Solution:दीवान-ए-विजारत (Diwan-i-Wizarat) दिल्ली सल्तनत के अधीन वित्त विभाग था और यह सबसे महत्वपूर्ण प्रशासनिक विभाग था। इसका प्रमुख वजीर (Wazir) होता था, जो सुल्तान के बाद सबसे उच्च पदस्थ अधिकारी था। वजीर की भूमिका केवल वित्तीय मामलों तक ही सीमित नहीं थी; वह राज्य के सभी विभागों का सामान्य पर्यवेक्षक (General Supervisor) होता था।वजीर राजस्व संग्रह, व्यय नियंत्रण, और प्रशासनिक संरचना के प्रबंधन के लिए जिम्मेदार था, जिससे वह सुल्तान के प्रमुख सलाहकार के रूप में कार्य करता था।