नाभिकीय भौतिकी भाग-2

Total Questions: 36

31. किसी देश के 'नाभिकीय पूर्तिकर्ता समूह' (Nuclear Suppliers Group) के सदस्य बनने का/के क्या परिणाम है/हैं? [I.A.S. (Pre) 2018]

1. इसकी पहुंच नवीनतम और सबसे कुशल परमाणु प्रौद्योगिकियों तक हो जाएगी।

2. यह स्वमेव "नाभिकीय आयुध अप्रसार संधि" (एन.पी.टी.) का सदस्य बन जाता है।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

Correct Answer: (a) केवल 1
Solution:भारत ने मई, 1974 में पहला परमाणु परीक्षण किया था और इसी वर्ष 'नाभिकीय आपूर्तिकर्ता समूह' (NSG) की स्थापना हुई थी और इसकी पहली बैठक वर्ष 1975 में लंदन में हई थी। वर्तमान में इस-के 48 देश सदस्य है। इसका लक्ष्य परमाणु सामग्री, तकनीक एवं उपकरणों का निर्यात नियंत्रित करना है। इसके सदस्य की पहुंच नवीनतम और सबसे कुशल परमाणु प्रौद्योगिकियों तक हो जाती है। NSG में शामिल होने वाले देश के लिए 'परमाणु आयुध अप्रसार संधि' (NPT) पर हस्ताक्षर करना अनिवार्य है। NSG का सदस्य स्वमेव NPT का सदस्य नहीं बन सकता, भारत ने अब तक NPT पर हस्ताक्षर नहीं किया है। फ्रांस NSG का संस्थापक सदस्य है। और वह बिना NPT पर हस्ताक्षर किए NSG का सदस्य बना था।

32. निम्नलिखित देशों में से कौन-सा परमाणु आपूर्ति समूह (न्यूक्लियर सप्लायर्स ग्रुप) का सदस्य नहीं है? [M.P.P.C.S. (Pre) 2008]

Correct Answer: (d) ईरान
Solution:परमाणु आपूर्ति समूह (NSG) के सदस्यों की संख्या 48 है। दिए गए विकल्पों में ईरान, NSG में शामिल नहीं है।

33. परमाणु आपूर्ति समूह द्वारा भारत पर प्रतिबंध हटाए जाने के पश्चात किस देश ने सर्वप्रथम भारत के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए, जिससे भारत को नागरिक परमाणु तकनीक की आपूर्ति की जा सकेगी? [M.P.P.C.S. (Pre) 2008]

Correct Answer: (d) फ्रांस
Solution:NSG से भारत को छूट मिलने के पश्चात फ्रांस, भारत के साथ नाभिकीय व्यापार प्रारंभ करने एवं नाभिकीय क्षेत्र में समझौता करने वाला प्रथम राष्ट्र है।

34. भारत के संदर्भ में 'अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी' (आई.ए.ई.ए) के 'अतिरिक्त नयाचार' (एडीशनल प्रोटोकॉल) का अनुसमर्थन करने का निहितार्थ क्या है? [I.A.S. (Pre) 2018]

Correct Answer: (a) असैनिक परमाणु रिएक्टर आई.ए.ई.ए. के रक्षोपायों के अधीन आ जाते हैं।
Solution:

अतिरिक्त प्रोटोकॉल (Additional Protocol), जो अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) तथा किसी भी व्यक्तिगत देश के मध्य वार्तालाप का कानूनी दस्तावेज है, उस राज्य के व्यापक सुरक्षा उपायों के निरीक्षण का अधिकार प्रदान करता है। आई.ए.ई.ए. के साथ भारत का अतिरिक्त प्रोटोकॉल जुलाई, 2014 से प्रभावी हुआ इस प्रोटोकॉल के तहत आई.ए.ई.ए. (IAEA) द्वारा निगरानी सुविधाओं को बढ़ाया जाएगा और हथियारों के निर्माण के लिए प्रयोग में लाए जाने वाले गैर-रक्षा सुविधाओं पर इसका असर नहीं होगा। अतिरिक्त प्रोटोकॉल की वजह से सुरक्षा को बढ़ावा मिलेगा और बड़े परमाणु तकनीकों के आयात में वृद्धि होगी। यह भारत के परमाणु निर्यात के आंकड़ों का संग्रह सुनिश्चित करेगा और इस बात की गारंटी देगा कि सामानों को अनधिकृत उपयोग के लिए नहीं बांटा जा रहा है।

35. भारत में, क्यों कुछ परमाणु रिएक्टर आई.ए.ई.ए. गुरका उपार्टी (IAEA Safeguards) के अधीन रखे जाते हैं, जबकि अन्य इन सुरक्षा के अधीन नहीं रखे जाते? [ I.A.S. (Pre) 2020]

Correct Answer: (b) कुछ आयातित यूरेनियम का प्रयोग करते हैं और अन्य घरेलु आपूर्ति का
Solution:परमाणु ईंधन रिजर्व के प्रबंधन का कार्य आई.ए.ई.ए. का है, स्पष्ट है कि इस रिजर्व बैंक की कार्यप्रणाली एवं व्यवस्था के संबंध में दिशा-निर्देश तय करने का अधिकार IAEA का है। IAEA द्वारा यह भी सुनिश्चित किया जाता है कि खरीददार देशों द्वारा यूरेनियम का उपयोग केवल ईंधन का उत्पादन करने के लिए किया जाए न कि हथियारों के लिए। इसीलिए भारत के कुछ परमाणु रिएक्टरों में आयातित यूरेनियम कर प्रयोग करते हैं और अन्य में घरेलू आपूर्ति का ईंधन प्रयोग होता है। वर्तमान में भारत में 22 नामिकीय रिएक्टर संचालित हैं, जिनमें से 14 रिएक्टर IAEA सुरक्षा उपायों (Safe-guards) के अधीन है क्योंकि इनमें ईंधन के रूप में आयतित यूरेनियम का प्रयोग किया जाता है।

36. हाल ही में भारत ने निम्नलिखित में से किस देश के साथ 'नाभिकीय क्षेत्र में सहयोग क्षेत्रों के प्राथमिकीकरण और कार्यान्वयन हेतु कार्ययोजना' नामक सौदे पर हस्ताक्षर किया है? [I.AS. (Pre) 2019]

Correct Answer: (b) रूस
Solution:19वें भारत-रूस वार्षिक द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन में भाग लेने के उद्देश्य से रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 4-5 अक्टूबर, 2018 के मध्य भारत की यात्रा संपन्न की थी। इस यात्रा के दौरान व्यापार एवं निवेश, असैन्य नाभिकीय सहयोग, अंतरिक्ष, परिवहन इत्यादि के क्षेत्र में 8 MoUs पर हस्ताक्षर किए गए थे। इसी शिखर सम्मेलन के दौरान 'नाभिकीय क्षेत्र में सहयोग क्षेत्रों के प्राथमिकीकरण और कार्यान्यवन हेतु कार्ययोजना' (Action Plan for Prioritization & Implementation of Cooperation Areas in the Nuclear Field) पर MoU भी हस्ताक्षरित हुआ था।