धातुकर्म-(रसायन विज्ञान)

Total Questions: 13

11. फेन प्लवन विधि में, अयस्क के चूर्ण को के मिश्रण से भरी एक टंकी में रखा जाता है। [RRB Group D 12/11/2018 (Evening)]

Correct Answer: (b) जल एवं चीड़ का तेल
Solution:जल एवं चीड़ का तेल। झाग प्लवनशीलता एक महत्वपूर्ण सांद्रता प्रक्रिया है जिसका उपयोग हाइड्रोफिलिक अपशिष्ट गैंग से हाइड्रोफोबिक पदार्थों को चयन करके अलग करने के लिए किया जा सकता है। इस विधि का उपयोग सामान्यतः सल्फाइड अयस्कों जैसे तांबा, सीसा और जस्ता अयस्कों की सांद्रता के लिए किया जाता है।

12. ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में अयस्कों के ताप को कहा जाता है। [RRB Group D 06/12/2018 (Morning)]

Correct Answer: (b) निस्तापन
Solution:निस्तापन। कार्बनिट अयस्कों को सीमित वायु में तीव्रता से गर्म करने पर ऑक्साइड में परिवर्तित हो जाते हैं। इस प्रक्रिया को निस्तापन के नाम से जाना जाता है। सल्फाइड अयस्कों को अतिरिक्त वायु की उपस्थिति में तीव्र ताप पर ऑक्साइड में परिवर्तित किया जाता है। इस प्रक्रिया को भर्जन कहते हैं। ऑक्सीजन धातुओं के साथ क्रिया करके ऑक्साइड बनाती है। धातुओं के ऑक्सीकरण को संक्षारण कहा जाता है । उदाहरण के लिए लोहे में जंग लगना।

13. निम्नलिखित में से किस अभिक्रिया द्वारा उच्च क्रियाशीलता वाली धातुओं का निष्कासन होता है? [RRB ALP Tier-1 (09/08/2018) Morning]

Correct Answer: (c) विद्युत अपघटन
Solution:विद्युत अपघटन । विद्युत अपघटन प्रक्रिया द्वारा शुद्ध पिघले हुए अयस्क से मैग्नीशियम (Mg), कैल्शियम (Ca) और सोडियम (Na) जैसी उच्च क्रियाशीलता वाली धातुएँ निकाली जाती हैं। विद्युत अपघटन प्रक्रिया में, धातु के अयस्कों की पिघली हुई अवस्था से विद्युत धारा प्रवाहित की जाती है। इस प्रक्रिया में धातुऐ कैथोड के ऊपर जमा हो जाती हैं। निस्तापन का उपयोग ज्यादातर कार्बनिट्स के ऑक्सीकरण में किया जाता है। रोस्टिंग एक ऐसी विधि है जिसका उपयोग सल्फाइड अयस्कों को परिवर्तित करने के लिए किया जाता है। उदाहरण 2ZnS (जिंक सल्फाइड) + 3O₂,→ 2ZnO (जिंक ऑक्साइड) + 2SO₂ (सल्फर डाइऑक्साइड)। सल्फाइड के 3 प्रकारः कार्बनिक सल्फाइड (थायोईथर), अकार्बनिक सल्फाइड और फॉस्फीन सल्फाइड।