देशी रियासतें (UPPCS)

Total Questions: 10

1. 1927 की बटलर कमेटी का उद्देश्य था- [46th B.P.C.S. (Pre) 2004]

Correct Answer: (d) भारत सरकार तथा देशी राज्यों के मध्य संबंधों को सुधारना।
Solution:बटलर समिति का गठन वर्ष 1927 में किया गया था, इसे' भारतीय रियासत समिति' भी कहते हैं। इसका उद्देश्य भारत सरकार तथा भारतीय रियासतों के बीच संबंधों की जांच करना तथा ब्रिटिश भारत और भारतीय रियासतों के बीच आर्थिक एवं वित्तीय संबंधों को सुधारने हेतु सिफारिशें करना था। भारतीय नरेशों ने एक सुप्रसिद्ध वकील सर लेजली स्काट को कमेटी के सम्मुख उनका दृष्टिकोण प्रस्तुत करने के लिए नियुक्त किया। स्काट का यह तर्क था कि प्रत्येक रियासत आरंभ में स्वतंत्र थी और इसलिए वह स्वतंत्र है केवल उस सीमा तक नहीं जहां उसने अपनी प्रभुसत्ता क्रॉउन को दे दी है; अर्थात शेषाधिकार भारतीय रियासतों के पास है।

2. ऑल इंडिया स्टेट पीपुल्स कॉन्फ्रेंस का गठन कब हुआ ? [40th B.P.S.C. (Pre) 1995]

Correct Answer: (c) 1927 में
Solution:दिसंबर, 1927 में अखिल भारतीय राज्य जन कॉन्फ्रेंस (ऑल इंडिया स्टेट्स पीपुल्स कॉन्फ्रेंस) का आयोजन किया गया। इसमें विभिन्न रियासतों से आए 1500 से अधिक राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। बलवंत राय मेहता, मणिलाल कोठारी और जी.आर. अभ्यंकर ने इसके आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

3. निम्नलिखित में से कौन वर्ष 1939 में भारत प्रजामंडल (ऑल इंडिया स्टेट्स पीपुल्स कॉन्फ्रेंस) के अध्यक्ष थे? [I.A.S. (Pre) 2001]

Correct Answer: (b) जवाहरलाल नेहरू
Solution:ब्रिटिश भारत तथा रजवाड़ों के राजनीतिक संघर्षों के साझे राष्ट्रीय लक्ष्यों को सामने रखने के लिए जवाहरलाल नेहरू को वर्ष 1939 में 'भारत प्रजा मंडल' (ऑल इंडिया स्टेट्स पीपुल्स कॉन्फ्रेंस) का अध्यक्ष चुना गया था।

4. भारतीय संघ में रजवाड़ों का विलय अधिकाधिक किस सन् में हुआ? [U.P. P.C.S. (Pre) 1990]

Correct Answer: (b) 1947
Solution:भारतीय संघ में अधिकांश रजवाड़ों का विलय वर्ष 1947 में हुआ। 15 अगस्त, 1947 तक सिवाय जूनागढ़, जम्मू एवं कश्मीर तथा हैदराबाद को छोड़कर सभी रजवाड़े भारत में शामिल हो गए तथा वर्ष 1948 के अंत तक इन तीनों रियासतों को भी इसके लिए बाध्य होना पड़ा। अंग्रेजी हुकूमत ने इन रियासतों को स्वाधीनता का दर्जा देकर बड़ी पेंचीदी समस्या खड़ी कर दी थी; किंतु राष्ट्रीय नेतृत्व ने, विशेषकर सरदार वल्लभभाई पटेल ने बड़ी समझदारी एवं सूझबूझ से इस समस्या को सुलझा दिया। राष्ट्रीय अस्थायी सरकार में पटेल रियासती विभाग के कार्यवाहक थे। उन्होंने भारतीय रियासतों की देशभक्ति को ललकारा और उनसे अनुरोध किया कि वे भारतीय संघ में अपनी रक्षा, विदेशी मामले और संचार व्यवस्था को भारत के अधीनस्थ बनाकर सम्मिलित हो जाएं। उनके नेतृत्व में ही भारतीय संघ में विभिन्न रियासतों का विलय हुआ।

5. राज्यों का विलयीकरण जिनके नेतृत्व में हुआ, वे थे- [Uttarakhand P.C.S. (Mains) 2002]

Correct Answer: (d) सरदार पटेल
Solution:भारतीय संघ में अधिकांश रजवाड़ों का विलय वर्ष 1947 में हुआ। 15 अगस्त, 1947 तक सिवाय जूनागढ़, जम्मू एवं कश्मीर तथा हैदराबाद को छोड़कर सभी रजवाड़े भारत में शामिल हो गए तथा वर्ष 1948 के अंत तक इन तीनों रियासतों को भी इसके लिए बाध्य होना पड़ा। अंग्रेजी हुकूमत ने इन रियासतों को स्वाधीनता का दर्जा देकर बड़ी पेंचीदी समस्या खड़ी कर दी थी; किंतु राष्ट्रीय नेतृत्व ने, विशेषकर सरदार वल्लभभाई पटेल ने बड़ी समझदारी एवं सूझबूझ से इस समस्या को सुलझा दिया। राष्ट्रीय अस्थायी सरकार में पटेल रियासती विभाग के कार्यवाहक थे। उन्होंने भारतीय रियासतों की देशभक्ति को ललकारा और उनसे अनुरोध किया कि वे भारतीय संघ में अपनी रक्षा, विदेशी मामले और संचार व्यवस्था को भारत के अधीनस्थ बनाकर सम्मिलित हो जाएं। उनके नेतृत्व में ही भारतीय संघ में विभिन्न रियासतों का विलय हुआ।

6. अन्य रजवाड़ों के भारत में विलय के बाद भी किन तीन राज्यों ने भारत में शामिल होना विलंबित किया? [U.P. P.C.S. (Pre) 1998]

Correct Answer: (b) जूनागढ़, हैदराबाद, जम्मू व कश्मीर
Solution:भारतीय संघ में अधिकांश रजवाड़ों का विलय वर्ष 1947 में हुआ। 15 अगस्त, 1947 तक सिवाय जूनागढ़, जम्मू एवं कश्मीर तथा हैदराबाद को छोड़कर सभी रजवाड़े भारत में शामिल हो गए तथा वर्ष 1948 के अंत तक इन तीनों रियासतों को भी इसके लिए बाध्य होना पड़ा। अंग्रेजी हुकूमत ने इन रियासतों को स्वाधीनता का दर्जा देकर बड़ी पेंचीदी समस्या खड़ी कर दी थी; किंतु राष्ट्रीय नेतृत्व ने, विशेषकर सरदार वल्लभभाई पटेल ने बड़ी समझदारी एवं सूझबूझ से इस समस्या को सुलझा दिया। राष्ट्रीय अस्थायी सरकार में पटेल रियासती विभाग के कार्यवाहक थे। उन्होंने भारतीय रियासतों की देशभक्ति को ललकारा और उनसे अनुरोध किया कि वे भारतीय संघ में अपनी रक्षा, विदेशी मामले और संचार व्यवस्था को भारत के अधीनस्थ बनाकर सम्मिलित हो जाएं। उनके नेतृत्व में ही भारतीय संघ में विभिन्न रियासतों का विलय हुआ।

7. जम्मू एवं कश्मीर भारत का अभिन्न अंग बना- [M.P.P.C.S. (Pre) 2008]

Correct Answer: (c) 26 अक्टूबर, 1947 को
Solution:26 अक्टूबर, 1947 को कश्मीर के महाराजा हरि सिंह ने भारत में विलय के लिए हस्ताक्षर-पत्र प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को सौंपे। जवाहरलाल नेहरू ने शेख अब्दुल्ला को वहां का प्रधानमंत्री नियुक्त करवाया तथा भारतीय सेना ने 27 अक्टूबर, 1947 से पाकिस्तान के कबाइली आक्रांताओं को भगाना आरंभ किया।

8. भारतवर्ष के विभाजन के समय, ब्रिटिश भारत के निम्नलिखित में से किस एक प्रांत ने एक संयुक्त एवं स्वतंत्र अस्तित्व के लिए योजना सामने रखी? [I.A.S. (Pre) 2000]

Correct Answer: (a) पंजाब
Solution:भारत-विभाजन के दौरान पंजाब राज्य ने एक संयुक्त एवं स्वतंत्र अस्तित्व की योजना प्रस्तुत की; किंतु सरदार पटेल के प्रयासों से उसके मंसूबों पर पानी फिर गया। पूर्वी पंजाब, पटियाला तथा पहाड़ी राज्यों का एक संघ बनाया गया, जिसे 'पेप्सू' कहा गया।

9. निम्नलिखित देशी राज्यों में से कौन 'यथावत' (Stand-Still) समझौते का पक्षधर था? [U.P. P.C.S. (Pre) 1997]

Correct Answer: (a) हैदराबाद
Solution:यथावत (Stand-Still) समझौता 29 नवंबर, 1947 को हैदराबाद रियासत एवं डोमिनियन ऑफ इंडिया के मध्य हस्ताक्षरित हुआ था। इस समझौते पर हैदराबाद राज्य के प्रधानमंत्री मीर लईक अली तथा डोमिनियन ऑफ इंडिया के गवर्नर जनरल लॉर्ड माउंटबेटन ने हस्ताक्षर किए।

10. स्वतंत्रता संग्राम के दौरान भारतीय राज्यों (कश्मीर, निजाम के हैदराबाद, त्रावणकोर आदि जैसे भारतीय शासकों द्वारा शासित राज्यों) में एक समानांतर आंदोलन शुरू किया गया था। उसका नाम था- [68th B.P.S.C. (Pre) 2022]

Correct Answer: (c) प्रजा मंडल आंदोलन
Solution:स्वतंत्रता संग्राम के दौरान भारतीय राज्यों/रियासतों (कश्मीर, हैदराबाद के निजाम त्रावणकोर आदि जैसे भारतीय शासकों द्वारा शासित राज्यों) में एक समानांतर आंदोलन शुरू किया गया था जिसका नाम प्रजा मंडल आंदोलन था।