धार्मिक आंदोलन (मध्यकालीन भारतीय इतिहास)

Total Questions: 5

1. अजमेर शरीफ निम्नलिखित में से किस सूफी संत की दरगाह है? [MTS (T-I) 08 सितंबर, 2023 (II-पाली)]

Correct Answer: (c) ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती
Solution:
अजमेर शरीफ
की दरगाह सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती (Khwaja Moinuddin Chishti) की दरगाह है। वह भारत में चिश्ती संप्रदाय के संस्थापक थे। वह 12वीं शताब्दी में मुहम्मद गोरी के साथ भारत आए और उन्होंने अजमेर को अपना निवास स्थान बनाया। उन्होंने प्रेम, सेवा और सहिष्णुता के सिद्धांतों का प्रचार किया। उनकी दरगाह लाखों भक्तों, हिंदुओं और मुसलमानों दोनों के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है, और यह धार्मिक सद्भाव का प्रतीक है।

2. निम्न में से कौन-सा, दरगाह और उससे संबंधित स्थान का सही मेल नहीं है? [CHSL (T-I) 6 अगस्त, 2021 (III-पाली)]

Correct Answer: (b) शेख निजामुद्दीन औलिया दरगाह-आगरा
Solution:शेख निजामुद्दीन औलिया दरगाह-आगरा। वास्तव में, शेख निजामुद्दीन औलिया की दरगाह दिल्ली में स्थित है, जिसे निजामुद्दीन दरगाह के नाम से जाना जाता है।

वह चिश्ती संप्रदाय के सबसे प्रसिद्ध सूफी संतों में से एक थे और उनका प्रभाव दिल्ली के कई सुल्तानों पर पड़ा। अन्य सभी विकल्प (ख्वाजा कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी दरगाह-दिल्ली, शेख मुइनुद्दीन सिज्जी दरगाह-अजमेर, हाजी अली दरगाह-मुंबई) सही सुमेलित हैं।

3. कवि-संत कबीर दास का जन्म 15वीं शताब्दी के आस-पास ....... में हुआ था। [CHSL (T-I) 16 मार्च, 2023 (I-पाली)]

Correct Answer: (c) काशी
Solution:कवि-संत कबीर दास का जन्म 15वीं शताब्दी के आस-पास (अधिकांश विद्वानों के अनुसार लगभग 1398 ई.) काशी (वर्तमान वाराणसी) में हुआ था। कबीर भक्ति आंदोलन के प्रमुख संत थे, जो अपनी निर्गुण भक्ति (निराकार ईश्वर की पूजा) और रूढ़िवादी धार्मिक मान्यताओं की आलोचना के लिए प्रसिद्ध थे।

वह जुलाहा (बुनकर) परिवार से थे और उन्होंने अपनी रचनाओं में हिंदी की एक सरल, लोक-भाषा का प्रयोग किया। उनके दोहे आज भी लोकप्रिय हैं।

4. 'पुष्टिमार्ग' नामक भक्ति संप्रदाय के संस्थापक निम्नलिखित में से कौन थे? [MTS (T-I) 20 अक्टूबर, 2021 (I-पाली)]

Correct Answer: (b) वल्लभाचार्य
Solution:पुष्टिमार्ग (Pushtimarg), जिसका शाब्दिक अर्थ है 'पोषण का मार्ग' या 'ईश्वर की कृपा का मार्ग', नामक भक्ति संप्रदाय के संस्थापक वल्लभाचार्य (Vallabhacharya) थे।

उन्होंने 15वीं शताब्दी में इस संप्रदाय की स्थापना की। पुष्टिमार्ग कृष्ण भक्ति पर केंद्रित है, विशेष रूप से श्रीकृष्ण के बाल रूप की पूजा पर। यह संप्रदाय मानता है कि मोक्ष केवल ईश्वर की कृपा (पुष्टि) से ही प्राप्त किया जा सकता है, न कि कर्म या ज्ञान से।

5. व्याख्यान का वह संग्रह जिसे 'बीजक' कहते हैं, किसके द्वारा रचित है- [JE इलेक्ट्रिकल परीक्षा 28 अक्टूबर, 2020 (I-पाली)]

Correct Answer: (c) कबीर
Solution:'बीजक' (Bijak) संत कबीर दास के व्याख्यानों, छंदों और शिक्षाओं का सबसे महत्वपूर्ण और प्रामाणिक संग्रह है। 'बीजक' का शाब्दिक अर्थ 'बीज' या 'खजाना' है।

यह ग्रन्थ तीन मुख्य भागों में विभाजित है: रमैनी, सबद, और साखी। यह कबीर के विचारों का एक महत्वपूर्ण स्रोत है, जिसमें उन्होंने सामाजिक असमानताओं, धार्मिक पाखंड और बाहरी कर्मकांडों की आलोचना करते हुए निर्गुण (निराकार) ईश्वर की भक्ति पर जोर दिया है।