नाभिकीय भौतिकी Part – II

Total Questions: 35

1. निम्नलिखित संगठनों पर विचार कीजिए : [I.A.S. (Pre) 2001]

1. परमाणु खनिज अनुसंधान एवं अन्वेषण निदेशालय

2. गुरुजल बोर्ड (Heavy Water Board)

3. भारतीय रेयर अर्थ लिमिटेड (Indian Rare Earths Ltd.)

4. भारतीय यूरेनियम कॉर्पोरेशन

इनमें से कौन-सा/से परमाणु ऊर्जा विभाग के अंतर्गत है/हैं?

Correct Answer: (d) 1, 2, 3 और 4
Note:

प्रश्नगत सभी संस्थान परमाणु ऊर्जा विभाग के अंतर्गत हैं। परमाणु खनिज अनुसंधान एवं अन्वेषण निदेशालय हैदराबाद में, गुरुजल बोर्ड मुंबई में, भारतीय रेयर अर्था लिमिटेड मुंबई में तथा भारतीय यूरेनियम कॉर्पोरेशन जादुगुडा में है।

2. भारत में भारी जल बनाया जाता है- [U.P.P.C.S. (Mains) 2015]

Correct Answer: (a) ट्रॉम्बे में
Note:

भारत में भारी जल के उत्पादन की जिम्मेदारी (ट्रॉम्बे) मुंबई स्थित 'भारी जल बोर्ड' (Heavy Water Board) की है, जिसका उपयोग नाभिकीय रिएक्टरों में किया जाता है। भारी जल बोर्ड 7 भारी जल संयंत्रों का संचालन करता है, जो बड़ौदा, हजीरा, कोटा, मनुगुरु, तालचेर, थाल एवं तूतीकोरिन में स्थित हैं।

3. सूची-1 को सूची-II से सुमेलित कीजिए तथा सूचियों के नीचे दिए गए कूट का प्रयोग करके सही उत्तर चुनिए : [U.P.P.S.C.(GIC) 2010]

सूची-I (परमाणु शक्ति केंद्र) सूची-II (स्थिति वाला राज्य)
A. कलपक्कम 1. उत्तर प्रदेश
B. नरोरा 2. गुजरात
C. काकरापार 3. तमिलनाडु
D. ट्रॉम्बे 4. महाराष्ट्र

कूट :

A B C D
(a)  1 2 3 4
(b)  3 1 2 4
(c)  3 1 4 2
(d)  2 3 4 1
Correct Answer: (b)
Note:

कलपक्कम भारत के तमिलनाडु राज्य में स्थित एक छोटा-सा कस्बा है। कलपक्कम मुख्यतः यहां स्थापित नाभिकीय संयंत्रों के लिए प्रसिद्ध है। नरोरा गंगा नदी के किनारे उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में स्थित है, यहां भी परमाणु विद्युत संयंत्र स्थापित है। काकरापार परमाणु ऊर्जा संयंत्र गुजरात के सूरत शहर के निकट स्थित है, ट्रॉम्बे, मुंबई (महाराष्ट्र) के पूर्वोत्तर में स्थित एक उपनगर है। यहां भारत का नाभिकीय अनुसंधान केंद्र BARC (Bhabha Atomic Research Centre) स्थित है।

4. निम्नलिखित में से कौन सुमेलित नहीं है? [U.P. Lower Sub. (Pre) 2009]

परमाणु ऊर्जा संयंत्र  स्थान
(a) राजस्थान परमाणु ऊर्जा संयंत्र  उदयपुर
(b) नरोरा परमाणु ऊर्जा संयंत्र  उत्तर प्रदेश
(c) मद्रास परमाणु ऊर्जा संयंत्र  कलपक्कम
(d) कैगा परमाणु ऊर्जा संयंत्र  कर्नाटक
Correct Answer: (a)
Note:

राजस्थान परमाणु ऊर्जा संयंत्र रावतभाटा, कोटा में स्थित है।

5. नीचे दिए गए कूटों में से सही उत्तर चुनिए- परमाणु ऊर्जा संयंत्र स्थित है- [U.P.P.C.S.(Mains) 2004]

1. नरोरा में

2. घाटशिला में

3. कलपक्कम में

4. नंगल में

कूट :

Correct Answer: (b) 1 तथा 3
Note:

परमाणु ऊर्जा संयंत्र नरोरा एवं कलपक्कम में स्थित हैं। उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में स्थित नरोरा में परमाणु विद्युत गृह के अंतर्गत दाबित भारी जल रिएक्टर की 220-220 मेगावॉट क्षमता वाली दो इकाइयां कार्यरत हैं। इस विद्युत गृह से दिल्ली और उत्तर प्रदेश को बिजली प्राप्त होती है। कलपक्कम संयंत्र चेन्नई के निकट स्थित दाबित भारी जल रिएक्टर है। यहां 220-220 मेगावॉट क्षमता वाली दो इकाइयां कार्यरत हैं। इसकी संपूर्ण डिजाइन भारतीय अभियंताओं एवं विशेषज्ञों द्वारा तैयार की गई है।

6. भारत का निम्नलिखित में से कौन-सा परमाणु संयंत्र IV भूकंपीय पेटी में अवस्थित है? [U.P.P.C.S. (Mains) 2010]

Correct Answer: (c) नरोरा
Note:

नरोरा परमाणु संयंत्र भूकंपीय पेटी IV में अवस्थित है, जबकि कलपक्कम पेटी II में तथा कैगा और तारापुर पेटी III में अवस्थित हैं।

7. वह परमाणु ऊर्जा संयंत्र जो हाल ही में सक्रिय हुआ, स्थापित है- [U.P. P.C.S. (Pre) 2000]

Correct Answer: (d) कैगा में
Note:

कर्नाटक के कारवार में कैगा गांव में काली नदी के बाएं किनारे पर स्थापित 220 मेगावॉट की दूसरी इकाई को मार्च, 2000 में राष्ट्र को समर्पित किया गया। वर्तमान में कैगा में Pressurized heavy water reactor की कुल 4 इकाइयां कार्यरत हैं, जिनमें प्रत्येक की क्षमता 220 MWe है।

8. तमिलनाडु के कुडनकुलम में रूस परमाणु भट्टियों की कितनी इकाइयां लगाने हेतु राजी हुआ है? [U.P.P.C.S.(Mains) 2009]

Correct Answer: (d) 6
Note:

तमिलनाडु के कुडनकुलम में रूस परमाणु रिएक्टरों की 6 इकाइयां लगाने के लिए राजी हुआ है। इन 6 रिएक्टरों हेतु रूस उपकरण तथा अवयव उपलब्ध कराएगा, जबकि इन रिएक्टरों का निर्माण न्यूक्लियर पॉवर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड द्वारा किया जाएगा। 31 दिसंबर, 2014 को कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र की 1000 मेगावॉट क्षमता की पहली इकाई का व्यावसायिक परिचालन प्रारंभ हो गया। जबकि 1000 मेगावॉट की दूसरी इकाई का परिचालन 31 मार्च, 2017 को प्रारंभ हुआ।

9. एक नाभिकीय रिएक्टर में भारी जल का क्या कार्य होता है? [I.A.S. (Pre) 2011]

Correct Answer: (a) न्यूट्रॉन की गति को कम करना
Note:

भारी जल (Heavy Water) हाइड्रोजन के समस्थानिक ड्यूटीरियम (₁H²) का ऑक्साइड (D₂O) है। परंपरागत नाभिकीय रिएक्टरों (जिनमें यूरेनियम-238 एवं प्लूटोनियम-239 ईंधन के रूप में प्रयुक्त होते हैं) में भारी जल मंदक (Moderator) के रूप में प्रयुक्त होता है। इसका कार्य श्रृंखला अभिक्रिया में निर्मुक्त तीव्र गति वाले न्यूट्रॉनों की गति को कम करना होता है, ताकि श्रृंखला अभिक्रिया को नियंत्रित किया जा सके। ग्रेफाइट एवं बेरिलियम का प्रयोग भी मंदक के रूप में किया जाता है। आधुनिक संवर्धित यूरेनियम वाले रिएक्टरों में सामान्य 'हल्का जल' (Light Water; H₂O) ही मंदक का कार्य करता है।

10. नाभिकीय रिएक्टर में निम्नलिखित में से किसे मंदक के रूप में प्रयोग किया जाता है? [U.P.P.C.S. (Pre) 2011]

Correct Answer: (e) (b) ग्रेफाइट को एवं (d) साधारण जल को
Note:

परंपरागत नाभिकीय रिएक्टरों में मंदक के रूप में ग्रेफाइट, भारी जल एवं साधारण जल का प्रयोग किया जाता है। ग्रेफाइट औद्योगिक स्तर पर निर्मित होने वाले शुद्धतम पदार्थों में से एक है तथा अत्यधिक तापमानों पर भी अपने गुण बनाए रखता है। तथापि आधुनिक संवर्धित यूरेनियम वाले रिएक्टरों में साधारण जल भी मंदक का कार्य करता है।