पठार

Total Questions: 16

1. दंडकारण्य क्षेत्र अवस्थित है- [U.P.P.C.S. (Spl.) (Mains) 2008]

Correct Answer: (b) छत्तीसगढ़ एवं ओडिशा में
Note:

दंडकारण्य भारत के मध्यवर्ती भाग में स्थित है। यह मुख्यतः ओडिशा, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश में फैला हुआ है। हालांकि दण्डकारण्य क्षेत्र का एक बहुत छोटा भाग मध्य प्रदेश में भी पड़ता है।

2. दंडकारण्य क्षेत्र किस राज्य में स्थित है? [66th B.P.S.C. (Re-Exam) (Pre) 2020]

Correct Answer: (e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/ उपर्युक्त में से एक से अधिक
Note:

दंडकारण्य भारत के मध्यवर्ती भाग में स्थित है। यह मुख्यतः ओडिशा, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश में फैला हुआ है। हालांकि दण्डकारण्य क्षेत्र का एक बहुत छोटा भाग मध्य प्रदेश में भी पड़ता है।

3. दंडकारण्य भारत के किस भाग में स्थित है? [Jharkhand P.C.S. (Pre), 2013]

Correct Answer: (c) मध्यवर्ती
Note:

दंडकारण्य भारत के मध्यवर्ती भाग में स्थित है। यह मुख्यतः ओडिशा, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश में फैला हुआ है। हालांकि दण्डकारण्य क्षेत्र का एक बहुत छोटा भाग मध्य प्रदेश में भी पड़ता है।

4. बिहार के निम्न हिस्सों में से कौन-सा हिस्सा भूतात्विक दृष्टि से अपेक्षाकृत पुराना है? [B.P.S.C. (Pre), 2018]

Correct Answer: (c) खड़गपुर पहाड़ियां
Note:

खड़गपुर पहाड़ियां धारवाड़ क्रम की हैं, जबकि रोहतास पठार विध्यन क्रम की, उत्तर-पश्चिम पहाड़ियां तृतीयक क्रम की तथा उत्तर गंगा मैदान नवीनतम है।

5. निम्न में से कौन-सा मेघालय पठार का अंश नहीं है? [B.P.S.C. (Pre), 2018]

Correct Answer: (a) भुवन पहाड़ियां
Note:

भुवन पहाड़ियां असम के बराक घाटी में स्थित हैं, जो पूर्वोत्तर हिमालय का अंग हैं, जबकि गारो, खासी और जयन्तिया पहाड़ियां मेघालय पठार के भाग हैं।

6. भारत के दक्कन के पठार पर बेसाल्ट निर्मित लावा शैलों का निर्माण हुआ है- [Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2012]

Correct Answer: (a) क्रिटेशियस युग में
Note:

कार्बोनीफेरस कल्प के दौरान दामोदर, सोन, महानदी और गोदावरी बेसिन में कोयले का निर्माण हुआ, जबकि क्रिटेशियस कल्प के दौरान अत्यधिक ज्वालामुखी उद्‌गार से दक्कन ट्रैप का निर्माण हुआ। इसी काल में दक्कन के पठार पर बेसाल्ट निर्मित लावा शैलों का निर्माण हुआ। दक्कन ट्रैप का निर्माण क्रिटेशियस कल्प के अंतिम चरण में प्रारंभ हुआ।

7. मेघालय का पठार भाग है- [U.P.U.D.A./L.D.A. (Pre), 2013]

Correct Answer: (b) प्रायद्वीपीय खंड का
Note:

मेघालय का पठार प्रायद्वीपीय पठार का विस्तार है। यह भ्रंशन के कारण प्रायद्वीपीय भाग से मालदा गैप द्वारा पृथक हो गया है।

8. भारत के अतिरिक्त प्रायद्वीपीय पर्वत निर्मित हुए- [41" B.P.S.C. (Pre) 1996]

Correct Answer: (d) सेनोजोइक महाकल्प में
Note:

हिमालय तथा भारत के अतिरिक्त प्रायद्वीपीय पर्वतों (सिंधु और गंगा के मैदान के उत्तर का भाग) का निर्माण सेनोजोइक महाकल्प में हुआ है।

9. छोटानागपुर पठार का सर्वाधिक घना बसा जिला धनबाद क्यों है? [U.P.P.C.S. (Mains) 2007]

Correct Answer: (c) खनन उद्योग का विकास तथा औद्योगीकरण।
Note:

धनबाद कोयला खनन और औद्योगिक संस्थापन के लिए जाना जाता है। धनबाद में ज्यादातर खराब एवं अनुपजाऊ मृदा पाई जाती है, जो कृषि के लिए उपयोगी नहीं होती है। कोयला, लोहा, अभ्रक, तांबा इत्यादि का पाया जाना जनसंख्या के संकेंद्रण का कारण नहीं हो सकता।

10. छोटानागपुर पठार- [40th B.P.S.C. (Pre) 1995]

Correct Answer: (a) एक अग्रगंभीर है।
Note:

छोटानागपुर पठार में विभिन्न ऊंचाइयों के पठारों का क्रम मिलता है। मध्य पश्चिमी भाग पर पाट भूमि स्थित है, जिसकी अधिकतम ऊंचाई लगभग 1100 मी. मिलती है। इस पठार के प्रत्येक दिशा में सोपान मिलते हैं। पठार में ढाल तीव्र स्कार्यों के रूप में पाए जाते हैं। अतः यह एक अग्रगंभीर है।