धातु, अधातु और मिश्रधातु:-(रसायन विज्ञान)-(भाग-3)

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31. सामान्य धातुओं की उनकी घटती अभिक्रियाशीलता के क्रम में व्यवस्थित करने के रूप में जाना जाता है? [RRB ALP Tier-1(29/08/2018) Evening]

Correct Answer: (b) गतिविधि श्रृंखला
Solution:गतिविधि श्रृंखला (अभिक्रियाशीलता श्रृंखला)। श्रृंखला में किन्हीं दो धातुओं के लिए श्रृंखला में ऊपर रखी धातु उनके लवण के विलयन से निचली धातुओं को विस्थापित कर सकती है। पोटैशियम सबसे अधिक क्रियाशीत धातु है। विद्‌युत अपघटनी अपचयन (Electrolytic Reduction)- अत्यधिक क्रियाशील धातुएँ उनके गलित अयस्कों के विद्युत अपघटन द्वारा प्राप्त की जाती हैं तथा कैथोड के निकट शुद्ध धातु प्राप्त की जाती है। चालकता किसी धातु की विद्युत प्रवाहित करने की क्षमता। अभिक्रियाशीलता वह दर जिस पर एक रासायनिक पदार्थ रासायनिक अभिक्रिया से गुजरता है।

32. लोहे को कठोर और मजबूत बनाने के लिए निम्नलिखित में से लोहे में क्या मिलाया जाता है? [RRB ALP Tier-1 (30/08/2018) Morning]

Correct Answer: (d) कार्बन
Solution:कार्बन । यह क्रिस्टल जाली में लोहे के परमाणुओं को एक दूसरे के पीछे खिसकने से रोकता है। इसलिए इस प्रकार की अशुद्धि का उपयोग कार्बन की कठोरता, तन्यता और तन्यता शक्ति को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है। कठोर और मजबूत बनाने के लिए इसे स्टील में भी मिलाया जाता है।

33. निम्न में से कौन आघातवर्धनीय नहीं है? [RRB ALP Tier-1 (30/08/2018) Afternoon]

Correct Answer: (d) ग्रेफाइट
Solution:ग्रेफाइट। यह कार्बन का एक अनूठा रूप है जो धातु और अधातु दोनों के कुछ गुणों को प्रदर्शित करता है। यह अपने रासायनिक गुणों के संदर्भ में एक अधातु है लेकिन इसकी अनूठी संरचना के कारण कुछ धातु गुणों को प्रदर्शित करता है। यह लभीता नहीं है और इसमें उच्च विद्युत और तापीप चालकता है। यह रासायनिक रूप से निश्क्रिय और अत्यधिक दुर्दम्य (refractory) भी है। आधात वर्धनीयता जिसमे हथोड़े या रोलिंग के दबाव के तहत पतली शीट बनाने की क्षमता होती है। आधातवर्धनीय धातुओं के उदाहरण सोना, लोहा, एल्यूमीनियम, तांबा, चांदी और सीसा।