नाभिकीय भौतिकी Part – II

Total Questions: 35

21. मई 1998, में पोखरण में भारत ने पांच परमाणु परीक्षण किए थे। बताइए, पोखरण किस राज्य में है? [M.P. P.C.S. (Pre) 1998]

Correct Answer: (b) राजस्थान
Note:

भारत के परमाणु परीक्षणों का स्थल पोखरण राजस्थान के जैसलमेर जिले में स्थित है।

22. भारत के परमाणु सिद्धांत में सम्मिलित है - [Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2016]

Correct Answer: (d) उपर्युक्त सभी
Note:

भारत के परमाणु सिद्धांत (Nuclear Doctrine of India) का मूल सिद्धांत 'पहले उपयोग नहीं' (No first use) है। इस नीति के अनुसार, भारत किसी भी देश पर परमाणु हमला तब तक नहीं करेगा, जब तक कि कोई शत्रु देश भारत के ऊपर परमाणु हमला नहीं कर देता। एकतरफा प्रतिबंध (Unilateral Moratorium) तथा न्यूनतम विश्वसनीय निवारण (Minimum Credible deterrence) भी इस सिद्धांत में सम्मिलित हैं।

23. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए - [I.A.S. (Pre) 2017]

1. परमाणु सुरक्षा शिखर सम्मेलन, संयुक्त राष्ट्र के तत्वावधान में आवधिक रूप से आयोजित किए जाते हैं।

2. विखंडनीय सामग्रियों पर अंतरराष्ट्रीय पैनल अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा अभिकरण का एक अंग है।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

Correct Answer: (d) न तो 1, न ही 2
Note:

नाभिकीय सुरक्षा शिखर सम्मेलन (Nuclear Security Summit) की श्रृंखला का प्रारंभ अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा की पहल पर किया गया था। प्रथम नाभिकीय सुरक्षा शिखर सम्मेलन वर्ष 2010 में वाशिंगटन डी.सी. में, द्वितीय सम्मेलन वर्ष 2012 में सियोल में, तृतीय सम्मेलन वर्ष 2014 में 'द हेग' में तथा चतुर्थ एवं अंतिम सम्मेलन वर्ष 2016 में वाशिंगटन डी.सी. में आयोजित किया गया था। 'विखंडनीय सामग्रियों पर अंतरराष्ट्रीय पैनल' (International Panel on Fissile Materials) की स्थापना जनवरी, 2006 में की गई थी। यह नाभिकीय सक्षम तथा गैर-नाभिकीय सक्षम देशों के शस्त्र नियंत्रण तथा अप्रसार विशेषज्ञों का एक स्वतंत्र समूह है।

24. अभिकथन (A): (CERN) सीईआरएन (यूरोपियन ऑर्गनाइजेशन फॉर न्यूक्लियर रिसर्च) विश्व में कणीय भौतिकशास्त्र (पार्टिकल फिजिक्स) की सबसे बड़ी प्रयोगशाला है। [M.P.P.C.S. (Pre) 2008]

कारण (R) : उपर्युक्त संगठन के अस्तित्व में आने के 2 वर्ष पूर्व स्थापित प्राविधिक निकाय के नाम का फ्रेंच संक्षेपीकरण CERN (सीईआरएन) है।

उपरोक्त दोनों वक्तव्यों के सन्दर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा सही है?

Correct Answer: (b) (A) और (R) दोनों सही हैं, और (R), (A) का सही व्याख्या नहीं है।
Note:

विश्व में कणीय भौतिक शास्त्र (Particle Physics) की सबसे बड़ी प्रयोगशाला 'यूरोपियन ऑर्गनाइजेशन फॉर न्यूक्लियर रिसर्च' (फ्रेंच परिवर्णी शब्द-CERN) की स्थापना फ्रांस-स्विट्जरलैंड की सीमा पर, जेनेवा के पास वर्ष 1952 में प्राविधिक निकाय के रूप में की गई। इसकी औपचारिक स्थापना वर्ष 1954 में की गई।

25. अंतरराष्ट्रीय ताप नाभिकीय प्रायोगिक रिएक्टर (ITER) परियोजना निम्नलिखित में से किस एक स्थान पर बनाई जाने वाली है? [I.A.S. (Pre) 2008]

Correct Answer: (b) दक्षिणी फ्रांस
Note:

ITER का लैटिन में अर्थ है The way । पहले इसे International Thermonuclear Experimental Reactor का संक्षिप्ताक्षर माना जाता था, किंतु इस रूप में इस शब्द का प्रयोग अब बन्द हो चुका है। वस्तुतः ITER संलयन ऊर्जा की संभावनाओं को प्रदर्शित करने हेतु संयुक्त अंतरराष्ट्रीय अनुसंधान एवं विकास परियोजना है। इस परियोजना में यूरोपीय संघ, जापान, चीन, भारत, दक्षिण कोरिया, रूसी संघ एवं अमेरिका की सहभागिता है। यह परियोजना दक्षिणी फ्रांस के कद्राश (Cadarache) नगर में निर्माणाधीन है।

26. भारत 'अंतरराष्ट्रीय ताप-नाभिकीय प्रायोगिक रिएक्टर' (International Thermonuclear Experimental Reactor) का एक महत्वपूर्ण सदस्य है। यदि यह प्रयोग सफल हो जाता है, तो भारत का तात्कालिक लाभ क्या है? [I.A.S. (Pre) 2016]

Correct Answer: (d) यह विद्युत उत्पादन के लिए संलयन (फ्यूजन) रिएक्टरों का निर्माण कर सकता है।
Note:

'अंतरराष्ट्रीय ताप-नाभिकीय प्रायोगिक रिएक्टर' (ITER) एक अंतरराष्ट्रीय नाभिकीय संलयन अनुसंधान एवं अभियांत्रिकी महापरियोजना है। इस परियोजना का लक्ष्य प्लाज्मा भौतिकी के प्रायोगिक अध्ययन से आगे बढ़कर बड़े स्तर पर विद्युत उत्पादन में सक्षम संलयन रिएक्टरों का निर्माण करना है।

27. निम्नांकित कथनों पर विचार कीजिए- [U.P. P.C.S. (Pre) 1994]

कथन (क) : भारत की नाभिकीय नीति में निहित है कि वह अपने नाभिकीय संयंत्रों के अंतरराष्ट्रीय इंस्पेक्शन के लिए तैयार नहीं है।

कारण (का) : भारत नाभिकीय यंत्र नहीं बनाएगा। नीचे दिए गए कूट से अपने उत्तर का चयन कीजिए-

 

Correct Answer: (c) (क) सत्य है, परंतु (का) असत्य है।
Note:

भारत अपने परमाणु संयंत्रों की अंतरराष्ट्रीय परमाणु संयंत्र निरीक्षण आयोग से जांच हेतु तैयार नहीं है, क्योंकि इससे उसकी तकनीकी संबंधी गोपनीयता भंग होने की आशंका है। भारत द्वारा परमाणु बम बनाने का विकल्प खुला रखा गया है।

28. भारत ने आणविक विस्तार संधि (NPT) पर हस्ताक्षर करने से इन्कार कर दिया है, क्योंकि- [R.A.S./R.T.S. (Pre) 1992]

Correct Answer: (a) यह भेदभावपूर्ण है।
Note:

भारत एन.पी.टी. को इसलिए भेदभावपूर्ण मानता है, क्योंकि इसके अनुच्छेद IV के अनुसार, संधि पर हस्ताक्षर करने वाले राष्ट्रों को यह अधिकार प्राप्त होगा कि वे परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग हेतु संबंधित साज-सामान, वैज्ञानिक एवं तकनीकी ज्ञान का परस्पर आदान-प्रदान कर सकेंगे। इस प्रकार हस्ताक्षरकर्ता राष्ट्र शांतिपूर्ण उपयोग के नाम पर परमाणु क्षमता प्राप्त करने में स्वतः सफल हो जाएंगे। भारत संधि के इस अन्तर्विरोध से अपना असंतोष प्रकट करता है, क्योंकि यह संधि न केवल परमाणु शक्ति सम्पन्न देशों को विशेषाधिकार देती है, अपितु परमाणु-क्षमता रहित देशों द्वारा विशेषाधिकार को प्राप्त करने के अधिकार से भी वंचित करती है।

29. निम्नलिखित देशों पर विचार कीजिए- [I.A.S. (Pre) 2015]

1. चीन

2. फ्रांस

3. भारत

4. इस्राइल

5. पाकिस्तान

उपर्युक्त में से कौन-से, परमाणु शस्त्रों के अनुसार विषयक संधि (ट्रीटी ऑन द नॉन- प्रोलिफरेशन ऑफ न्यूक्लीयर वेपन्स) जिसे सामान्यतः परमाणु अप्रसार संधि (न्यूक्लीयर नॉन-प्रोलिफरेशन ट्रीटी) (NPT) के नाम से जाना जाता है, की मान्यता के अनुसार, परमाणु शस्त्र-सम्पन्न राज्य (न्यूक्लीयर वेपन्स स्टेट्स) हैं?

Correct Answer: (a) केवल 1 और 2
Note:

परमाणु अप्रसार संधि की मान्यता के अनुसार, पांच परमाणु शस्त्र संपन्न राज्य चीन, फ्रांस, रूस, यूके तथा संयुक्त राज्य अमेरिका हैं।

30. किसी देश के 'नाभिकीय पूर्तिकर्ता समूह' के सदस्य बनने का के क्या परिणाम है/हैं? [I.A.S. (Pre) 2018]

1. इसकी पहुंच नवीनतम और सबसे कुशल परमाणु प्रौद्योगिकियों तक हो जाएगी।

2. यह स्वमेव "नाभिकीय आयुध अप्रसार संधि" (एन.पी.टी.) का सदस्य बन जाता है।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

Correct Answer: (a) केवल 1
Note:

भारत ने मई, 1974 में पहला परमाणु परीक्षण किया था और इसी वर्ष 'नाभिकीय आपूर्तिकर्ता समूह' (NSG) की स्थापना हुई थी और इसकी पहली बैठक वर्ष 1975 में लंदन में हुई थी। वर्तमान में इस के 48 देश सदस्य हैं। इसका लक्ष्य परमाणु सामग्री, तकनीक एवं उपकरणों का निर्यात नियंत्रित करना है। इसके सदस्य की पहुंच नवीनतम और सबसे कुशल परमाणु प्रौद्योगिकियों तक हो जाती है। NSG में शामिल होने वाले देश के लिए 'परमाणु आयुध अप्रसार संधि' (NPT) पर हस्ताक्षर करना अनिवार्य है। NSG का सदस्य स्वमेव NPT का सदस्य नहीं बन सकता, भारत ने अब तक NPT पर हस्ताक्षर नहीं किया है। फ्रांस NSG का संस्थापक सदस्य है और वह बिना NPT पर हस्ताक्षर किए NSG का सदस्य बना था।