Solution:दिल्ली सल्तनत पर तुगलक वंश (1320-1414 ई.) के पतन के बाद सैय्यद वंश (1414-1451 ई.) ने शासन किया। तुगलक वंश का अंत तैमूर के आक्रमण (1398 ई.) से हुई भारी तबाही और आंतरिक कमजोरी के कारण हुआ था।तैमूर ने जब भारत छोड़ा, तो उसने खिज्र खां को मुल्तान, लाहौर और दीपालपुर का गवर्नर नियुक्त किया, जिसने बाद में दिल्ली पर कब्ज़ा करके सैय्यद वंश की स्थापना की। सैय्यद वंश के बाद लोदी वंश सत्ता में आया।