1. भारत में केवल एक ही नागरिकता और एक ही अधिवास है।
2. जो व्यक्ति जन्म से नागरिक हो, केवल वही राष्ट्राध्यक्ष बन सकता है।
3. जिस विदेशी को एक बार नागरिकता दे दी गई है, किसी भी परिस्थिति में उसे इससे वंचित नहीं किया जा सकता। उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/कौन-से सही है/हैं?
Correct Answer: (a) केवल 1
Note: भारतीय संविधान एकल नागरिकता प्रदान करता है तथा विशेष रूप से अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को हटाए जाने के पश्चात भारत में केवल एक ही नागरिकता और एक ही अधिवास (Domicile) है। यूएसए की भांति संघ और राज्यों की दोहरी नागरिकता या दो या दो से अधिक देशों की नागरिकता का प्रावधान भारत में नहीं है। संविधान के अनुच्छेद 9 के अनुसार, विदेशी राज्य की नागरिकता स्वेच्छा से अर्जित करने वाले व्यक्ति भारत के नागरिक नहीं रह जाते हैं। इस प्रकार कथन 1 सही है।
संविधान के अनुच्छेद 58 (1) (क) के अनुसार, कोई व्यक्ति भारत का राष्ट्रपति (राष्ट्राध्यक्ष) निर्वाचित होने का पात्र तभी होगा, जब वह भारत का नागरिक हो। इस हेतु जन्म से नागरिक होना आवश्यक शर्त नहीं है । इस प्रकार कथन 2 सही नहीं है।
नागरिकता अधिनियम, 1955 की धारा 10 के तहत भारत की नागरिकता प्राप्त करने वाले विदेशी व्यक्ति को नागरिकता से वंचित किया जा सकता है, यदि उसने रजिस्ट्रीकरण या देशीकरण का प्रमाण पत्र कपट, मिथ्या व्यपदेशन या किसी तात्विक तथ्य को छिपाने के द्वारा अभिप्राप्त किया हो; या यदि उसने भारत के संविधान के प्रति अभक्त या अप्रीतिपूर्ण दर्शित किया हो; या यदि उसने भारत के किसी युद्ध के दौरान शत्रु देश के साथ विधिविरुद्ध व्यापार या संचार किया हो; या यदि वह सात वर्ष निरंतर भारत के बाहर साधारण निवासी रहा हो, आदि। इस प्रकार कथन 3 भी सही नहीं है।