दिल्ली सल्तनत : साहित्य (UPPCS)

Total Questions: 40

11. अमीर खुसरो निम्नलिखित में से किसके शासनकाल से संबंधित थे? [M.P. P.C.S. (Pre) 2012]

Correct Answer: (a) अलाउद्दीन खिलजी
Solution:अमीर खुसरो, नासिरुद्दीन महमूद, बलबन, कैकुबाद, क्यूमर्स जलालुद्दीन खिलजी, अलाउद्दीन खिलजी, शिहाबुद्दीन उमर, मुबारक शाह, नासिरुद्दीन खुसरो शाह, गयासुद्दीन तुगलक तथा मुहम्मद बिन तुगलक के शासन के अंतर्गत रहा। अमीर खुसरो, अलाउद्दीन खिलजी का दरबारी कवि था। 1325 ई. में मुहम्मद बिन तुगलक के सत्ता संभालने के वर्ष में ही अमीर खुसरो की मृत्यु हो गई। वह सूफी संत निजामुद्दीन औलिया का शिष्य था।

12. अमीर खुसरो एक.... थे। [Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2011]

Correct Answer: (d) ये तीनों
Solution:खड़ी बोली हिंदी के प्रवर्तकों में से एक अमीर खुसरो एक कवि इतिहासकार एवं संगीतज्ञ तीनों थे। उन्हें 'तुती-ए-हिंद' का उपनाम दिया गया था।

13. नयी फारसी काव्य-शैली 'सबक-ए-हिंदी' अथवा 'हिंदुस्तानी शैली' के जन्मदाता थे- [R.A.S./R.T.S. (Pre) 1999]

Correct Answer: (d) अमीर खुसरो
Solution:हिंदी खड़ी बोली का जनक अमीर खुसरो को माना जाता है। नई फारसी काव्य शैली 'सबक-ए-हिंदी' या 'हिंदुस्तानी शैली' का जन्मदाता अमीर खुसरो को माना जाता है। उसका कहना था-'न लफ्जे हिन्दीवस्त अज फारसी कम' अर्थात हिंदी का शब्द फारसी से कम नहीं है।

14. निम्न में से किसने 'हिंदी खड़ी बोली का जनक' माना जाता है? [U.P. P.C.S. (Mains) 2012]

Correct Answer: (a) अमीर खुसरो
Solution:हिंदी खड़ी बोली का जनक अमीर खुसरो को माना जाता है। नई फारसी काव्य शैली 'सबक-ए-हिंदी' या 'हिंदुस्तानी शैली' का जन्मदाता अमीर खुसरो को माना जाता है। उसका कहना था-'न लफ्जे हिन्दीवस्त अज फारसी कम' अर्थात हिंदी का शब्द फारसी से कम नहीं है।

15. हिंदी और फारसी दोनों भाषाओं का विद्वान था- [U.P. P.C.S. (Pre) 1990]

Correct Answer: (c) अमीर खुसरो
Solution:अमीर खुसरो हिंदी एवं फारसी दोनों भाषाओं का विद्वान था। जियाउद्दीन सज्जादी के अनुसार-" फारसी भाषा तथा साहित्य के भारत में विकास तथा इसके कारण दो देशों के मध्य निकट संबंध स्थापित होने का उल्लेख तब तक पूरा नहीं होता, जब तक अमीर खुसरो का उल्लेख न हो, जो निश्चित रूप से इस अद्भुत घटना का मुख्य पात्र था।" अमीर खुसरो स्वयं कहता है-"वह संस्कृत एवं अन्य भारतीय भाषाएं, जो हिंदवी के भाग हैं, जानता है।" एक दोहे में वह कहता है" मै एक भारतीय तुर्क हूं, मैं हिंदवी बोलता हूं। मुझे अरबी में बोलने की मधुरता (Sweetness) नही है।"

16. निम्नलिखित में से कौन फारसी का प्रथम कवि था, जिसने अपनी कविता में भारतीय पर्यावरण को चित्रित किया? [U.P.P.C.S. (Mains) 2017]

Correct Answer: (a) अमीर खुसरो
Solution:प्रसिद्ध फारसी कवि अमीर खुसरो निजामुद्दीन औलिया के शिष्य थे। नई फारसी काव्य शैली सबक-ए-हिंदी या हिंदुस्तानी शैली के जन्मदाता अमीर खुसरो स्वयं को 'तूती-ए-हिंद' अथवा 'हिंदोस्तान का तोता' कहते थे। अमीर खुसरो की रचनाओं का महत्वपूर्ण तत्व भारतीय पर्यावरण के इर्द-गिर्द रचनाओं का आविष्कार था।

17. निम्न कथनों पर विचार कीजिए- [I.A.S. (Pre) 2003]

1. हिंदू देवी-देवताओं तथा मुस्लिम संतों की प्रशंसा में रचित गीतों का संग्रह किताब-ए-नौरस इब्राहिम आदिल शाह II द्वारा लिखा गया था।

2. भारत में कव्वाली से जानी जाने वाली संगीत शैली के प्रारंभिक रूप के आरंभकर्ता अमीर खुसरो थे।

इन कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

Correct Answer: (c) दोनों 1 तथा 2
Solution:बीजापुर के सुल्तान इब्राहिम आदिल शाह II ने गीतों का संग्रह 'किताब- ए-नौरस' की रचना की। उसने 'नौरसपुर' नगर की स्थापना भी की तथा उसे अपनी राजधानी बनाया। भारत में कव्वाली नामक संगीत शैली के प्रारंभिक रूप के आरंभकर्ता अमीर खुसरो थे।

18. 'तबकात-ए-नासिरी' का लेखक कौन था? [42nd Bihar P.C.S. (Pre) 1997]

Correct Answer: (c) मिनहाज-उस-सिराज
Solution:'तबकात-ए-नासिरी' मिनहाज-उस-सिराज का ग्रंथ है, जो ममलूक सुल्तान नासिरुद्दीन महमूद को समर्पित किया गया है। यह ग्रंथ 23 अध्यायों में है। एच.जी. रावर्टी (H.G. Raverty) ने इसका अंग्रेजी में अनुवाद किया। इस पुस्तक में मुहम्मद गोरी की भारत विजय का प्रत्यक्ष वर्णन मिलता है। ज्ञातव्य है कि मिनहाज प्रथम इतिहासकार हैं, जिसने यह कहा था कि कुतुबुद्दीन ऐबक ने अपने नाम की मुद्राएं प्रसारित की और खुतबा पढ़वाया।

19. निम्नलिखित ग्रंथों पर विचार कीजिए और उनको कालाक्रमानुसार व्यवस्थित कीजिए- [U.P.P.C.S. (Pre) 2020]

1. फतवा - ए - जहांदारी

2. पृथ्वीराज - रासो

3. किताब - उल - हिंद

4. तबकात - ए - नासिरी

नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए।

कूट :

Correct Answer: (d) 3, 2, 4, 1
Solution:'फतवा-ए-जहांदारी' पुस्तक के लेखक जियाउद्दीन बरनी हैं। 'पृथ्वीराजरासो' के लेखक चंदरबरदाई, 'किताब-उल-हिंद' की रचना अलबरूनी ने की तथा 'तबकात-ए- नासिरी', मिनहाज-उस-सिराज का ग्रंथ है, जो उसने ममलूक सुल्तान नासिरुद्दीन महमूद को समर्पित किया था। अतः इनका सही कालक्रम है- किताब-उल- हिंद, पृथ्वीराजरासो, तबकात-ए-नासिरी, फतवा-ए-जहांदारी।

20. बिहार पर बख्तियार खिलजी के हमले का पहला विवरण प्राप्त हुआ- [64th B.P.S.C. (Pre) 2018]

Correct Answer: (b) तबकात-ए-नासिरी से
Solution:बिहार पर बख्तियार खिलजी के हमले का प्रथम विवरण तबकात-ए- नासिरी में प्राप्त होता है। इसका लेखक मिन्हाज-ए-सिराज है, इसकी यह कृति सुल्तान नसीरुद्दीन महमूद को समर्पित है।