अच्छा उदाहरण दिल्ली में सिकंदर लोदी का मकबरा माना जाता है।

दोहरे गुंबद का उपयोग आंतरिक छत को निचला और बाहरी संरचना को भव्य ऊँचा दिखाने के लिए किया जाता था, साथ ही यह आंतरिक भाग को अधिक ऊष्मा से बचाने में भी मदद करता था।

4. किस लोदी शासक (1489 ई. से 1517 ई.) का वास्तविक नाम निज़ाम खां था? [MTS (T-I) 16 जून, 2023 (I-पाली)]

Correct Answer: (a) सिकंदर लोदी
Solution:लोदी वंश के दूसरे और सबसे सफल शासक सिकंदर लोदी (Sikandar Lodi) का वास्तविक नाम निज़ाम खां था। उसने अपने पिता बहलोल लोदी की मृत्यु के बाद 1489 ईस्वी में सिंहासन संभाला और 1517 ईस्वी तक शासन किया।

सिकंदर लोदी ने आगरा शहर की स्थापना की और उसे अपनी राजधानी बनाया, जिससे मध्य भारत पर नियंत्रण आसान हो गया। वह एक कट्टर शासक था लेकिन उसने प्रशासनिक सुधारों और साहित्य को संरक्षण भी दिया।

5. सिकंदर लोदी ने निम्नलिखित में से किस वर्ष आगरा की स्थापना की थी? [C.P.O.S.I. (T-I) 10 नवंबर, 2022 (II-पाली)]

Correct Answer: (b) 1504 ई.
Solution:सुल्तान सिकंदर लोदी ने 1504 ईस्वी में आगरा शहर की स्थापना की थी। उसने इस नए शहर को रणनीतिक कारणों से बसाया ताकि वह पश्चिमी और पूर्वी भारत के बीच व्यापार मार्गों पर नियंत्रण रख सके और राजपूतों पर बेहतर निगरानी कर सके।

दो वर्ष बाद, 1506 ईस्वी में, सिकंदर लोदी ने आगरा को दिल्ली सल्तनत की राजधानी बनाया। यमुना नदी के तट पर स्थित होने के कारण, आगरा जल्द ही सल्तनत का एक महत्त्वपूर्ण केंद्र बन गया।

6. दिल्ली सल्तनत के तहत कौन-सा राजवंश भारत में पहला अफगान पश्तून राजवंश था? [दिल्ली पुलिस कांस्टेबिल 28 नवंबर, 2023 (III-पाली)]

Correct Answer: (a) लोदी
Solution:लोदी वंश (1451-1526 ई.) दिल्ली सल्तनत पर शासन करने वाला पहला अफगान (पश्तून) राजवंश था। इससे पहले के सभी राजवंश (मामलुक, खिलजी, तुगलक, सैय्यद) तुर्की मूल के थे। लोदी वंश की स्थापना बहलोल लोदी ने की थी। अफगान शासन की विशेषता यह थी

कि यह 'समानों के बीच पहला' (First among equals) के सिद्धांत पर आधारित था, जिसमें सुल्तान निरंकुश होने के बजाय अफगान सरदारों के साथ शक्ति साझा करता था, हालाँकि सिकंदर लोदी ने इसे बदलने की कोशिश की।

7. लोदी वंश का अंतिम सुल्तान कौन था? [C.P.O.S.I. (T-I) 11 नवंबर, 2022 (III-पाली)]

Correct Answer: (d) इब्राहिम लोदी
Solution:इब्राहिम लोदी (Ibrahim Lodi) लोदी वंश (1517-1526 ई.) का अंतिम सुल्तान था। उसने अपने पिता सिकंदर लोदी की मृत्यु के बाद गद्दी संभाली। इब्राहिम लोदी एक घमंडी और अड़ियल शासक था, जिसने अफगान सरदारों की स्वतंत्रता को समाप्त करने की कोशिश की, जिससे वे उसके विरोधी हो गए।

1526 ईस्वी में, वह पानीपत की पहली लड़ाई में बाबर से पराजित हुआ और मारा गया। इस हार ने दिल्ली सल्तनत का अंत कर दिया और मुगल साम्राज्य की नींव रखी।

8. लोदी वंश की वास्तुकला में निम्नलिखित में से किस आकृति के मकबरे पाए गए हैं? [दिल्ली पुलिस कांस्टेबिल 29 नवंबर, 2023 (II-पाली)]

Correct Answer: (b) अष्टभुजाकार
Solution:लोदी वंश की वास्तुकला में अष्टभुजाकार (Octagonal) मकबरे विशिष्ट रूप से पाए गए हैं। ये मकबरे आमतौर पर शाही परिवार के सदस्यों या उच्च पदस्थ रईसों के लिए आरक्षित होते थे, जैसे कि सिकंदर लोदी का मकबरा। इसके विपरीत, वर्गाकार मकबरे निम्न श्रेणी के रईसों के लिए बनाए जाते थे।

अष्टभुजाकार मकबरे दो या तीन मंजिला ऊँचे होते थे और उनके चारों ओर बरामदे होते थे, जो उन्हें लोदी शैली की वास्तुकला की एक पहचान बनाते थे।

9. ...................दिल्ली सल्तनत के दौरान राज्य के लिए की गई सेवाओं के बदले प्रशासनिक अधिकारियों और रईसों को सुपुर्द एक क्षेत्रीय कार्य था। [C.P.O.S.i. (T-I) 11 नवंबर, 2022 (III-पाली)]

Correct Answer: (c) इक्ता (Iqta)
Solution:इक्ता (Iqta) दिल्ली सल्तनत के दौरान एक प्रशासनिक और भू-राजस्व प्रणाली थी। इसमें राज्य के अधिकारियों (सैन्य कमांडरों और रईसों) को उनके वेतन के बदले एक निश्चित क्षेत्र (इक्ता) सौंपा जाता था।

इक्तादार या मुक्ति नामक अधिकारी उस क्षेत्र से भू-राजस्व वसूलते थे और उसे अपने व्यक्तिगत और सैन्य खर्चों के लिए रखते थे। इस प्रणाली को इल्तुतमिश द्वारा संस्थागत रूप दिया गया था, जिसने अधिकारियों और सेना के रखरखाव को विकेंद्रीकृत किया।

10. दिल्ली सल्तनत के अधीन, भारत में धनवान मुसलमानों पर एक धार्मिक कर ....... लगाया गया था। [MTS (T-I) 16 जून, 2023 (III-पाली]

Correct Answer: (a) जकात
Solution:जकात (Zakat) दिल्ली सल्तनत के अधीन धनवान मुसलमानों पर लगाया जाने वाला एक धार्मिक कर था। यह इस्लामी कानून के अनुसार अनिवार्य था और इसे मुख्य रूप से मुसलमानों के कल्याण (जैसे गरीबों और जरूरतमंदों को सहायता) पर खर्च किया जाता था।

इस्लामी कानून के पाँच स्तंभों में से एक होने के कारण, यह कर सिद्धांत रूप में स्वैच्छिक था, लेकिन शासकों द्वारा इसे एकत्रित किया जाता था। जकात की दर आमतौर पर धन के 2.5% के आसपास होती थी।