नाभिकीय भौतिकी भाग-2

Total Questions: 36

11. नाभिकीय रिएक्टर में निम्नलिखित में से किसे मंदक के रूप में प्रयोग किया जाता है? [U.P.P.C.S. (Mains) 2011]

Correct Answer: (e) (b) एवं (d)
Solution:परंपरागत नाभिकीय रिएक्टरों में मंदक के रूप में ग्रेफाइट, भारी जल एवं साधारण जल का प्रयोग किया जाता है। ग्रेफाइट औद्योगिक स्तर पर निर्मित होने वाले शुद्धतम पदार्थों में से एक है तथा अत्यधिक तापमानों पर भी अपने गुण बनाए रखता है। तथापि आधुनिक संवर्धित यूरेनियम वाले रिएक्टरों में साधारण जल भी मंदक का कार्य करता है।

12. नाभिकीय संयंत्रों में ग्रेफाइट का उपयोग किया जाता है- [U.P.P.C.S. (Mains) 2015]

Correct Answer: (c) विमंदक की तरह
Solution:नाभिकीय संयंत्रों में ग्रेफाइट (Graphite) का उपयोग मुख्य रूप से विमंदक (Moderator) के रूप में किया जाता है। ग्रेफाइट कार्बन का एक अपरूप है, और यह न्यूट्रॉन को अवशोषित किए बिना उनकी गतिज ऊर्जा को प्रभावी ढंग से कम कर सकता है, जिससे विखंडन श्रृंखला अभिक्रिया को बनाए रखने में मदद मिलती है।

13. शीघ्रोत्पादी रिएक्टर है, (Fast Breeder Reactor) बिजली पैदा करने वाला एक नाभिकीय रिएक्टर, जो बिजली उत्पन्न करता है- [38th B.P.S.C. (Pre) 1992]

Correct Answer: (a) विखंडन प्रक्रिया के द्वारा
Solution:शीघ्रोत्पादी रिएक्टर (Fast Breeder Reactor) बिजली पैदा करने वाला एक नाभिकीय रिएक्टर है, जो 'विखंडन प्रक्रिया' के द्वारा बिजली उत्पन्न करता है।

14. एक ब्रीडर रिएक्टर वह है- [U.P.P.C.S.(Mains) 2009]

Correct Answer: (c) जो विखण्डन होने वाले पदार्थ को उससे अधिक उत्पन्न करता है, जितना वह जलाता है।
Solution:एक ब्रीडर रिएक्टर एक ऐसा नाभिकीय रिएक्टर है, जो ईंधन के रूप में जितना विखण्डनीय पदार्थ व्यय करता है, उससे अधिक उत्पन्न करता है।

15. द न्यूक्लियर पावर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया अब दूसरे देशों को "प्रेसराइज्ड हेवी वाटर रिएक्टर्स" (PHWRs) निर्यात करने की स्थिति में है। इन रिएक्टरों की क्षमता होगी- [U.P. Lower Sub. (Spl.) (Pre) 2008]

Correct Answer: (e) 220 MWe अथवा 540 MWe
Solution:न्यूक्लियर पावर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया विदेशों को 220 MWe अथवा 540 MWe क्षमता के प्रेसराइज्ड हेवी वॉटर रिएक्टर्स का निर्यात करने की स्थिति में है। भारत की ओर से यह बयान परमाणु ऊर्जा आयोग के तत्कालीन चेयरमैन श्रीकुमार बनर्जी ने वर्ष 2010 में विएना में संपन्न अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी की 54 वीं आम सभा में दिया।

16. निम्नलिखित में से किस नाभिकीय शक्ति-संयंत्र की कुल स्थापित क्षमता अधिकतम है ? [U.P.P.C.S. (Mains) 2014]

Correct Answer: (c) कुडानकुलम
Solution:महाराष्ट्र के तारापुर स्थित तारापुर परमाणु ऊर्जा संयंत्र की कुल स्थापित क्षमता 1400 मेगावॉट है। कैगा परमाणु ऊर्जा संयंत्र की कुल स्थापित क्षमता 880 मेगावॉट है। काकरापार परमाणु ऊर्जा संयंत्र की कुल स्थापित क्षमता 440 मेगावॉट है। कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र की कुल स्थापित क्षमता 2000 मेगावॉट है।

17. भारत की सम्पूर्ण ऊर्जा उत्पादन में नाभिकीय ऊर्जा का प्रतिशत है- [U.P. Lower Sub. (Pre) 2008]

Correct Answer: (d) 3%
Solution:तापीय, पनबिजली तथा नवीकरणीय स्रोतों के पश्चात नाभिकीय ऊर्जा भारत में ऊर्जा का चौथा सबसे बड़ा स्रोत है। प्रश्नकाल में भारत के कुल ऊर्जा उत्पादन में नाभिकीय ऊर्जा का प्रतिशत लगभग 3 प्रतिशत था। फरवरी, 2023 तक के आंकड़ों के अनुसार, वर्तमान में भारत में 22 नाभिकीय ऊर्जा संयंत्र कार्यरत हैं जिनकी कुल क्षमता 6780 मेगावॉट है, जो भारत की कुल स्थापित ऊर्जा उत्पादन क्षमता का महज 1.6 प्रतिशत है।

18. 'मैनहट्टन परियोजना' क्या है? [ 69 B.P.S.C. (Pre) 2023]

Correct Answer: (a) एक अनुसंधान और विकास उपक्रम, जिसने पहले परमाणु हथियार का उत्पादन किया
Solution:'मैनहट्टन परियोजना' द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान अमेरिका द्वारा प्रारंभ किया गया एक अभूतपूर्व, पूर्ण-गोपनीय सरकारी कार्यक्रम था, जिसका उद्देश्य प्रथम नाभिकीय हथियार (Nuclear weapon) का विकास करना था।

19. पोखरण नाभिकीय परीक्षण-1974 का आधिकारिक कोड था- [U.P.P.C.S.(Mains) 2009]

Correct Answer: (a) स्माइलिंग बुद्धा
Solution:भारतीय परमाणु आयोग ने पोखरण में अपना पहला भूमिगत नाभिकीय परीक्षण 18 मई, 1974 को किया था। यह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के 5 स्थायी सदस्यों के अलावा किसी अन्य राष्ट्र द्वारा किया गया पहला पुष्ट नाभिकीय परीक्षण था। इस परमाणु परीक्षण को 'स्माइलिंग बुद्धा' कोड नाम दिया गया था।

20. पोखरण II परीक्षण कब किया गया था? [43Th B.P.S.C (Pre) 1999]

Correct Answer: (c) 11 मई, 1998
Solution:पोखरण II के अन्तर्गत भारत ने 'ऑपरेशन शक्ति' के तहत राजस्थान के पोखरण परीक्षण स्थल में 5 परमाणु परीक्षण किए, प्रथम तीन परीक्षण 11 मई, 1998 को तथा अन्य दो परीक्षण 13 मई, 1998 को किए गए।